अखिल भारतीय सोनी समाज परिचय कुंभ एवं विराट विवाह महोत्सव सम्पन्न, 50 जोड़े बंधे वैवाहिक बन्धन में
★ मंत्री गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, सांसद कैलाश सोनी, राजबहादुर सिंह व विधायक शेलेन्द्र जैन आदि ने नवजोडो को दिया आशीर्वाद
सागर। अयोध्यावासी सोनी समाज के तत्वाधान में भगवान लक्ष्मीनारायण जी के संरक्षण में एवं भगवान श्री रामचंद्र जी की अध्यक्षता में अखिल भारतीय सोनी समाज परिचय कुंभ एवं विराट विवाह महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें 50 जोड़ो की शादी हुई। इसके लिए आयोजन समिति ने वर वधु पक्ष के रुकने ठहरने आदि की सारी व्यवस्थाएं निशुल्क रखी थी।
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित इस सम्मेलन में लोकनिर्माण मंत्री गोपाल भार्गव, नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह , सांसद कैलाश सोनी ,सांसद राजबहादुर सिंह ,विधायक शेलेन्द्र जैन, जिलाध्यक्ष गौरव सीरोठिया, युवा मोर्चा अध्यक्ष यश अग्रवाल , पूर्व विधायक नरेश सराफ जबलपुर, काँग्रेस अध्यक्ष स्वदेश जैन ,वरिष्ठ नेता श्याम तिवारी सहित अनेक लोगो ने वरवधू को आश्रीवाद दिया और आयोजन की सराहना की।
इस मौके पर मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि सामूहिक विवाह सामाजिक सम्बन्धो को मजबूत बनाते है। इनसे एक समरसता का संदेश जाता है।प मेने अपने बता और बेटी दोनो की शादी आदर्श सम्मेलन से की थी। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद नही थी कि आयोजन इतना बढ़िया और व्यवस्थित होगा। किसी बड़े आदमी के यहां शादी समारोहों में इतनी भीड़ नही जुटती है।
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि में सभी जोड़ो के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ। राज्य सरकार मुख्यमंत्री कन्यादान योजना को लगातार विस्तार दे रही है। ताकि हर तबके के वैवाहिक कार्यक्रम सम्पन्न हो सके। राज्यसभा सदस्य कैलाश सोनी, सांसद राजबहादुर सिंह और विधायक शेलेन्द्र जैन आदि ने नव जोड़ो को बधाईया दी और उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
अयोध्यावासी सोनी समाज के अध्यक्ष कमलेश सोनी ने बताया कि चार दिवसीय आयोजन में तीन परिचय सम्मेलन हुए। जिनमे करीब 25 हजार लोग शामिल हुए। मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों के अलावा यूपी,राजस्थान, दिल्ली ,छतीशगढ़ आदि राज्यो से समाज के लोग शामिल हर।कुल 50 जोड़े वैवाहिक बन्धन में बंधे। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना केतहत इनका पंजीयन भी हुआ है।
गृहस्थी की सामग्री दी उपहार में
समिति ने प्रत्येक जोड़े को पलंग, अलमारी ,कूलर, मिक्सी, रजाई-गद्दे ,किचिनसेट , कुकर ,ओवन बर्तन आदि गृहस्थी की सामग्री उपहार में दी है ।
स्टेज तक दूल्हा को घोड़े पर बैठाकर ले जाते थे
शादी की अधिकतम परम्पराओं को निभाने का प्रयास समिति की ओर से किया गया था। पंडाल में एक घोड़ा भी रखा था। जो प्रतेयक दूल्हा को स्टेज तक ले जाता था। वहां पर वरमाला कार्यक्रम सम्पन्न होता था। उसके पास बने एक छोटे से स्टेज पर वरवधू को बैठाया जाता था। जहां उनको प्रमाणपत्र दिया जाता था। उसके साथ ही परिवारजन फोटो उतरवा रहे थे।
इसके साथ ही बाजे गाजे की गूंज भी यहां बजती रही । लोग पूरे आयोजन को देख सके इसके लिए चारो स्क्रीन लगाई गई थी।
भीषण गर्मी के मौसम में ठंडे पानी और शर्बत का इंतजाम किया गया था। श्री राम सेवा समिति की ट्राली पूरी टीम के साथ वैवाहिक स्थल पर जुटी हुई थी।
इस अवसर पर समाज के वरिष्ठ लोगो, बाहर से पधारे लोगो और कार्य करने वालो को शाल श्री फल और स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया। सम्मेलन में सभी की खाने पीने की व्यवस्था की गई थी। पूरा आयोजन निशुल्क रखा गया था।
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