आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की हडताल का तीसरा दिन , संघर्ष रहेगा जारी
सागर । आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिकाओं को शासकीय वेतन भोगी घोषित करने, मिनी आंगनबाडी को कार्यकर्ता का दर्जा देने, रूके हुए 1500 रूपये मय एरियर्स के भुगतान करने, मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा अनुसार सेवानिवृत्त उपरांत कार्यकर्ता को 1 लाख व सहायिकाओं को 75 हजार रूपये दिये जाने, बिना परीक्षा के कार्यकर्ता व सहायिकाओं को पदोन्नत करने, अनुकम्पा निुयक्ति का प्रावधान करने आदि मांगों को लेकर आंगनबाडी कार्यकर्ता व सहायिकाओं की बेमियादी हडताल बस स्टैण्ड स्थित तीन मडिया पर 7 मार्च से शुरू हो गई है । आज हडताल का तीसरा दिन है संघ की अध्यक्ष श्रीमती लीला शर्मा ने कहा कि तीन दिन से जारी हडताल पर प्रशासन व जनप्रतिनिधियों का मौन समझ से परे है। अब आंदोलन को तीव्र गति दी जाएगी। आंदोलन का समर्थन करने पहुंचे राज्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुरेश चंद द्विवेदी ने आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिकाओं की मांगों को जायज ठहराते हुए कहा कि लम्बे अंतराल से हडताल कर रही आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को शासकीय वेतन भोगी का दर्जा अति आवश्यक है।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. धणेन्द्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार जब आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को 12890/- रूपया मानदेय, अनुकम्पा नियुक्ति, एरियर्स आदि का भुगतान कर रही है तो मध्यप्रदेश सरकार सभी विभागों से अधिक काम लेकर भी इन्हें शासकीय कर्मचारी का दर्जा क्यों नहीं दे रही है। आंदोलन में शिवसेना उपराज्य प्रमुख पप्पू तिवारी, संगठन प्रमुख हेमराज आलू, आम आदमी जिलाध्यक्ष अभिषेक अहिरवार, सकुन चौबे, सोनम शर्मा, राजश्री दुबे, सविता साहू, रचना बुधोलिया, दिव्या साहू, ममता तिवारी, नीलमणि यादव, लक्ष्मी चौरसिया, मंजू शर्मा, राम देवी, रेखा, किरण, विशाखा, राजकुमारी, अभिलाषा, प्रतिमा, माधवी, शिल्पी, गीता, दुर्गा, कमल, प्रतिभा, पार्वती, माधवी, निधि, साधना किरण, गीता, रेखा, राजवाई, दुर्गा लोधी, सहित सैकडों की संख्या में आंगनबाडी कार्यकर्ता व सहायिकायें शामिल रही।
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