तिलकगंज अग्निकांड का असर, तीन माह के अंदर समस्त लकड़ी टाल होंगे शहर से बाहर★ विस्थापित नहीं होने पर नहीं कर सकेंगे कारोबार, प्रशासन करें लगातार लकड़ी टालों की मानिटरिंग : कलेक्टर

 
तिलकगंज अग्निकांड का असर,  तीन माह के अंदर समस्त लकड़ी टाल होंगे शहर से बाहर
★ विस्थापित नहीं होने पर नहीं कर सकेंगे कारोबार, प्रशासन करें लगातार लकड़ी टालों की मानिटरिंग : कलेक्टर 


सागर 23 मार्च, 2022। विगत दिनों तिलक गंज में हुई भीषण आगजनी की घटना के तत्काल पश्चात जिले के संवेदनशील कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने बुधवार को शहर के समस्त लकड़ी टाल संचालकों के साथ कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक आयोजित की। बैठक में आम सहमति और चर्चा उपरांत स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया कि समस्त लकड़ी टालों को 3 माह के अंदर फर्नीचर क्लस्टर सिद्धगुवां में शिफ्ट किया जाए। विस्थापित नहीं होने पर वे पुरानी जगह कारोबार नहीं कर सकेंगे। शहरवासियों के हित को ध्यान में रखते हुए और भविष्य में किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचने के लिए यह निर्णय आवश्यक है।
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कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने निर्देश दिए कि, नये फर्नीचर क्लस्टर क्षेत्र में समस्त आवश्यक सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएं। बैठक में नगर निगम कमिश्नर श्री आरपी अहिरवार, डीएफओ श्री नवीन गर्ग, अनुविभागीय अधिकारी एवं सिटी मजिस्ट्रेट श्रीमती सपना त्रिपाठी, उद्योग विभाग की महा प्रबंधक श्रीमती मंदाकिनी पांडे, तहसीलदार श्री आदर्श जैन, सुश्री सोनम पांडे समस्त लकड़ी टाल संचालक सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने कहा कि विगत दिनों शहर में हुई भीषण आगजनी की घटना के पश्चात शहर के लकड़ी टाल सहित अन्य संवेदनशील संस्थानों को अन्यत्र विस्थापित किया जाना है। इस परिपेक्ष्य में आज लकड़ी टाल संचालकों की बैठक आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त ट्रांसपोर्ट नगर, मैकेनिक नगर और डेयरी विस्थापन भी प्रक्रियाधीन है। जिले वासियों के हित में किए जा रहे यह सभी कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

 बैठक में निर्देश दिए गए कि, फर्नीचर क्लस्टर क्षेत्र सिद्धगुवां में 3 माह के अंदर समस्त लकड़ी टालों को विस्थापित किया जाए। यहां समस्त आवश्यक मूलभूत सुविधाएं जैसे पेयजल, सड़क, विद्युत सहित अन्य व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि शहरवासियों को सुरक्षा प्रदान करना हम सभी का प्रथम दायित्व है और इसके लिए हमें हर हाल में 3 माह के अंदर सिद्धगुवां क्षेत्र में
विस्थापित होना ही होगा। उन्होंने कहा कि जब तक समस्त टाल विस्थापित नहीं होते तब तक सिटी मजिस्ट्रेट, नगर पुलिस अधीक्षक एवं तहसीलदार लगातार उक्त क्षेत्रों में कार्यों की मॉनिटरिंग करें। मॉनिटरिंग करते समय समस्त टालों में फायर सेफ्टी के उपकरण, फायर ब्रिगेड आने जाने के लिए सुगम रास्ता, विद्युत सप्लाई की उचित व्यवस्था सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर शहरवासियों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि जो टाल व्यापारी विस्थापित नहीं होंगे वे कारोबार नहीं कर सकेंगे। अन्यथा की स्थिति में प्रशासन एवं पुलिस द्वारा सख्ती के साथ कारोबार को बंद किया जाएगा।

बैठक में श्री दिनेश पटेल, श्री विजय भूषण वर्मा, श्री नरेंद्र पाल सिंह, श्री संदीप अग्रवाल, श्री राजीव अग्रवाल, श्री दीनदयाल यादव, श्री विजय पटेल, श्री अंकित, श्री शिवकुमार, श्री धर्मेंद्र पटेल आदि लकड़ी टाल व्यापारी उपस्थित थे।

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