सागर । संभाग आयुक्त एवं प्रशासक श्री मुकेश शुक्ल ने नगर निगम आयुक्त श्री आर पी अहिरवार की उपस्थिति में शहर में पेयजल पाईप लाईन बिछाने वाली टाटा कंपनी के अधिकारियों की बैठक लेकर कंपनी द्वारा किये जा रहे टंकियों के निर्माण कार्य एवं री-स्टोरेशन के कार्य धीमी गति से करने के कारण जनता को हो रही असुविधा होने पर टाटा कंपनी के अधिकारियों को फटकार लगाते हुये कंपनी द्वारा जिम्मेवारी से कार्य नहीं किया जा रहा है ।इस संबंध में कंपनी को कई बार निर्देश दिये गये लेकिन कार्यो में सुधार नहीं हो रहा है इसलिये उन्होने आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग भोपाल को पत्र लिखकर इस बात को संज्ञान में लेकर सीनियर इंजीनियर आदि को भेजकर जांच करायी जाना उचित है। तथा एम.पी.यू.डी.सी.की तरफ से भी किसी भी सीनियर इंजीनियर को प्रोजेक्ट हेतु पदस्थ करने का अनुरोध किया है।
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बैठक में उन्होने टाटा कंपनी के अधिकारियों को कार्य की धीमी गति पर फटकार लगाते हुये विगत चार माह में कार्य की औसत प्रगति डेढ़ प्रतिशत है जो कि अत्यंत कम है माह फरवरी 2022 तक प्रगति मात्र 63.50 प्रतिशत है। सागर शहर की अधिकांश गलियां रि-स्टोरेशन के अभाव में खुदी पडी है पाईप मटेरियल आदि भी यहॉ वहॉ पड़ा हुआ है और बगैर सुरक्षा मानकों के अनुसार कार्य किया जा रहा है साथ ही साथ स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 की तैयारियॉ करने में नगर निगम को असुविधा हो रही है इसलिये उन्होने आयुक्त, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग को पत्र लिखकर सीनियर इंजीनियर तथा एम.पी.यू.डी.सी.की तरफ से भी किसी भी सीनियर इंजीनियर को प्रोजेक्ट हेतु पदस्थ करने हेतु अनुरोध किया है।
बैठक में निगमायुक्त श्री आर पी अहिरवार ने जानकारी दी कि टाटा कंपनी द्वारा किये जा रहे कार्य की गति धीमी होने पर माह दिसम्बर को प्रमुख सचिव, नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा ली गई समीक्षा बैठक में टाटा के अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि कार्य में प्रगति लायी जायेगी लेकिन वह नहीं लायी गई । लगभग 20 किलो मीटर रि-स्टोरेशन का कार्य अधूरा है और रि-स्टोरेशन कार्य के दौरान जगह-जगह मलवा नालियों में डाल देने और रि-स्टोरेशन उपरांत जगह-जगह रोड पर मलवा छोड़ देने और नाला में पाईप डाल देने से उसमें पानी का बहाव नहीं हो पा रहा है जबकि वर्तमान में स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 की तैयारियॉं की जा रही है लेकिन इनके अधूरे कार्यो से उसमें व्यवधान आ रहा है।
बैठक में निगमायुक्त श्री आर पी अहिरवार ने जानकारी दी कि टाटा कंपनी द्वारा किये जा रहे कार्य की गति धीमी होने पर माह दिसम्बर को प्रमुख सचिव, नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा ली गई समीक्षा बैठक में टाटा के अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि कार्य में प्रगति लायी जायेगी लेकिन वह नहीं लायी गई । लगभग 20 किलो मीटर रि-स्टोरेशन का कार्य अधूरा है और रि-स्टोरेशन कार्य के दौरान जगह-जगह मलवा नालियों में डाल देने और रि-स्टोरेशन उपरांत जगह-जगह रोड पर मलवा छोड़ देने और नाला में पाईप डाल देने से उसमें पानी का बहाव नहीं हो पा रहा है जबकि वर्तमान में स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 की तैयारियॉं की जा रही है लेकिन इनके अधूरे कार्यो से उसमें व्यवधान आ रहा है।
बैठक में टाटा कंपनी के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि शेष बचे लगभग 20 किलो मीटर रि-स्टोरेशन का कार्य मार्च अंत तक कर दिया जायेगा।
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