डॉ गौर विवि सागर : एक लड़की का हिजाब में नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल, हिंदू संगठनों ने जताई आपत्ति
★ कुलपति ने बनाई छह सदस्यीय जांच कमेटी
★ विवि प्रशासन ने की अधिसूचना जारी , धार्मिक आयोजनों को लेकर , अब होगी कार्यवाई
सागर। कर्नाटक में हिजाब की घटना अभी शांत नही हुई। ऐसे में एमपी के सागर के डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय में एक छात्रा के नमाज पढ़ने का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है।जिसका विरोध करते हुए हिंदू जागरण मंच ने विश्वविद्यालय प्रशासन से शिकायत की है। इस घटना के बाद विवि में हड़कम्प मच गया। विवि प्रशासन ने कर्नाटक हिजाब के विवाद को देखते हुए तत्काल एक छह सदस्यीय जांच कमेटी बना दी। वही विवि प्रशासन ने अधिसूचना जारी की । जिसमे विवि यप करने पर कार्यवाई करने की बात कही है।
हिजाब और अब नमाज को लेकर उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. कर्नाटक के बाद अब यह मामला मध्य प्रदेश के सागर स्थित डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय तक पहुंच गया. सोशल मीड़िया पर इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है । कल शुक्रवार 25 मार्च को जुमे के दिन एक लड़की विवि में नमाज अदा कर रही है।। दमोह जिले की यह एजुकेशन विभाग की एक छात्रा भवन में नमाज पढ़ती दिख रही है. वीडियो वायरल होते ही हिंदू जागरण मंच के अध्य्क्ष डॉ उमेश सराफ ने इस मामले की शिकायत विश्वविद्यालय प्रशासन से की ।डॉ उमेश के अनुसार विवि परिसर में यह गतिविधि गम्भीर है। इस पर कार्यवाई होना चाहिए।
* डॉ उमेश सराफ, अध्यक्ष ,हिन्दू जागरण मंच
उधर कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता ने बताया इसकी जांच के लिए रख कमेटी बनाई है। साथ छात्र छात्राओं को निर्देशित किया है जो भी उनकी पूजा आदि है वे अपने घर मे धार्मिक स्थलों पर करे। विवि पठन पाठन के लिए है। इस घटना के बाद विवि प्रशासन ने अधिसूचना जारी की और एक प्रेस नोट भी जारी किया।
* कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता
विवि प्रशासन का प्रेस नोट
दिनांक 25 मार्च 2022 की सायं सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल एक वीडियो के संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन को एक शिकायत प्राप्त हुई है. वायरल वीडियो और घटना की जांच के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने छह सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है. जांच समिति तीन दिवस के भीतर अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगी और नियमानुसार सुसंगत कार्रवाई की जायेगी.
विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री संतोष सोहगौरा द्वारा एक अधिसूचना भी जारी की गई है जिसमें यह निर्देशित किया गया है कि विश्वविद्यालय परिसर में छात्र-छात्राएं पठन-पाठन के अलावा ऐसी कोई गतिविधि न करें और न ही ऐसी गतिविधियों में भाग लें जिससे परिसर में अनावश्यक सांप्रदायिक तनाव का वातावरण निर्मित हो और पठन-पाठन का कार्य प्रभावित हो. सभी छात्र-छात्राएं धर्म से संबंधित अनुष्ठान अपने गृह, आवास अथवा धर्म स्थल पर ही करें जिससे विश्वविद्यालय परिसर में शान्ति, सद्भाव, सौहार्द्र एवं अकादमिक वातावरण बना रहे. छात्र-छात्राओं द्वारा विश्वविद्यालय द्वारा जारी निर्देशों का उल्लंघन करने एवं अकादमिक वातावरण एवं साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने संबंधी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने पर नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी. विश्वविद्यालय परिसर में अकादमिक वातावरण और साम्प्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए समस्त विश्वविद्यालय परिवार प्रतिबद्ध है.
तीनबत्ती न्यूज़. कॉम
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें