प्रशासन पहुंचा वेदांश के घर पुष्पगुच्छ देकर किया स्वागत
★ वेदांश ने अपने शब्दों में बताइए अपनी आपबीती
सागर । यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे एकता कॉलोनी निवासी वेदांश संदीप खरे निवास पर कलेक्टर श्री दीपक आर्य के निर्देश पर अपर कलेक्टर अखिलेश जैन वेदांश के घर पहुंचे और वेदांश को पुष्पगुच्छ देकर उसका स्वागत किया। अपर कलेक्टर श्री अखिलेश जैन ने वेदांश से उसकी पढ़ाई एवं यूक्रेन के बारे में विस्तार से जानकारी
ली। अपर कलेक्टर श्री जैन ने वेदांश से विस्तार से जानकारी ली एवं पूछा कि कहीं किसी प्रकार की कोई असुविधा तो नहीं हुई ।★ वेदांश ने अपने शब्दों में बताइए अपनी आपबीती
सागर । यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे एकता कॉलोनी निवासी वेदांश संदीप खरे निवास पर कलेक्टर श्री दीपक आर्य के निर्देश पर अपर कलेक्टर अखिलेश जैन वेदांश के घर पहुंचे और वेदांश को पुष्पगुच्छ देकर उसका स्वागत किया। अपर कलेक्टर श्री अखिलेश जैन ने वेदांश से उसकी पढ़ाई एवं यूक्रेन के बारे में विस्तार से जानकारी
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वेदांश ने मौखिक रूप से एवं मोबाइल फोन के माध्यम से यूक्रेन की पल-पल की जानकारी अपर कलेक्टर श्री जैन को दी अपर कलेक्टर श्री जैन ने वेदांश एवं वेदांश के परिजनों को बधाई दी एवं उसके उज्जवल भविष्य की कामना की,।
वेदांश खरे ने अपने शब्दों में बताया कि इवानो फ्रांकिवस नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी का छात्र हूं। मैं रोमानियन बॉर्डर से इवैक्वेट हुआ हूं। हमे २२ तारीख के दिन ही स्मोक स्टेक बॉम्ब और सिटी सेंटर में हलचल देख के हमारे कॉन्ट्रैक्टर अभिषेक नामदेवय ने बताया कि आपको यहां खतरा है अब आपको अपना सामान एवम खाने की वस्तुएं ले लेनी चाहिए, रूस ने तीन तरफ से हमला कर दिया है। हम इसी के अनुसार अपना सब अरेंजमेंट करके, तैयार बैठे थे । हमारे मेस के साथी पोलैंड बॉर्डर निकल रहे थे, उसी वक्त वहा के हालात बिगड़ने लगे थे, हवा में जंगी जहाजों की गश्त लग रही थी, ल्विव एयरपोर्ट जो इवानों से दो घंटे की दूरी पर है से भी नष्ट कर दिया गया था। हवा के सारे मार्ग बंद होने पर हमने मीडिया की मदद से बॉर्डर कोहलने का आग्रह किया था ।
वेदांश खरे ने अपने शब्दों में बताया कि इवानो फ्रांकिवस नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी का छात्र हूं। मैं रोमानियन बॉर्डर से इवैक्वेट हुआ हूं। हमे २२ तारीख के दिन ही स्मोक स्टेक बॉम्ब और सिटी सेंटर में हलचल देख के हमारे कॉन्ट्रैक्टर अभिषेक नामदेवय ने बताया कि आपको यहां खतरा है अब आपको अपना सामान एवम खाने की वस्तुएं ले लेनी चाहिए, रूस ने तीन तरफ से हमला कर दिया है। हम इसी के अनुसार अपना सब अरेंजमेंट करके, तैयार बैठे थे । हमारे मेस के साथी पोलैंड बॉर्डर निकल रहे थे, उसी वक्त वहा के हालात बिगड़ने लगे थे, हवा में जंगी जहाजों की गश्त लग रही थी, ल्विव एयरपोर्ट जो इवानों से दो घंटे की दूरी पर है से भी नष्ट कर दिया गया था। हवा के सारे मार्ग बंद होने पर हमने मीडिया की मदद से बॉर्डर कोहलने का आग्रह किया था ।
उसी के अनुसार हमने अपने कॉन्ट्रैक्टर के थ्रू बस अरेंज करवाई और हम रोमानिया जो सबसे नजदीक था, सुक्रेवा लैंड बॉर्डर के लिए निकल गए। रास्ते में पूरा ब्लैकआउट था , सब जगह लोगो ने अपने घर बंद रखे थे एटीएम, सुपरमार्केट, २४ घंटे खुले रहने वाले शॉप भी बंद पड़े थे । हमे बॉर्डर के पहले १५ ज्ञड तक चलना पड़ा क्योंकि जाम लगा हुआ था।
यहभी पढ़े...
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बॉर्डर पर चलके भी वहा चार से पांच घंटे खड़ा रहना पड़ा और आगे की राह फिर १३ से १४ घंटे चली फिर हम रोमानियन बॉर्डर पर आ गए जिससे हमे जान में जान आई। फिर हमे खाना, वाईफाई, सभी सुविधाएं प्राप्त हुई और में बुचरेस्ट एयरपोर्ट से 27 फरवरी की शाम इंदिरा गांधी एयरपोर्ट दिल्ली आ गया था । उसके बाद में भोपाल आया भोपाल से मैं सागर।
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