हड़ताल पर बैठी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को विभाग ने दिया ने दिया सेवा समाप्ति का नोटिस★ कार्यकर्ता आंदोलन पर अडिग ,17 मार्च को कलेक्ट्रेट पर करेंगी प्रदर्शन

हड़ताल पर बैठी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को विभाग ने दिया ने दिया सेवा समाप्ति का नोटिस

★  कार्यकर्ता आंदोलन पर अडिग ,17 मार्च को कलेक्ट्रेट पर करेंगी प्रदर्शन

सागर महिला बाल विकास विभाग के अंतर्गत परियोजना अधिकारियों ने हड़ताल पर गई आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को कर्तव्य स्थल पर उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं। समस्त परियोजना अधिकारियों ने पत्र के माध्यम से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को हड़ताल समाप्त कर, केंद्रों का संचालन शुरू करने के निर्देश भी दिए हैं। ऐसा नहीं किए जाने पर सेवा समाप्ति संबंधी कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी।
उधर कार्यकर्ताओं का कहना है कि आंदोलन जारी रहेगा। कल 17 मार्च को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करेंगी।  उल्लेखनीय है कि सागर सहित संपूर्ण मध्य प्रदेश की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं द्वारा 7 मार्च 2022 से अनिश्चितकालीन काम बंद, केन्द्र बंद हड़ताल की जा रही है। इस संबंध में कलेक्टर के निर्देशों के अनुक्रम में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को परियोजना अधिकारियों ने अवगत कराया था कि उनकी मांगे नीतिगत होने से मांगों का निराकरण जिला स्तर पर ना होकर शासन स्तर से होना है। जिसके लिए मांगों से संबंधित पत्र शासन को प्रेषित किया जा चुका है।

पत्र के माध्यम से यह भी बताया गया है कि, आंगनवाड़ी केन्द्रों  से 0-5 वर्ष के बच्चे, गर्भवती महिलायें, धात्री मातायें, अतिकम वजन के बच्चों को स्वास्थ्य एवं पोषण शिक्षा एवं पूरक पोषण आहार जैसी संवेदनशील सेवाएं प्रदान की जाती है। आंगनवाड़ी केन्द्र बंद रहने से केन्द्र की पोषण एवं स्वास्थ्य जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं प्रभावित हो रहीं हैं। जिससे  बच्चों, गर्भवती महिलाओं, घात्री माताओं, अतिकम वजन के बच्चों के पोषण एवं स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
परियोजना अधिकारियों ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को निर्देश दिए हैं कि उक्त तथ्यों को दृष्टिगत रखते हुए हड़ताल समाप्त कर केन्द्र का सुचारू संचालन किया जाये। अन्यथा उनकी सेवा समाप्ति की कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी जिसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगी।





आंगनबाडी कार्यकर्ता रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पर करेंगी प्रदर्शन  ,हड़ताल का 10वा दिन 

उधर  आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिका संघ की हड़ताल 10वें दिन भी जारी रही । कल  गुरूवार को 12 बजे आंदोलन स्थल से रैली के रूप में बस स्टैण्ड, गोपालगंज, कालीचरण चौराहा, होते हुए कलेक्ट्रेट पहुचंेगे जहां पर मुख्यमंत्री के नाम संबोधन स्मरण ज्ञापन कलेक्टर श्री दीपक आर्य को सौपेगी। संघ की अध्यक्ष श्रीमती लीला शर्मा ने कहा कि परियोजना अधिकारियों ने आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिका को नोटिस जारी कर काम पर न लौटने पर सेवायें समाप्त करने का अल्टीमेटम दिया है। वहीं कलेक्टर सागर ने परियोजना अधिकारियों को हडताल समाप्त करने के निर्देश जारी किए है। श्रीमति शर्मा ने आश्चर्य जताया कि लोकतांत्रिक देश में अपनी मांगों को लेकर हड़ताल करने का सभी को अधिकार है फिर सेवायें समाप्त करने के नोटिस जारी कर प्रशासन लोकतंत्र की आबाज को दवाना चाह रहा है जिसका आंगनबाडी कार्यकर्ता डट कर विरोध करेगी। प्रशासन हडताल समाप्त करने के हथकंडे तो अपना रहा है लेकिन आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिकाओं को शासकीय वेतन भोगी घोषित करने पर कोई भी चर्चा करने से बच रहा है। यह समझ से परे है आंगनबाडी संघ अपने अधिकारों की रक्षा के लिए हर कुर्बानी देने के लिए तैयार है।

 हडताल के 10वें दिन प्रभारी परियोजना अधिकारी कल्पना साहू, सुपरवाइजर लीला चौधरी, निवेदिका शास्त्री ने कहा कि आप लोग हडताल खत्म कर दे लेकिन मांगों के संदर्भ में कोई चर्चा नहीं की। आंदोलन कारियों ने जानना चाहा कि विभाग ने क्या हमारी मांगे पूरी कर दी है ? जिस पर उ
न्होनें कोई जवाव नहीं दिया। शिवसेना उपराज्य प्रमुख पप्पू तिवारी ने कहा कि प्रशासन आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की मांगों पर पहल करने की वजह विभाग की परियोजना अधिकारियों से सेवा समाप्ति जैसे नोटिस जारी कर निरंतर धमका रहा हैं जिसका संगठन डटकर विरोध करेगी। आंदोलन में शिवसेना संगठन प्रमुख हेमराज आलू, मालती चौबे बांदरी, राजश्री दुबे, सुषमा तिवारी कर्रापुर, खुशबू केशरवानी, राजकुमारी सोनी, शिल्पी कोरी, नीलमणि यादव, ममता द्विवेदी, बर्षा अहिरवार, हेमलता चौरसिया, बिनीता लोधी, सावित्री साहू देवरी, राजेश्वरी दुबे, सोनम शर्मा, दुर्गा लोधी, माया राजपूत, सबीता राजपूत, मनीषा दुबे, आरती जैन, मीना लडिया, शारदा पचौरी, अखीला वानो, किरण प्यासी, वंदना पचौरी, मनीषा दुबे, कमला पटैल, बबीता खटीक, निशा परमार, मधु सोनी, लीला पाठक, विनीता राजपूत, विमला साहू, दीक्षा अहिरवार, दशोदा अहिरवार, पानबाई, ज्योति, पारीबाई, किरण तिवारी, गायत्री पटैल, रानी रजक, ममता गुरू, नजमा खान, नाहिद, उर्मिला ठाकुर, कनकलता भट्ट, राजकुमारी सोनी, उषा रैकवार, पार्वती शर्मा, विमला साहू,  सहित सैकडों की संख्या में कार्यकर्ता व सहायिका ने हिस्सा लिया।  



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