दीदी हम तुझे न भुला पाएंगे: मुख्यमंत्री श्री चौहान ★ सुश्री लता मंगेशकर को श्रद्धा-सुमन अर्पित किया ★ इंदौर में स्थापित होगी लता जी की प्रतिमा , संगीत अकादमी, संगीत महाविद्यालय और संग्रहालय स्थापित होगा ★ लता जी के जन्मदिवस पर प्रतिवर्ष दिया जाएगा लता मंगेशकर पुरस्कार

दीदी हम तुझे न भुला पाएंगे: मुख्यमंत्री श्री चौहान
★ सुश्री लता मंगेशकर को श्रद्धा-सुमन अर्पित किया
★ इंदौर में स्थापित होगी लता जी की प्रतिमा , संगीत अकादमी, संगीत महाविद्यालय और संग्रहालय स्थापित होगा 
★ लता जी के जन्मदिवस पर प्रतिवर्ष दिया जाएगा लता मंगेशकर पुरस्कार



भोपाल । मुख्यमंत्री श्री Shivraj Singh Chouhan ने भारत रत्न स्वर कोकिला स्वर्गीय सुश्री लता मंगेशकर की स्मृति में आज स्मार्ट उद्यान में वट वृक्ष का रोपण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पौधरोपण से पूर्व स्मार्ट उद्यान में सुश्री लता मंगेशकर के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ आज स्मार्ट उद्यान में भोपाल से संगीत एवं गायन के क्षेत्र में अपना योगदान देने वाले ख्यातिनाम पंडित सज्जन लाल ब्रह्मभट्ट, श्री उमाकांत गुंदेचा, सुश्री कीर्ति सूद, सुश्री आकृति मेहरा, सुश्री धानी गुंदेचा, श्री दिलीप महाशब्दे, श्री साजिद खां और श्री सलीम अल्लाहवाले ने मौलश्री और केसिया के पौधे लगाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वर कोकिला सुश्री लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि लता जी का जाना व्यक्तिगत क्षति है। यह अपने आप में एक अनोखी घटना है। प्रत्येक भारतवासी को यह लग रहा है कि यह उसकी व्यक्तिगत क्षति है। हर घर-परिवार को यह लग रहा है कि उनका बहुत कुछ चला गया, उनके गीत लोगों में नव उत्साह, नव ऊर्जा का संचार करते थे। "ए मेरे वतन के लोगों" गीत भारत की जनता की रोम-रोम में जैसे रम गया हो। लता जी के स्वर ने संगीत को और उनके संपूर्ण योगदान ने देश को एक अलग पहचान दी।   

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कल हुए लता जी के अवसान से ऐसी रिक्तता आयी है जिसकी भरपाई संभव ही नहीं है। मैं स्वयं व्यक्तिगत स्तर पर भी इस रिक्तता का अनुभव कर रहा हूँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जब भी समय मिलता, तब लता जी का संगीत सुनना मेरी रूचि रही है। उनका जाना ऐसी क्षति है जिसकी पूर्ति कभी नहीं हो सकती।  लता जी अपने गीतों के माध्यम से सदैव हमारे बीच बनी रहेंगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लता जी का जन्म इंदौर में हुआ था। राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि इंदौर में भारत रत्न स्वर कोकिला सुश्री लता मंगेशकर के नाम से संगीत अकादमी, संगीत महाविद्यालय और संग्रहालय स्थापित किया जाएगा। इंदौर में ही सुश्री लता मंगेशकर की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। संग्रहालय में लता जी का संगीत को दिया गया संपूर्ण योगदान उपलब्ध रहेगा। संगीत शास्त्र के विशेषज्ञों से चर्चा कर संग्रहालय का स्वरूप निर्धारित करते हुए इसका निर्माण किया जाएगा। लता जी केवल संगीत की रोशनी नहीं थी, वो देशभक्ति का भी एक ऐसा हस्ताक्षर थी, जिससे पूरा देश प्रेरणा लेता थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लता जी के जन्मदिन पर प्रतिवर्ष लता मंगेशकर पुरस्कार दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भावुक होते हुए कहा कि "दीदी हम तुझे न भुला पाएंगे" लता जी के चरणों में विनम्र श्रद्धांजलि।  

इंदौर में ही उनकी प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जो सबको प्रेरणा देगी। लताजी केवल संगीत जगत की रोशनी नहीं थीं, वो देशभक्ति का भी ऐसा हस्ताक्षर थीं, जिससे बड़े-बड़े लोग प्रेरणा लेंगे। 

उनके जन्मदिन पर ही हर साल #लता_मंगेशकर पुरस्कार दिया जाएगा,उनके चरणों में पुन: विनम्र श्रद्धांजलि दी जाएगी। 

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