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राष्ट्रीय सेवा योजना विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास में सहायक : डॉ० घनश्याम भारती

राष्ट्रीय सेवा योजना विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास में सहायक : डॉ० घनश्याम भारती

सागर । बी०टी० इंस्टिट्यूट ऑफ़ एक्सीलेंस महाविद्यालय मकरोनिया सागर की राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा "बाल संरक्षण में संस्था व समाज की भूमिका" विषय पर केंद्रित स्वयंसेवकों हेतु एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम तथा प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला संगठक डॉ० घनश्याम भारती के मुख्य आतिथ्य में तथा प्राचार्य डॉ० राजू टण्डन की अध्यक्षता में किया गया। कार्यशाला के विशिष्ट अतिथि डॉ० हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर के प्रोफेसर सुबोध जैन थे। जिला संगठक डॉ० घनश्याम भारती ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का विकास होता है अतः राष्ट्रीय सेवा योजना की गतिविधियों में आगे बढ़कर छात्रों को हिस्सा लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि समाज में बाल अपराध बढ़ते जा रहे हैं अतः बालकों के संरक्षण हेतु संस्था व समाज की महत्वपूर्ण भूमिका होनी चाहिए। 
प्राचार्य डॉ० राजू टण्डन ने राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा विगत वर्षों में किए गए उल्लेखनीय कार्यों की चर्चा की। तथा बाल संरक्षण में समाज की भूमिका को अनिवार्य बताया। प्रोफेसर सुबोध जैन ने राष्ट्रीय सेवा योजना  को विद्यार्थियों के कॅरियर निर्माण तथा स्वास्थ्य रक्षा हेतु उपयोगी बताते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से विद्यार्थियों को  स्वास्थ्य लाभ के साथ कॅरियर निर्माण तथा समाज सेवा के क्षेत्र में आगे बढ़ने हेतु सहायता मिलती है। 



डॉ गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर के शिक्षा शास्त्र के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ० बुद्ध सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किये।कार्यक्रम का संचालन किरण तिवारी ने किया। आभार कार्यक्रम अधिकारी भूपेंद्र पाण्डेय ने व्यक्त किया। इस प्रशिक्षण कार्यशाला में छात्रा इकाई की कार्यक्रम अधिकारी अंजली दुबे का उल्लेखनीय योगदान रहा। इस कार्यक्रम में  महाविद्यालय के शिक्षक डॉ०सुरेश कोरी, डॉ०संतोष चौबे, डॉ० महेश कटहल, साविर आजाद, आकाश लिटोरिया, दीप्ति पटेल, ज्योति सिंह, अलका असाटी, पायल पटेरिया, सुमन चौरसिया, रिचा ठाकुर तथा बड़ी संख्या में एनएसएस के छात्र-छात्राऍं उपस्थित थे।
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