राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में पुरुष वर्ग में जबलपुर संभाग विजेता व उपविजेता इंदौर संभाग ,महिला वर्ग में सागर संभाग विजेता व इंदौर संभाग बना उपविजेता रहा
सागर। पं. दीनदयाल उपाध्याय, शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, सागर में राज्यस्तरीय योग (पुरूष/महिला) प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश के 07 संभागों की टीमों ने सहभागिता की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद राजबहादुर सिंह ने कहा कि चाहे खेल हो या योग यह शरीर के साथ मानसिक दृढ़ता प्रदान करते हैं। तनाव के बंधन में योग का कोई विकल्प नहीं है। टेबलेट के साइड इफेक्ट है जबकि योग के बहुलाभ। युवाओं से आह्वान करते हुये आपने कहा कि नशे से आर्थिक हानि, प्रतिष्ठा का पलायन तथा शरीर का रोगी बनना तय है जबकि योग हमे प्रतिष्ठा के साथ आर्थिक सम्बल प्रदान करता है। स्वस्थ्य शरीर आज की भागदौड़ भरी जिन्दगी में सबसे बड़ी आवश्यकता है और योग इसका महत्वपूर्ण साधन है। स्वागत भाषण देते हुये महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जी. एस.रोहित ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना ने हमे योग के महत्व को बहुत अच्छी तरह समझाया है। भारत में योग ने ही व्यक्तियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर कोरोना जैसी महामारी को हराया है।
संगठन सचिव डॉ सुभाष हर्डीकर व अपर संगठन सचिव डॉ. उमाकान्त स्वर्णकार ने प्रतिवेदन का वाचन किया। मुख्य वक्ता योगाचार्य विष्णु आर्य ने कहा कि भारतीय संस्कृति में प्रातः जल्दी उठकर योग करना शामिल था जब से युवा पीढ़ी ने इसे छोड़कर मोबाइल योग करना शुरू किया है तब से दवाखानों में भीड़ लगने लगी है। योग देखने की विधि नहीं है बल्कि देखकर करने की विधि है। किसी भी स्थिति में सुखपूर्वक बैठने का नाम आसन है। योग के सिद्धांतों का यदि आप पालन करोगे तो मन से विचार से, भाव से तथा शरीर से निरोगी रहोगे। मोबाइल को चार्जर रिचार्ज करता है और व्यक्ति को शवासन।
डॉ. हरीसिह गौर विश्वविद्यालय में योग के विभागाध्यक्ष डॉ. गणेश शंकर गिरी ने कहा कि बीमारी शरीर में पैदा ही न हो योग इस अवधारणा पर कार्य करता है। यह व्यायाम नहीं है बल्कि निरोगी काया के साथ ईश्वर को प्राप्त करने का मार्ग है। योग संस्कार है अतः विद्यार्थी जिस भी कार्य को करेगा पूर्णता के विचार से करेगा। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में पुरुष वर्ग में जबलपुर संभाग विजेता रहा तथा उपविजेता इंदौर संभाग रहा इसी तरह महिला वर्ग में सागर संभाग विजेता रहा तथा इंदौर संभाग उपविजेता रहा।
संचालन करते हुये स्वामी विवेकानंद कॅरियर योजना के जिला नोडल अधिकारी डॉ. अमर कुमार जैन ने कहा कि योग ईश्वर से मिलने का वैज्ञानिक मार्ग है जिस प्रकार ईश्वर का ध्यान करने से मन पवित्र होता है, भजन सुनने से कान में पवित्रता आती है उसी प्रकार योग करने से संपूर्ण शरीर निरोगी व पवित्र होता है। कार्यक्रम में पूर्व जनभागीदारी अध्यक्ष विनय मिश्रा तथा वीरेन्द्र जोशी अंकुर गौतम संदीप तिवारी विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का आभार वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. मधु स्थापक ने माना।
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