महाविद्यालय के स्तर की गणना उसके भवन और शिक्षकों से नही बल्कि उसकी गुणवत्ता से होती है: विधायक शैलेंद्र जैन
★ 6 करोड़ की लागत से नवीन विस्तारित भवन का भूमिपूजन किया
सागर। शासकीय कला एवं वाणिज्य (अग्रणी) महाविद्यालय में करीब 6 करोड़ की लागत से बनने वाले नवीन विस्तारित भवन का क्षेत्रीय विधायक शैलेंद्र जैन ने भूमिपूजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उच्च शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक तथा महाविद्यालय प्राचार्य डॉ जीएस रोहित ने की।
विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि शिक्षक मूर्तिकार की तरह होते है जो विद्यार्थी को मूर्ति की तरह गढ़ने का काम करते हैं। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस महाविद्यालय के शिक्षक रूपी शिल्पकारों ने न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि संस्कृति, खेल और कला जगत में भी श्रेष्ठ मूर्तियां गढ़ने का सराहनीय कार्य किया है।उन्होंने समूह नृत्य में संभागीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए डॉ श्रीमती प्रवीण शर्मा व डॉ संगीता मुखर्जी की मंच से ही सराहना की।
विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि महाविद्यालय के स्तर की गणना उसके भवन और शिक्षकों की संख्या से नही बल्कि उसकी गुणवत्ता से की जाती है। पिछले कुछ समय में विद्यार्थियों की बढ़ती संख्या के अनुपात में यहां के भवन खेल मैदान और शिक्षकों की आवश्यकता को पूरा करने का प्रयास शासन के सहयोग से किया जा रहा है।जिसका परिणाम है कि 5 करोड़ 90 लाख रु की लागत से नवीन बैरियर फ्री भवन का निर्माण शुरू हो रहा है। इसके अलावा यहां पर शिक्षकों के 34 नए पद स्वीकृत हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय की लायब्रेरी को अत्याधुनिक रूप में उन्नत कर प्रतियोगी परीक्षाओं के अनुकूल बनाया जायेगा जिसमें शहर के छात्र छात्राओं को लाभ मिल सकेगा।
कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ जी एस रोहित ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि महाविद्यालय अपने सीमित साधनों के बावजूद उपलब्ध प्राध्यापकों और अतिथि विद्वानों के सहयोग से शिक्षा के साथ साथ खेल संस्कृति और कला के क्षेत्र में भी अपना परचम लहरा रहा है। विधायक शैलेंद्र जैन के सहयोग से यहां के संसाधनों में वृद्धि के साथ महाविद्यालय अब और भी नई उपलब्धियों को गढ़ने का काम करेगा। कार्यक्रम का संचालन डॉ अमर कुमार जैन ने किया।
भूमि पूजन कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शरद मोहन तिवारी भवन निर्माण एजेंसी के रूप में बीडीए के अधिकारी महाविद्यालय परिवार से डॉ संजीव दुबे डॉ श्रीमती प्रवीण शर्मा डॉ मधु स्थापक डॉ रंजना मिश्रा डॉ संगीता मुखर्जी डॉ सरोज गुप्ता डॉ इमराना सिद्धिकी डॉ संदीप सबलोक डॉ उमाकांत स्वर्णकार डॉ अंकुर गौतम डॉ संदीप तिवारी समेत शिक्षक एवं छात्र छात्राऐं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
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