युवा होने के लिए चित्त की दशा महत्वपूर्ण - डॉ आशीष द्विवेदी ★ बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन

युवा होने के लिए चित्त की दशा महत्वपूर्ण - डॉ आशीष द्विवेदी

★ बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन

सागर। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के मालवीय मूल्य अनुशीलन केंद्र द्वारा स्वामी विवेकानंद की जन्म जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस पर ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड में आयेजित संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि इंकमीडिया स्कूल ऑफ जर्नलिज्म के डायरेक्टर सागर मूल के डॉ आशीष द्विवेदी ने कहा कि युवा होने का निर्धारण उम्र से नही चित्त की दशा से होता हैं। आपने कहा कि गुरु के बिना कोई भी शिष्य सम्पूर्ण नही होता और युवा का व्यक्तित्व ज़िमेदारी निभाने से होता हैं भागने से नही और विवेकानंद ने उठो, जागो और लक्ष्य को हासिल करो।लगातार सीखने की इक्षा युवा मे होना चाहिये।
समारोह की अध्यक्षता केंद्र के समन्वयक  प्रो आशा राम त्रिपाठी ने की तथा कहा कि कर्म सर्वोपरि है, कर्म है तो संजीदगी है।  शरीर माध्यम है इसके लिए स्वस्थ रहना जरूरी है। हमारे धर्म शास्त्रों के गुणों को अपनाकर युवा चिर युवा बना रह सकता है इसके लिए व्यसन को त्यागने का संकल्प जरूरी है और विपरीत परिस्थितियों में भी लक्ष्य से नही भटकना चाहिए। मुख्य वक्ता मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के भाषा विज्ञान विभाग के अध्य्क्ष और जन सम्पर्क अधिकारी डॉ अर्पित कुमार दुबे ने कहा कि समग्र विश्व से जुड़ने के लिए अखिल ब्रमांड को अपना स्वाभाविक कार्य मानने की विवेकानन्द जी की अबधारणा को हमे अपनाना होगा तभी विश्व समृद्ध होगा और मानवता का भला होगा।  इस अवसर पर आयोजन. समिति के सदस्य डॉ उषा त्रिपाठी, डॉ संजीव सराफ, डॉ अभिषेक त्रिपाठी, डॉ प्रीती वर्मा, डॉ रमेश निर्मेष, डॉ रामकुमार दांगी, डॉ राजीव वर्मा, डॉ धर्मजंग ने भी अपने विचार रखे।
मंगलाचरण डॉ रमेश निर्मेष ने किया। स्वागत भाषण डॉ अभिषेक त्रिपाठी ने दिया।मंच संचालन डॉ संजीव सराफ ने किया। धन्यवाद डॉ उषा त्रिपाठी ने ज्ञापित किया। इस अवसर पर नवल मिश्र, डॉ श्रुति लाल, डॉ नेहा वर्मा, डॉ रमेश लाल,अरविंद, छोटेलाल,मन्नत, करन, का विशेष योगदान रहा।

2 टिप्‍पणियां:

  1. इंकमीडिया के डायरेक्टर डा0 आशीष द्विवेदी ने युवा दिवस पर बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित मुख्य अतिथि के रूप में अद्भुत उद्बोधन देकर सागर का नाम उंचा किया।
    अंकित दांगी

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