पूर्व भाजपा सांसद लक्ष्मीनारायण यादव ने लगाया पार्टी में षड्यंत्र का आरोप
★ पुत्र पर FIR दर्ज होने पर पूर्व सांसद यादव अपने बेटे के पक्ष में मीडिया के सामने आए
★ पूर्व सांसद बोले दस्तावेज सही है, मानहानि का दावा करेंगे, संगठन और सरकार स्तर पर रखेंगे मामला
★ हाई प्रोफाइल है जमीन का मामला पूर्व विधायक के बेटे ने बेची थी जमीन
सागर। सागर के पूर्व भाजपा सांसद लक्ष्मी नारायण यादव और उनके बेटे सुधीर यादव जमीन / मकान के कथित अतिक्रमण के मामले में घिर गए है । एक जमीन पर अतिक्रमण हटाने गए निगमकर्मियों को बंधक बनाने के मामले में पूर्व सांसद लक्ष्मीनारायण यादव के बेटे और 2018 में विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रहे सुधीर यादव के खिलाफ कल शुक्रवार को मोतीनगर थाने में FIR भी दर्ज हुई। इस मामले ने राजनीतिक तूल भी पकड़ लिया है। उधर निगम प्रशासन द्वारा जमीन का नामान्तरण रद्द करने की खबरे भी सामने आई है।
पगारा रोड के स्लाटर हाऊस स्थित जमीन और तालाब किनारे स्थित निवास के अतिक्रमण को लेकर नोटिस और अन्य कार्यवाहियों से अपनी ही भाजपा सरकार के रहते आहत हो रहे पूर्व सांसद लक्ष्मी नारायण यादव ने आज मीडिया से खुलकर चर्चा की और आरोप लगाया कि मेरे और मेरे बेटे के खिलाफ पार्टी के कुछ लोग षड्यंत्र रच रहे है और छवि को खराब कर बदनाम कर रहे है। इसमें नगर निगम को टूल बनाकर उपयोग किया जा रहा है। मीडिया ने जब प्रताड़ित करने वाले लोगो का नाम पूछा तो कहा सभी जानते है कौन है। पार्टी में क्या एक ही कि सब चलेगी।
पूर्व विधायक के बेटे से खरीदी जमीन
पूर्व सांसद लक्ष्मीनारायण यादवसुधीर यादव ने सागर जिले से कांग्रेस के विधायक रहे स्वर्गीय लीलाधर खटीक के बेटे हरेंद्र खटीक से यह जमीन खरीदी थी। यह जानकारी उन्होंने मीडिया को दी।
ये कहा प्रेसनोट में
पूर्व सांसद लक्ष्मीनारायण यादव ने मीडिया को बताया कि सागर पगारा रोड पर सागर खारा पटवारी हल्का नंबर 216/19 रकबा 0.057 जो सिददेलाल उर्फ कनोदी पिता निरपत जाटव एनं हरेन्द्र पिता लीलाधर खटीक द्वारा मेरे पुत्र सुधीर खरीदी गई जमीन पर किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं है । इस मामले में मेरे पुत्र सुधीर यादव को राजनैतिक दवेष एवं षडयंत्र कर फसाकर राजनैतिक छवि को धूमिल करने का प्रयास रात्ता में बैठे कतिपय नेताओं व प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा किया गया है।
इससे पूर्व उक्त मामले को लेकर मेरे पुत्र के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत की गयी थी संयुक्त जॉब रिर्पोट में स्लाटर हाऊस की जगीन पर किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं पाया गया था तथा हमारी क्रयशुदा एवं स्लाटर हाउस की जमीन पर सीमांकन दिनांक से आज तक कोई निर्माण कार्य नहीं किया गया।
★नगरनिगम का पुलिस को दिया आवेदन पत्र
वस्तुस्थिति इस प्रकार है
प्रेसनोट के अनुसार..
1. मेरे पुत्र सुधीर यादव द्वारा मौजा सागर खास पहन, 66 में ख.नं. 216/19 रकबा 0.057 हे । 6200 वर्ग फुट भुनि पजीकृत निकय पत्र दिनांक 09.08.2009 को सिदेलाल कनछेदी पता निरपत जाटव से खरीदी की है, जिस पर किसो प्रकार का निर्माण कार्य नहीं है।
2. दूसरा विक्रय हरेन्द्र पिता लीलाधर खटीक से दिनांक 08.02.2011 को खनं. 276/24 रकबा 0.012 हे. (1500 वर्ग फुट में खरीदी की गयी है। दोनो विजय पत्र राजस्व विभाग एवं निगम के अभिलेखों में दर्ज है।
3. मेरे पुत्र द्वारा 7700 वर्गफुट दो विक्रय पत्रों के माध्यम से खरीदी की गयी है। सलाटर हाऊस की भुनि पर अतिक्रमण नहीं हैं।
मेरे पुत्र सुधीर यादय की अतिक्रमण के संबंध लोकायुक्त में पूर्व भी शिकायत
की गयी थी जिसकी जांच एवं सीमांकन 10.12.2011 को नगर निगम सागर एवं
राजरय विभाग की संयुक्त टीम द्वारा मौक पर सीमांकन कर जांच प्रतिवेदन दिया गय । जिसमे स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि स्लाटर हाउस को भूमि पर अतिक्रमण नहीं पाया गया । सीमांकन दिनांक से आज दिनांक तक मेरी स्वयं की भूमि पर कोई नर्माण कार्य नहीं किया गया। स्लाटर हाउस को भूनि ख.नं. 26/2.217/2 रकबा क्रमश: 0.015, 0.006 मोजा सागर खास एवं ललई टौरी में स्थित भूमि खनं. 60/2.61/2 रकना क्रमशः 0.089, 0.121 कुल रकबा 0.210 है, भूमि का सीमांकन नगर पालिक निगम के उपयंत्री एवं राजस्व विभाग दोनो विभागों की गठित सीमांकन दल द्वारा दिनांक 10/12/2011 को सीमांकन किया गया है। संयुक्त प्रतिवेदन की भूमि पर अशोक भाई पिता मणीभाई का कब्जा है शेष भूमि खाली है। मौजा सागर खास की स्लाटर हाउस की भूमि खसरा नंबर 216/2 रकबा 005 अंश भाग पर रास्ता बनी है। ख. नं. 217/2 रकबा 006 पर खुरई मार्ग से पगारा मार्ग बना है।
अतिक्रमण नही षड्यंत्र है
सुधीर यादव का वर्तमान में कोई अवैध निर्माण व अतिक्रमण नहीं किया गयाहै। राजनैतिक द्ववेशवश झूठे तथ्य एकत्र कर अतिक्रमण की अवैधानिक कार्यवाही की गयी है। मेरे पुत्र को राजनैतिक द्वेषवश षडयंत्रपूर्वक फसाया जा रहा है ।अतिक्रमण की अवैध कार्यवाही की जॉच निष्पक्ष जॉचकर वैधानिक कार्यवाही
की जाये। मेरी एवं मेरे परिवार पर अतिक्रमण संबंधी झूठी व अवैधानिक कार्यवाही की गयी है, तथ्यहीन मुद्दों पर छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है। मैं चाहता हूँ कि इसमें जो लोग भी षडयंत्र पूर्वक कार्यवाही में सम्मिलित है उनके खिलाफ कार्यवाही की जाये एव 'हम भी न्यायालय में इस बात का मानहानि का दावा पेश करेंगे।
कल ये हुआ
सागर शहर के पगारा रोड पर अतिक्रमण हटाने गए नगर निगम के सहायक आयुक्त, सहायक इंजीनियर को कल अतिक्रमणकारियों ने बंधक बना लिया। निगम की दोनों जेसीबी मशीनें, डम्फर व अन्य वाहन को भी भीड़ ने बंधक बना लिया। इस मामले में शाम को मोतीनगर थाने में FIR निगम प्रशासन ने सुधीर यादव के खिलाफ दर्ज कराई।
इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह का कहना है कि नगर निगम की तरफ से एक आवेदन प्राप्त हुआ था जिसमे भाजपा नेता सुधीर यादव के खिलाफ धोखाधड़ी जालसाजी के तहत कूटरचित दस्तावेजो पर नगरनिगम की जगह पर कब्जा किया गया था जिसको हटाने पर नगरनिगम के कर्मचारियों से अभरदता की गई जिसके आधार पर सुधीर यादव पर मामला दर्ज किया गया है ।
पूरे मामले की जांच हो : भूपेंद् गुप्ता, कांग्रेस नेता
इस मामले में कांग्रेस के विचार विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि पूरे मामले की जांच होना चाहिए। प्रदेशभर में ऐसे कब्जे हुए है । इसके पुराने दस्तावेजो की जांच होना चाहिए। जब निगम की जमीन थी तो रजिस्ट्री कैसे हो गई ? जांच में दोषी अधिकारियों पर भी कार्यवाई हो। भाजपा में भू माफिया तेजी से बढ़े है।