बी.टी.आई. में कार्यस्थल में यौन उत्पीड़न से बचाव पर कार्यशाला हुई आयोजित
सागर। जिले के उपनगरीय क्षेत्र मकरोनिया स्थित बी.टी. इन्स्टीट्यूट ऑफ एक्सीलैंस कॉलेज में गुरुवार को एक दिवसीय कार्यशाला "कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न से बचाव" विषय पर आयोजित की गई। दरसल, कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम 9 दिसम्बर, 2013, में प्रभाव में आया था। जिसको लेकर इस साल महिला और बाल विकास मंत्रालय ने इस ऐतिहासिक कानून की अधिसूचना की आठवीं वर्षगांठ मनाते हुए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है।
आज के समयानुसार किसी भी संस्थान में महिला यौन उत्पीड़न के खिलाफ महिलाओं को जागरूक रहने की जरूरत है, यदि महिलाए जागरूक रहती हैं तो यौन उत्पीड़न जैसी घटनाए बिल्कुल नहीं होगी। इसके अलावा यदि होती है तो संबंधित को बिना डरे, रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। प्रत्येक संस्थानों में इसके लिए समिति काम करती है, आज के समय में हर स्तर पर बात सुनी जा रही है।
इसी तारतम्य में मकरोनिया स्थित बी.टी. इन्स्टीट्यूट ऑफ एक्सीलैंस कॉलेज में 9 दिसंबर को "यौन उत्पीड़न से बचाव" विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। इस अवसर पर लोकायुक्त इंस्पेक्टर बी. एम. द्विवेदी जी ने छात्राओं को ऐसी घटनाओं से बचने के कुछ उपाय बताये, जैसे कार्यस्थल पर किसी भी आपत्तिजनक क्रियाओं पर संस्थान में शिकायत अवश्य दर्ज़ कराएं, किसी भी व्यक्ति द्वारा किए गए आपत्तिजनक कृत्य, बात , इशारा आदि पर प्रत्यक्ष रूप से विरोध दर्ज कराना चाहिए तथा इसकी जानकारी संबंधित वरिष्ठ शिक्षक/शिक्षिका ज़रूर देना चाहिए, अपने साथियों को भी इस संबंध में जागरूक करना चाहिए, किसी भी व्यक्ति फिर चाहे उसका आपसे संबंध कुछ भी हो , उसके द्वारा किए गए आपत्तिजनक कृत्यों को समझना चाहिए और प्रारंभ में ही उसका विरोध दर्ज करा देना चाहिए।
एवं प्रो. डॉ. सुबोध कुमार जैन ने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनने की जरूरत हैं। साथ ही कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजू टंडन ने बताया कि छात्राओं और अभिवावकों के बीच की हिचकिचाहट को दूर करना होगा। इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन अंजली दुबे ने किया।
इस कार्यशाला में अध्ययनरत प्रतिभागियों ने कई आवश्यक सुझाव दिए एवं प्रत्येक स्तर पर जागरूकता लाने की बात कही गई। इस दौरान महाविद्यालय से समस्त स्टाफ और छात्र/छात्रायें इस कार्यशाला में उपस्थित थे। कार्यक्रम में पधारे अतिथियों का आभार संस्था के प्राचार्य डॉ. राजू टंडन द्वारा किया गया ।
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