मेडिकल एजुकेशन में राजस्व अधिकारी की नियुक्ति, दूसरे दिन भी विरोध जारी, बीएमसी परिसर में हुआ सुंदरकांड भंडारा
सागर। मध्य प्रदेश शासन के राजस्व अधिकारियों की जो दिन दूनी रात चौगनी वृद्धि हो रही है ,उसकी उत्तरोत्तर वृद्धि की मंगल कामना के साथ ,सागर के समस्त चिकित्सा समुदाय ने बीएमसी शिव मंदिर प्रांगण में सुंदर काण्ड का पाठ एवं भंडारे का आयोजन किया ।
इस अवसर पर राष्ट्रीय आईएमए के सदस्य डॉ सिरोठिया ने शासन के मेडिकल एजुकेशन में डिप्टी कलेक्टर को बैठाने के आदेश का पुरजोर विरोध किया,नर्सिंग होम एसोसिएशन के dr संजीव मुखराया एवम dr मनीष झा ने दैनिक प्राइवेट प्रैक्टिस के महंगे होने की वजह शासन द्वारा थोपे गए विभिन्न करो को बताया फिजिशियन एसोसिएशन के डॉ प्रदीप चौहान ने बताया चिकित्सा शिक्षा एक वैज्ञानिक विषय है।
चेस्ट विशेषज्ञ डा ताल्हा के अनुसार विदेशो की गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सेवाओं की मूल वजह उच्च पदों पर टेक्निकल आदमी का आसीन होना होता है,
Dr मोनिका जैन के अनुसार अस्पताल या क्लिनिक खोलने में २० से २२ परमिशन लगती है। Dr पिंकेश गहलोत तथा उमेश पटेल ने आंदोलन कर आगे जोरदार विरोध करने की जरूरत बताई। अंत में प्रोफेसर dr सर्वेश जैन ने पिछले बीस बरस में स्वास्थ्य सेवाओं एवम मेडिकल एजुकेशन के पतन के लिए नीतिगत निर्णय लेने वाली पोस्ट पर राजस्व अधिकारियों की नियुक्ति बताई,उनके अनुसार अखिल भारतीय सेवा नियमो की वजह से यह अधिकारी निरंकुश होते है,
वर्तमान कोरोना की त्रासदी की अव्यवस्था के मूल में भी पढ़े लिखे अंगूठा छाप लोगो का कुर्सी पर बैठना बताया,
फिलहाल प्रदेश में मेडिकल यूनिवर्सिटी का वाइस चांसलर एवम मेडिकल काउंसिल का चेयरमैन राजस्व अधिकारी है। इस अवसर पर सागर जिले के सारे सरकारी एवम प्राइवेट एमबीबीएस डॉक्टर उपस्थित थे। सुंदरकांड के बाद सबने भंडारा किया।
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