राॅगोली के कलरों, डिजायनों से श्री गुलाब बाबा मंदिर परिसर सजा

राॅगोली के कलरों, डिजायनों से श्री गुलाब बाबा मंदिर परिसर सजा 



सागर ।  श्री गुलाब शक्ति सिद्ध क्षेत्र में आज श्री गुलाब बाबा मंदिरके 14वें वार्षिक उत्सव के तहत पंचम दिवस को विशाल राॅगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने श्री गुलाब बाबा मंदिर परिसर स्थित सभी मंदिरों के चारों ओर, विभिन्न रंगों से अति सुंदर राॅगोली बनाई । लगभग 8 वर्ष से 65 वर्ष तक की महिलाओं छात्राओं ने हिस्सा लिया । 
राॅगोली प्रतियागिता के अ वर्ग (18 वर्ष से कम उम्र)में निर्णायक संध्या सरवटे, सुश्री रितु बावरे एवं आशीष ज्योतिषी ने 188 प्रतियोगियों में से प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं प्रोत्साहन पुरूस्कार के लिए अंशिता सोनी, साम्या भोजक, वैष्णवी कोरी एवं शैली सोनी को चुना । वही ब वर्ग (18 से अधिक उम्र) के 32 प्रतियोगियों में से निर्णायक श्रीमति सविता मेहता, श्रीमति स्वाति हलवे एवं हेमन्त ताम्रकार ने प्रथम द्वितीय, तृतीय, प्रोत्साहन पुरूस्कार हेतु सोनल सोनी, दिशा जैन, शीतल जाट एवं मेघा ठाकुर को चुना । 




सभी प्रतियोगियों को पुरूस्कार श्रीमति प्रभा सोनी, हेमलता जड़िया, गायत्री विश्वकर्मा, जयश्री दुबे, श्रीमति बागुल(पुणे), नत्थी जडिया, ललिता डालचंद पटैल, मीना सोनी के कर कमलों से वितरित किये गये । 
प्रतियोगिताओं के समायोजन में श्रीमति योगिनी वाखले, ज्योति नीतेश शर्मा, गीता ओमपाल आर्य, अनिता आठ्या राधिका चैरसिया, अमिता मनोज दुबे आदि का सहयोग रहा । 



मंदिर सचिव श्याम सोनी ने बताया कि मंदिर के वार्षिक उत्सव को बुंदेली स्वरूप् में आज बुंदेलखण्ड के लोकगीत गायको श्री हरगोविन्द विश्व, शिवरतन यादव, देवीसिंह राजपूत, मणीदेव ठाकुर, देवकीनंदन सरकरवार, जयंत विश्वकर्मा, डाॅ. रामकुमार विश्वकर्मा, संजय साहू, ऋषि विश्वकर्मा, कपिल चैरसिया आदि ने अपनी प्रस्तुतियाॅं दी । समायोजन दिनेश तंतवाय, राजीव रत्न गोलनदाज एवं उनकी टीम का रहा । अत्यंत ही मनमोहक वेशभूषा, पूर्ण पारम्परिक बंुदेली वाद्य यंत्र समायोजन में भक्तों के साथ महाराष्ट्र से आये भक्त बुंदेली धुनों पर खूब थिरके । 


मंदिर व्यवस्थापन ट्रस्टी - जयंत पारासरे (मामाजी) ने बताया कि शुक्रवार 3.12.21 को मंदिर में पूजाथाली सजाओं प्रतियोगिता एवं शाम को लोक दर्पण साॅस्कृतिक संस्था के मंगल यादव के निर्देशन में बुन्देली नृत्य महोत्सव के तहत नौरता, बधाई, ढिमरयाई, बरेदी आदि नृत्यों की प्रस्तुतियाॅ होगी एवं भंडारा शाम को 7ः32 से रात्रि 9ः32 तक होगा ।  
    
                                                   
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