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सागर जिले की पारेषण क्षमता में हुई बढोतरी ★ मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने स्थापित किया अतिरिक्त 160 एमव्हीए क्षमता का पॉवर ट्रांसफार्मर


 
सागर जिले की पारेषण क्षमता में हुई बढोतरी
★ मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने  स्थापित किया अतिरिक्त 160 एमव्हीए क्षमता का पॉवर ट्रांसफार्मर


सागर।  मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने 400 केव्ही सबस्टेशन नारिओली, सागर में  160 एमव्हीए क्षमता का नया ट्रांसफारमर स्थापित कर सागर जिले की पारेषण क्षमता (ट्रांसमिशन कैपेसिटी) को मजबूती प्रदान की है।
गत दिवस मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के सागर परीक्षण एवं संचार वृत्त के अंतर्गत सागर परीक्षण संभाग के 400 केव्ही सबस्टेशन नरयावली सागर में एक अतिरिक्त 160  एमव्हीए क्षमता का पॉवर ट्रांसफारमर स्थापित किया गया इससे स्थानीय सागर क्षेत्र के अलावा गौरझामर, राहतगढ़ और गढ़ाकोटा क्षेत्र में संचालित 132 केव्ही सबस्टेशनों से जुड़े उपभोक्ताओं को फायदा पहुचेगा और क्षेत्र के उपभोक्ताओं को अच्छी गुणवत्ता की बिजली पर्याप्त वोल्टेज पर उपलब्ध हो सकेगी।

2018 एमव्हीए क्षमता हो गई है सागर जिले की


400 केव्ही सबस्टेशन सागर में इस नये 160 एमव्हीए क्षमता के पावर ट्रांसफारमर की स्थापना के साथ सागर जिले की कुल स्थापित ट्रांसफारमेशन क्षमता बढ़कर 2018 एमव्हीए हो गई है। जबकि 400 केव्ही सबस्टेशन सागर की  क्षमता 1260 एमव्हीए की हो गई है।  

बीना में 1978 में पहला सबस्टेशन बना था सागर जिले का


सागर जिले में वर्तमान में 11 अति उच्च दाब के सबस्टेशन है जिनकी कुल क्षमता  2018 एमव्हीए की है पर सागर जिले का सबसे पहला सबस्टेशन सन् 1978 में बना था। जो बीना में स्थापित किया गया था और उसकी उस समय क्षमता 12.5 एमव्हीए की थी। आज सागर जिले मे  400 केव्ही सबस्टेशन सागर जिसकी क्षमता 1260 एमव्हीए की है इसके अलावा  132  केव्ही सबस्टेशन सागर जिसकी क्षमता 63 एमव्हीए, 132 केव्हीए सबस्टेशन राहतगढ़ की क्षमता 40 एमव्हीए, 132 केव्ही सबस्टेशन गढ़ा कोटा की क्षमता 40 एमव्हीए, 132 केव्ही सबस्टेशन खुरई की क्षमता 40 एमव्हीए , 132 केव्ही सबस्टेशन खिमालसा की क्षमता 40 एमव्हीए, 132 केव्ही सबस्टेशन बंडा की क्षमता 40 एमव्हीए, 132 केव्ही  सबस्टेशन  रहली की क्षमता 50 एमव्हीए  तथा 132 केव्ही सबस्टेशन  देवरी की क्षमता 50 एमव्हीए की है। जो सागर जिले में विद्युत पोरषण करती है।

इनका रहा योगदान

इस ट्रासफारमर को ऊर्जीकृत कराने में अतिरिक्त मुख्य अभियंता (परीक्षण एवं संचार वृत्त) सागर इंजी. भीकम सिंह, कार्यपालन अभियंता इंजी. एम वाय मंसूरी, सहायक अभियंता
 (टेस्टिंग) इंजी.  विलास गावंडे सहायक अभियंता सब स्टेशन इंजी अंकित बरसैया, कनिष्ठ अभियंता श्री वीरेन्द्र अहिरवार, श्री पुष्पेन्द्र पटेल तथा टेस्टिंग टीम पी.एस. विश्वकर्मा, बी.एस प्रजापति तथा कमल चौरसिया का योगदान रहा।

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