बीएमसी : लेबर रूम के पास आतिशबाजी का मामला , नर्सिंग स्टाफ निलंबित ★ जूनियर डॉक्टर, पीजी छात्र सहित अन्य के प्रवेश पर रोक, सुरक्षाकर्मी बाहर

बीएमसी : लेबर रूम के पास आतिशबाजी का मामला , नर्सिंग स्टाफ निलंबित
★ जूनियर डॉक्टर, पीजी छात्र सहित अन्य के प्रवेश पर रोक, सुरक्षाकर्मी बाहर 



सागर 6 नवम्बर.बुंदेलखंड मेडीकल सागर के लेबर रूम के पास दीपावली की रात आतिशबाजी के वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए प्रबंधन द्वारा नर्सिंग स्टाफ को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही जूनियर डॉक्टर, पीजी छात्र सहित इंट्रेनशिप करने वालों के लेबर रूम में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. तो सुरक्षाकर्मी की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं.  
मालूम हो कि 4 नवम्बर की रात में पंत नगर वार्ड निवासी एक महिला की प्रसूती के बाद मौत हो गई थी, जिसको लेकर परिजनों द्वारा मौजूद स्टाफ पर लापरवाही का आरोप भी लगाया गया था. वहीं सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लेबर रूम के पास कुछ लोग आतिशबाजी करते नजर आ रहे थे, जिसको बीएमसी प्रबंधन ने संज्ञान में लेते हुए जाँच कराई और मौजूद स्टाफ व लोगों से बात की तो वीडियो सही पाया गया. 
बीएमसी के मीडिया प्रभारी डॉ उमेश पटैल ने सोशल मीडिया पर ही जारी वीडियो में बताया है कि लेबर रूम के नर्सिंग स्टाफ को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही जूनियर डॉक्टर, पीजी छात्र, इंट्रेनशिप के लेबर रूम में प्रवेश पर रोक भी लगा दी गई है, वहीं सुरक्षाकर्मी की सेवाएं भी समाप्त कर दी गई हैं.


इन पर हुई कार्यवाई

बीएमसी डीन डॉ. आरएस वर्मा ने लेबर रूम में लापरवाही पूर्वक आतिशबाजी करने को गंभीर मानते हुए दोषी स्टाफ नर्स रामदेवी अहिरवार को सस्पैंड कर दिया गया है। वहीं ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मी को नौकरी से हटा दिया गया है।  इनके अलावा विभागाध्यक्ष डॉ शिखा पांडेय को नोटिस जारी कर जबाव तलब किया गया है। 
वहीं डॉ पलाश, पीजी डॉक्टर,  डॉ. आफरीन, इंटर्न छात्रा, डॉ. तरुणी गुप्ता, इंटर्न छात्रा,  डॉ. जयश्री, इंटर्न छात्रा, डॉ. मीना मैथयू, इंटर्न छात्रा को नोटिस जारी किया गया है। वहीं इन सभी को लेबर रूम व लेबर ओटी से हटा दिया गया है।

ये है पूरा मामला

दरअसल पंतनगर वार्ड की रहने वाली पूजा आठ्या को बुधवार को बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में डिलीवरी के लिए भर्ती किया गया था. 4 नवंबर को पूजा ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. लेकिन देर रात पूजा की तबीयत खराब होने लगी. पूजा के परिजनों ने डॉक्टर को सूचना दी. इस दौरान इलाज के लिए पूजा को इंजेक्शन तो लगा, लेकिन इंजेक्शन लगते ही पूजा की मौत हो गई. वहीं इस दौरान अस्पताल स्टॉफ का पटाखे फोड़ते हुए वीडियो भी वायरल हुआ.

मृतिका के परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने पूजा की तबीयत बिगड़ने पर जैसे ही इंजेक्शन लगाया. कुछ ही देर में पूजा की तबियत और ज्यादा बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई. प्रसूता की मौत के बाद उसके परिजन भड़क गए और उन्होंने डॉक्टर पर गलत इंजेक्शन और लापरवाही से इलाज करने का आरोप लगाया. करीब 12 बजे हुई घटना के बाद मृतिका के परिजनों ने मेडिकल कॉलेज में जमकर हंगामा किया.


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