विश्वविद्यालय: चित्रकारी कर बच्चों ने दिया वन्यजीव संरक्षण जागरूकता का संदेश
सागर : डॉ. हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय, सागर से सिविल लाइंस के सड़क मार्ग की दीवार पर चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. गौरतलब है कि प्रत्येक वर्ष अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में वन्यप्राणी संरक्षण सप्ताह मनाया जाता है. वर्ष 2021 में इसकी थीम 'वन्यजीव और आजीविका: लोगों और ग्रह को बनाए रखना' रखी गई है. देश भर में 67वां वन्यजीव संरक्षण सप्ताह मनाया जा रहा है जिसके तहत वन्यजीव के संरक्षण जागरूकता संबंधी कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. इसी के तहत वनमंडल विभाग, सागर के तत्त्वावधान में सागर शहर के विभिन्न शिक्षा केंद्रों के विद्यार्थियों द्वारा विश्वविद्यालय से सिविल लाइंस मार्ग की दीवार पर चित्रकारी कर विभिन्न वन्य जीवों और उनके संरक्षण की आवश्यकता को दर्शाया गया. चित्रकारी के माध्यम से उन्होंने यह बताने का प्रयास किया कि पारिस्थितिकी तंत्र में वन, वन्यजीव और मनुष्य, सभी की एक दूसरे पर निर्भरता है और यह सहचर्य सभी के अस्तित्त्व के लिए आवश्यक है. इस प्रतियोगिता में सेंट मेरी स्कूल, आर्मी स्कूल, शैलेश मेमोरियल स्कूल सहित कई स्कूली बच्चों और विश्वविद्यालय के फाईन आर्ट्स के विद्यार्थियों ने भाग लिया.
विश्वविद्यालय: मद्यपान निषेध की शपथ दिलाई गई
डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के सांस्कृतिक परिषद् के तत्त्वावधान में मद्यपान निषेध की शपथ दिलाई गई. गौरतलब है कि भारत सरकार द्वारा नशामुक्त भारत अभियान के तहत अगस्त 2022 तक भारत के सौ जिलों को नशामुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है. इस अभियान में संस्थाओं द्वारा कार्ययोजना तैयार कर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से नशामुक्ति के प्रयास किये जा रहे हैं. इसी के तहत विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक परिषद् द्वारा विद्यार्थियों को ललितकला एवं प्रदर्शनकारी कला विभाग के परिसर में मद्यपान निषेध की शपथ दिलाई गई.
सांस्कृतिक परिषद् के समन्वयक डॉ. राकेश सोनी ने बताया कि मौजूदा समय में युवाओं में नशाखोरी की प्रवृत्ति में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. भारत सरकार के इस अभियान के तहत परिषद् रूपरेखा बनाकर जागरूकता और अन्य कार्यक्रमों के जरिये नशामुक्ति अभियान में परिषद् अपनी सक्रिय भागीदारी करेगा.
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