डॉ गौर विश्वविद्यालय: 25 अक्टूबर से हो सकेगी छात्र-छात्राओं की आमद, भौतिक रूप से लगेंगी कक्षाएं
★ प्रथम चरण में पीजी और पी-एचडी को होगी अनुमति, गाइडलाइन का कड़ाई से करना होगा पालन
सागर । डॉ. हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय, सागर परिसर छात्र-छात्राओं एवं शोधार्थियों के लिए फिर से खोले जाने के लिए तैयार है. कोरोना महामारी के कारण लम्बे समय से भौतिक रूप से कक्षाओं का संचालन बंद कर दिया था और ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही थीं. विश्वविद्यालय द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार प्रथम चरण में 25 अक्टूबर से पीजी और पी-एचडी छात्र विश्वविद्यालय आ सकेंगे. उनकी कक्षाएं भी चलेंगी और वे प्रयोगशालाओं में शोध कार्य भी कर सकेंगे. हॉस्टल में भी उन्हें प्रवेश मिलेगा. लेकिन इन सबके लिए उन्हें विश्वविद्यालय द्वारा जारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन करना होगा.
विश्वविद्यालय आने पर ये दस्तावेज होंगे अनिवार्य
विश्वविद्यालय आने को इच्छुक सभी छात्रों के पास कोविड टीके के पहले डोज का प्रमाण-पत्र, विश्वविद्यालय में प्रवेश करने के 72 घंटे पहले का निगेटिव आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट, विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केंद्र से स्वास्थ्य परीक्षण सर्टिफिकेट और छात्र-छात्राओं के माता-पिता अथवा संरक्षक का ऑफलाइन कक्षाओं के लिए सहमति घोषणा-पत्र अनिवार्य रूप से होना चाहिए. इन सभी दस्तावेजों की प्रतियां संबंधित विभाग में जमा करनी होंगी. हॉस्टल में रहने को इच्छुक छात्र-छात्राओं को इन दस्तावेजों की एक प्रति संबंधित वार्डन के पास भी जमा करनी होंगी. हॉस्टल में प्रवेश सीटों की उपलब्धता और प्रचलित नियमानुसार दिया जाएगा.
इसके अलावा थर्मल स्क्रीनिंग, स्वच्छता, नियमित सैनेटाइजर का इस्तेमाल, लैब में काम करने संबंधी सावधानियां, विभिन्न परिसरों में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क के उपयोग, खान-पान की वस्तुओं आदि के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गये हैं जिनका कड़ाई से पालन किया जाना अनिवार्य होगा. इस सम्बन्ध में कुलसचिव संतोष सोहगौरा द्वारा जारी आदेश के साथ घोषणा-पत्र का प्रारूप भी संलग्न है.
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