डॉ गौर विवि में पं दीनदयाल उपाध्याय और डॉ गौर पीठ बनेगी
★ कुलपति ने ली प्रशासनिक और एकेडमिक प्रमुखों की बैठक
सागर. । डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने विश्वविद्यालय के सभी स्कूल डीन, विभागाध्यक्ष और विभिन्न प्रशासनिक निदेशकों के साथ बैठक की. उन्होंने विभाग की स्थितियों, अकादमिक और सह-शैक्षणिक गतिविधियों तथा अन्य कार्यों की जानकारी ली तथा कई आवश्यक और महत्त्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी दिए.
उन्होंने कहा कि सभी अपने-अपने विषय क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करें जिससे विभाग समृद्ध हो सकें और विश्वविद्यालय और अधिक प्रगति कर सके. इसके लिए सभी विभाग देश-विदेश के विश्वविद्यालयों, राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व के संस्थानों और महत्त्वपूर्ण सामाजिक संस्थानों से साझेदारी करने के प्रस्ताव तैयार करें. ग्रामीण विकास से संबंधित पाठ्यक्रम को लोकप्रिय बनाने का प्रयास करें और स्किल बेस्ड पाठ्यक्रमों पर जोर दें. आयुर्वेदिक उत्पादों के लिए प्राकृतिक संसाधनों को उपयोगी बनाया जा सके इसके लिए विभिन्न कंपनियों से साझेदारी करने का सुझाव दिया.
उन्होंने अम्बेडकर चेयर को फंक्शनल बनाने तथा विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग को पंडित दीनदयाल उपाध्याय चेयर, विधि विभाग को डॉ. गौर चेयर के लिए प्रस्ताव तैयार करने के लिए भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिया. महिला अध्ययन केंद्र स्थापित करने के लिए भी प्रस्ताव तैयार करने के लिए भी निर्देशित किया. उन्होंने कहा कि सभी शिक्षक शोध परियोजनाओं के लिए आवेदन करें ताकि विश्वविद्यालय शोध के क्षेत्र में अग्रणी हो सके.
नैक तैयारियों का भी लिया जायजा
नैक पीयर टीम के आगमन के मद्देनजर उन्होंने विश्वविद्यालय की नैक समिति की भी बैठक ली और तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि सभी विभाग आमंत्रित व्याख्यानों की संख्या बढायें, कंसल्टेंसी बढ़ाने के उपाय करें, नियमित संगोष्ठी और कार्यशाला आयोजित करें. उन्होंने पुस्तकालय में विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा लिखित पुस्तकों के लिए 'फैकल्टी कॉर्नर' बनाने का सुझाव दिया. मानव विज्ञान, जंतु विज्ञान, प्राचीन भारतीय इतिहास विभाग सहित अन्य विभागीय संग्रहालयों को आकर्षक बनाने के लिए भी कहा. बैठक में कुलसचिव संतोष सोहगौरा और उपकुलसचिव सतीश कुमार भी उपस्थित रहे.
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