वैचारिक स्वच्छता अभियान का तीसरे वर्ष में प्रवेश"17 सितंबर नो एब्यूज्ड डे ★ "मां बहन बेटी की गालियां न देने का संकल्प दिवस"

वैचारिक स्वच्छता अभियान का तीसरे वर्ष में प्रवेश"17 सितंबर नो एब्यूज्ड डे

★ "मां बहन बेटी की गालियां न देने का संकल्प दिवस"

सागर । सागर से उठे राष्ट्रव्यापी वैचारिक स्वच्छता अभियान का आज तीसरे वर्ष में प्रवेश 17 सितंबर को हो रहा है। स्वच्छ भारत मिशन सागर कैन्ट  की की ब्रांड एम्बेसडर समाजसेवी  डॉ वंदना गुप्ता के नेतृत्व में  निरन्तर इस अभियान में 2 वर्ष से तीव्र गति से कार्य किया जा रहा है ।"द एसोसिएशन ऑफ वी क्लब्स  ऑफ इंडिया" के बैनर तले  यह अभियान प्रारंभ हुआ जो आज राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अनेकों संस्थाओं एवं लोगों द्वारा " समाज को मां बहन बेटी की गालियों के विरुद्ध" जगाने का संकल्प गया है। इस दौरान विभिन्न शहरों , शैक्षणिक संस्थाओं, उच्च प्रशासनिक अधिकारियों, प्रशासनिक कार्यालयों ,सामाजिक संस्थाओं ,सार्वजनिक स्थलों आदि पर लोगों को माँ बहन बेटी की गलियाँ न देने का संकल्प दिलाकर वैचारिक शुद्धि के लिए प्रेरित किया गया। इसका बहुत ही सकारात्मक प्रभाव देखने  को मिला है। इस सामाजिक बुराई पर एक 23 मिनट की फिल्म  "घुटन समाज की" का भी निर्माण किया गया है जिसके प्रोमो का लोकार्पण 6माह पूर्व हुआ था। आज इस फिल्म का भी यू ट्यूब पर लोकार्पण शाम 4 बजे होगा। इन प्रयासों के परिणाम स्वरूप लोगों ने स्वयं को सुधारने के संकल्प के साथ साथ समाज को भी जगाने का संकल्प लिया। इसी क्रम में सागर की पूर्व कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल जी के कार्यकाल में इस अभियान की शुरुआत हुई जिसमें उनका पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ। पूर्व कलेक्टर श्री दीपक सिंह जी ने भी इस अभियान को अपनाने का संकल्प लिया व उच्च शिक्षण संस्थाओं में इस अभियान को आगे ले जाने की बात कही। 15 सितंबर को जिलाधीश महोदय सागर श्री दीपक आर्य जी ने भी इस अभियान को अपनाने  का संकल्प लिया तथा शासकीय ,अशासकीय कार्य स्थलों पर 17 सितंबर को "नो एब्यूस डे"   वैचारिक स्वच्छता अभियान संकल्प दिवस के रूप में मनाने का संकल्प लिया। 

Share:

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

Archive