सेवादल संस्थापक डॉ हार्डीकर की पुण्यतिथि पर वृद्धाश्रम में श्रृद्धाजंलि दी कांग्रेस सेवादल ने
सागर। शहर कांग्रेस सेवादल सागर ने कांग्रेस सेवादल के संस्थापक और महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व.डा.नारायण सुब्बाराव हार्डिकर की 46 वीं पुण्यतिथि पर वृद्धाश्रम पहुंचकर बेसहारा वृद्धों के बीच फल,बिस्किट बांटकर हार्डिकर जी को श्रृद्धाजंलि देकर स्मरण किया।
शहर कांग्रेस सेवा दल के जिलाध्यक्ष सिंटू कटारे के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने डा. नारायण सुब्बाराव हार्डिकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। सिंटू कटारे ने कहा कि कांग्रेस सेवादल के संस्थापक हार्डिकर ने अपनी अंतिम वसीयत में लिखा कि मेरे मरने के पश्चात मेरे शरीर को न जलाया जाए और न ही दफनाया जाए, बल्कि इस शरीर को मेडिकल कालेज के छात्रों को अध्ययन के लिए सौंप दिया जाए। त्याग, संगठन के प्रति निष्ठा और समाज के लिए समर्पण की इस भावना को हम सभी उन्हें प्रणाम करते हैं। ऐसे क्रांतकारी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी को उनके पुण्यतिथि पर नमन करते हैं। आजादी की लड़ाई के वक्त नागपुर जेल में बंद के होने दौरान हार्डिकर के दिमाग में संगठन स्थापित करने का विचार आया। जिसे जेल से छूटने के बाद उन्होंने मूर्त रूप दिया।
प्रदेश पदाधिकारी सेवादल विजय साहू ने बताया कि कांग्रेस सेवादल के सिपाही,आजादी की लड़ाई में क्रांतिकारियों व बंदियों की हर तरह से मदद करते रहे। जिसके फलस्वरूप आज तमाम लड़ाइयां व कुर्बानियों के दम पर हम स्वतंत्र भारत के लोकतंत्र में खुल कर सांस ले रहे हैं। इस मौके पर द्वारका चौधरी,कार्यकारी अध्यक्ष महेश जाटव, पिछडा वर्ग अध्यक्ष राजा सेन,ब्लाकाध्यक्ष नितिन पचौरी,आनंद हैला,कल्लू पटैल, हरिश्चंद्र सोनवार,वसीम खान,अशोक नागवानी,रामगोपाल यादव,मिथुन घारू,
मोहित वाल्मीकि,मनोज सोनवार,देवी अहिरवार,अंकित,सिद्धू,करन वाल्मीकि, श्रीराम,अमर,निहाल पटैल अंकित वाल्मीकि,राहुल व्यास, विक्की करोसिया, गोलू पटैल,संतोष प्रजापति,आदि उपस्थित रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें