स्वर्गीय डॉ. जीवनलाल जैन बाबू जी को विभिन्न सामाजिक संगठनो एवं परिजनों ने दी अश्रुपूर्ति श्रद्घांजलि
सागर। ढोलक बीडी परिवार के मुखिया एवं समाजसंवी डां जीवनलाल जैन के निधन के बाद बुधवार 25 अगस्त को उनकी श्रद्घांजलि सभा का आयोजन किया गया। यह आयोजन सुबह 11 बजे से दोपहर 02 बजे तक पंतनगर स्थित निज निवास पर हुआ। इससे पहले सुबह 08 बजे नरयावली नाका श्मशान घाट पर अस्थि संचय किया गया। इसके बाद वेदांती स्थित उदासीन आश्रम परिसर में सुबह 10 बजे देवदर्शन कार्यक्रम के पश्चात 11 बजे से श्रदांजलि सभा का आयोजन किया गया। श्रद्घांजलि सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश के पूर्व मंत्री जयंत मलैया ने कहा कि बाबू जी दशकों तक विभिन्न संस्थानों से जुडे रहे वे एक शानदार व्यक्तित्व के धनी थे। प्रदेश के राजस्व एवं परिवन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने उन्हें याद करते हुए कहा कि में छात्र जीवन से उनसे जुडा रहा। बाबू जी को शिक्षा, साहित्य और स्वास्थ्य की अच्छी जानकारी थी। वे सदा हर उम्र के लोगों में ढल जाने वाले हंसमुख मिजाज के व्यक्ति थे।
सागर सांसद राजबहादुर सिंह ने बाबू जी को श्रद्घांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे एक शानदार व्यक्तित्व के धनी थे। भास्कर समूह जबलपुर के संचालक मनमोहन जी अग्रवाल, शिवा अग्रवाल ने उन्हें श्रद्घांजलि अर्पित करते हुए इसे ढोलक परिवार को अपूर्णीयक्षति निरूपित किया। बीडी उद्योगपति अनि$रूद्घ पिंपलापुरे ने अपनी यादों को संजोते हुए बाबू जी के साथ जुडे अपने संस्मरणों को सुनाया। उद्योगपति सुरेश चंद जैन व उदयचंद जैन ने श्रद्घासुमन अर्पित करते हुए बताया कि बाबू जी सदा एक वरिष्ठ परिजन की तरह समय समय पर सलाह मशवरा देकर परिवार की परंपरा का निर्वहन करते थे। इस दौरान आई एम ए के अध्यक्ष डां खन्ना, डां अरूण सराफ डां नीना गिडियन श्रद्घांजलि अर्पित हुए कहा कि यह आईएमए के लिए व्यक्तिगत क्षति है उनके मार्गदर्शन में आईएमए ने जो प्रगति की वह अनुकरणीय है। डां अरविंद जैन जबलपुर ने श्रद्घा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि बाबू जी से 40 वर्षों से संपर्क था। यह मेरे व मेरे परिवार के लिए व्यक्तिगत क्षति है। बाबू जी के 'येष्ठ पुत्र आनंद जैन ने बाबू जी के साथ बिताए हुए पलों को याद कहा कि उनके मन में सदा गरीब मजलूमों के प्रति दया का भाव रहता था। वे परिवार को सदा सहयोग करने में तत्पर रहते थे। सामाजिक एवं साहित्य के प्रति उनकी सदा रूचि थी। अंतिम पलों को याद करने उन्होंने बताया कि रक्षाबंधन के दिन बुआ जी से राखी बंधवाकर वे खुश नजर आए। बीमार होने के कुछ दिन पहले ही वे आइएमए की एक मीटिंग अटेंड करने गए थे। बाबू जी की बेटी मंजू जैन ने अपने बचपन के संस्मरणों के रूंधे गले से बताते हुए कहा कि उन्होंने सदा हमें शिक्षा के प्रति जागरूक किया। अभावों में भी जीवन जीने की कला को सिखाया।
श्रद्घा सुमन अर्पित करते हुए बाबूजी के ातीज पूर्व विधायक सुनील जैन ने उनकी यादों को संजोते हुए बताया कि वे सदा परिवार के मु िाया के रूप में हम स ाी को मार्गदर्शन देते थे। पिताजी के जाने बाद हमारे परिवार के वे ही मु िाया थे उनके असमय जाने से हमारे परिवार को अपूर्णीय क्षति हुई है। जिसे पूरा करना असं ाव है। बाबूजी सदा हम स ाी की यादों में बसे रहेंगे।
कार्यक्रम को दिग बर जैन महापंचायत दिल्ली सहित वे जिन संस्थाओं से जुडे रहे ऐसी अनेक संस्थाओं के प्रमुखों ने उन्हें श्रद्घा सुमन अर्पित किए। $श्रद्घांजलि सभा में आभार व्यक्त करते हुए बाबू जी के भतीजे विधायक शैलेन्द्र जैन ने कहा कि बाबू जी ने सदा परिवार को जोड़े रखने में अहम भूमिका का निर्वहन किया। वे सदा उनके कंधे से कंधा मिलाकर चले और उन्हें एक अच्छी राह दिखाई। वे सदा अच्छे कामों के लिए प्रोत्साहित करते और गलतियों को सुधारने का प्रयास करने की सलाह देते थे। बाबू जी श्रद्घा सुमन अर्पित करने वालों में पूर्व विधायक पारूल साहू, भाजपा जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया, पूर्व महापौर अभय दरे, दिग बर जैन महापंचायत की राष्टीय उपाध्यक्ष शकुंतला जैन, आरएसएस के सुनील देव जी, जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष स्वदेश जैन, सेवादल प्रदेश महामंत्री विजय साहू, दिग बर जैन पंचायत के जिला अध्यक्ष प्रशांत समैया, जगन्नाथ गुरैया, श्याम मनोहर सिरोठिया, सहित अनेक सामाजिक एवं साहित्यिक संगठनों के पदाधिकारी एवं परिजनों ने श्रद्घांजलि अर्पित की।
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