500 मीट्रिक टन का ऑक्सीजन प्लांट खुरई में स्थापित
सागर । कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार के निर्देश पर मध्य प्रदेश शासन द्वारा मध्यप्रदेश के समस्त जिलों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए निर्देशित किया गया था। जिसके परिपेक्ष्य में कलेक्टर श्री दीपक सिंह द्वारा खुरई में 500 मेट्रिक टन का ऑक्सीजन प्लांट लगाने के निर्देश दिए गए थे। 500 मीटर टन के ऑक्सीजन प्लांट से मरीजों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था सुनिश्चित होगी।
कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने बताया कि यह ऑक्सीजन प्लांट, प्लांट स्थल पर फिट कर दिया गया है और शीघ्र ही यह अपना कार्य करना प्रारंभ कर देगा। जिससे बेड पर ऑक्सीजन पाइप लाइन के माध्यम से ऑक्सीजन उपलब्ध हो सकेगी।
खुरई के कृषि यंत्रों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिलेगी पहचान : कलेक्टर
सागर । कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार के निर्देश पर मध्य प्रदेश शासन द्वारा मध्यप्रदेश के समस्त जिलों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए निर्देशित किया गया था। जिसके परिपेक्ष्य में कलेक्टर श्री दीपक सिंह द्वारा खुरई में 500 मेट्रिक टन का ऑक्सीजन प्लांट लगाने के निर्देश दिए गए थे। 500 मीटर टन के ऑक्सीजन प्लांट से मरीजों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था सुनिश्चित होगी।
कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने बताया कि यह ऑक्सीजन प्लांट, प्लांट स्थल पर फिट कर दिया गया है और शीघ्र ही यह अपना कार्य करना प्रारंभ कर देगा। जिससे बेड पर ऑक्सीजन पाइप लाइन के माध्यम से ऑक्सीजन उपलब्ध हो सकेगी।
खुरई के कृषि यंत्रों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिलेगी पहचान : कलेक्टर
खुरई के कृषि यंत्रों को एक जिला एक उत्पाद के प्लेटफार्म पर आने से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान स्थापित होगी । उक्त विचार कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने एक जिला एक उत्पाद की समीक्षा बैठक में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में व्यक्त किए । इस अवसर पर एसडीएम श्री शैलेंद्र सिंह, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र की महाप्रबंधक श्रीमती मंदाकिनी पांडे सहित खुरई के युवा उद्यमी शामिल थे।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा एक जिला एक उत्पाद योजना प्रारंभ की गई है जिसमें सागर जिले से एक जिला एक उत्पाद में योजना में खुरई को कृषि यंत्र एवं टमाटर का चयन किया गया है ।
उन्होंने बताया कि एक जिला एक उत्पाद योजना में आने से न केवल सागर जिले का नाम होगा बल्कि खुरई के कृषि यंत्र अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करेंगे। उन्होंने कहा कि खुरई में कृषि यंत्र बनाने के 50 से ज्यादा उद्योग है।
उन्होंने कहा कि एक जिला एक उत्पाद में आने पर यहां के उद्यमी अपने संयंत्र पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने यंत्रों का निर्यात कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि पढ़ाई की कृषि यंत्रों को और अपग्रेड किया जाए जिससे विदेशों में इसकी पहचान स्थापित की हो सके।
उन्होंने कहा कि सागर में टमाटर का अत्याधिक उत्पादन होता है जिससे यहां टमाटर से खाद्य सामग्री निर्मित कर विक्रय की जा सकती है। आवश्यकता है टमाटर उत्पादकों को उचित प्रशिक्षण और मार्गदर्शन की।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत टमाटर उत्पादकां का प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। जिससे उन्नत कृषि करके टमाटरां का उत्पादन बढ़ाया जा सके।
कलेक्टर ने कहा कि सागर वासियों में क्षमता है। आवश्यकता है उनको मार्गदर्शन की और उनकी क्षमता को परखने की। उन्होंने कहा कि सागर निवासियों की क्षमता को देखते हुए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा एक जिला एक उत्पाद योजना प्रारंभ की गई है जिसमें सागर जिले से एक जिला एक उत्पाद में योजना में खुरई को कृषि यंत्र एवं टमाटर का चयन किया गया है ।
उन्होंने बताया कि एक जिला एक उत्पाद योजना में आने से न केवल सागर जिले का नाम होगा बल्कि खुरई के कृषि यंत्र अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करेंगे। उन्होंने कहा कि खुरई में कृषि यंत्र बनाने के 50 से ज्यादा उद्योग है।
उन्होंने कहा कि एक जिला एक उत्पाद में आने पर यहां के उद्यमी अपने संयंत्र पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने यंत्रों का निर्यात कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि पढ़ाई की कृषि यंत्रों को और अपग्रेड किया जाए जिससे विदेशों में इसकी पहचान स्थापित की हो सके।
उन्होंने कहा कि सागर में टमाटर का अत्याधिक उत्पादन होता है जिससे यहां टमाटर से खाद्य सामग्री निर्मित कर विक्रय की जा सकती है। आवश्यकता है टमाटर उत्पादकों को उचित प्रशिक्षण और मार्गदर्शन की।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत टमाटर उत्पादकां का प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। जिससे उन्नत कृषि करके टमाटरां का उत्पादन बढ़ाया जा सके।
कलेक्टर ने कहा कि सागर वासियों में क्षमता है। आवश्यकता है उनको मार्गदर्शन की और उनकी क्षमता को परखने की। उन्होंने कहा कि सागर निवासियों की क्षमता को देखते हुए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
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