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चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग आपस में समन्वय बनाकर करें कार्य -मंत्री गोपाल भार्गव ★ डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक संपन्न


चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग आपस में समन्वय बनाकर करें कार्य
-मंत्री गोपाल  भार्गव
★ डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक संपन्न

सागर । चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग आपस में समन्वय बनाकर कार्य करें।साथ ही बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमण का इलाज पूरी पारदर्शिता के साथ किया जाए और आयुष्मान भारत योजना के पात्र हितग्राहियों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। उक्त निर्देश मध्यप्रदेश शासन के लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में दिए। इस अवसर पर सागर सांसद  राज बहादुर सिंह ठाकुर, विधायक  शैलेंद्र जैन, श्री गौरव सिरोठिया, शैलेश केशरवानी, श्री हीरा सिंह राजपूत, श्रीमती लता वानखेड़े, श्री प्रभु दयाल पटेल, कलेक्टर श्री दीपक सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री अतुल सिंह, नगर निगम कमिश्नर श्री आर पी अहिरवार, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री इच्छित गड़पाले, नगर दंडाधिकारी श्री सीएल वर्मा, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ आर एस वर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर आई एस ठाकुर, सिविल सर्जन डॉक्टर एमडी गायकवाड सहित समिति के सदस्य, अधिकारी मौजूद थे।

मध्य प्रदेश शासन के लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में निर्देश दिए कि, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के अंतर्गत बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज एवं जिला चिकित्सालय में बनाए गए कोविड केयर अस्पताल में आपसी समन्वय के साथ कार्य करें जिससे मरीज़ों को उचित उपचार मिल सके। उन्होंने निर्देश दिए कि, मृत्यु दर को कम करने के लिए समस्त डॉक्टर पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ इलाज करें। उन्होंने कहा कि, मध्य प्रदेश शासन उन्हें शीघ्र ही प्रोत्साहन राशि से सम्मानित भी करेगी।

उन्होंने निर्देश दिए कि आरटीपीसीआर एवं रेट की पर्याप्त मात्रा में रैपिड रिस्पांस टीम एवं एमएमयू के पास उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए जिससे अधिक से अधिक सैंपलिंग की जा सके। उन्होंने निर्देश दिये कि मध्य प्रदेश शासन की महत्वकांक्षी योजना आयुष्मान भारत के तहत सागर जिले की पंजीकृत समस्त अस्पतालों में अधिक से अधिक संख्या में कोरोना संक्रमित पात्र हितग्राहियों को भर्ती कर इलाज किया जाए।
मंत्री श्री भार्गव ने जिले में संचालित समस्त ट्रिपल सी के संचालन की सराहना करते हुए कहा कि ये सेंटर संपूर्ण सुविधाओं के साथ संचालित किए जा रहे हैं। और इससे बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल आदि पर लोड भी कम हो रहा है। उन्होंने निर्देश दिए कि, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में पारदर्शिता रखने के लिए डॉक्टरों का ड्यूटी चार्ट, उनके मोबाइल नंबर बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में स्थापित हेल्पडेस्क पर सार्वजनिक किए जाएँ।

बैठक में विधायक श्री शैलेंद्र जैन ने कहा कि, आयुष विभाग के वे चिकित्सक जो इस कोरोना काल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और समाज के एक बड़े वर्ग को स्वस्थ करने का कार्य कर रहे हैं उन पर की जा रही कार्यवाही को स्थगित किया जाना चाहिए और जो बगैर डिग्री धारी चिकित्सक हैं उन पर कार्यवाही जारी रहनी चाहिए। इस विषय पर  मंत्री महोदय ने निर्देशित किया कि आयुष चिकित्सक प्राथमिक स्तर पर एलोपैथिक दवाइयां देकर मरीजों का उपचार करें परंतु सर्जरी जैसा कोई कार्य न करें। उन्होंने कहा कि, निजी चिकित्सालय जो आयुषमान कार्ड धारी रोगियों का इलाज करने हेतु सबद्घ है, वह आयुष्मान कार्ड धारी मरीजों का सुचारू रूप से इलाज सुनिश्चित करें और अपनी रेट लिस्ट सार्वजनिक करें। इसके अतिरिक्त बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में प्लाज्मा यूनिट लगाए जाने की मांग भी रखी।जिस पर मंत्री श्री भार्गव ने मुख्यमंत्री  चर्चा करने की बात की।
 
कलेक्टर श्री सिंह ने बताई ब्लैक फंगस से संबंधित कार्य योजना


कलेक्टर  दीपक सिंह ने बताया कि, ब्लैक फंगस के इलाज से संबंधित एक ट्रीटमेंट कमेटी बनायी गई है, जिसमें ऑप्थ्ल्मोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रोफ़ेसर डॉक्टर प्रवीण खरे, मैडिसन डिपार्टमेंट की एसोसिएट प्रोफ़ेसर डॉक्टर ज्योति तिवारी, ईएनटी डिपार्टमेंट से एसोसिएट प्रोफ़ेसर डॉक्टर नीतू बजाज शामिल हैं। उन्होंने बताया कि, ब्लैक फंगस के उपचार से संबंधित वार्ड नंबर 26 में दस बेड रिज़र्व रखे गए हैं। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में ऑक्सिजन की स्थिति के बारे में कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि, यहाँ एलएमओ टैंक की उपलब्धता -26 किलो लीटर, डी- टाइप सिलेंडर -203 , बी- टाइप सिलेंडर- 55 और
वर्तमान स्थिति में प्रतिदिन ऑक्सीजन की आवश्यकता- 8 किलोलीटर है। जबकि, पीक के समय में ऑक्सीजन की आवश्यकता 9 किलोलीटर की होती है। उन्होंने कहा कि, आगामी दो माह में 480 किलोलीटर ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी। 
कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि सागर ज़िले में ऐसे व्यक्ति जिन्हें वैक्सीनेशन का प्रथम डोज़ लग चुका है, उनकी संख्या 3,33,758 है। इसी प्रकार सैकंड डोज़ पूर्ण होने वाले व्यक्तियों की संख्या 50,800 है। कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि 15 मई को प्रथम डोज़ वैक्सीनेशन की संख्या 653 है जबकि द्वितीय डोज़ वाले व्यक्तियों की संख्या 278 है।


 
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