क्राइसिस मैनेजमेंट समितियां बनी भाजपा मैनेजमेंट समितियां, उनके स्थान पर जन समितियां बने: रामकुमार पचौरी
साग़र। वरिष्ठ कांग्रेस नेता राम कुमार पचौरी ने एक बयान में कहा कहा है की
कोरोना महामारी के नाम पर पूरे प्रदेश में क्राइसिस मैनेजमेंट समितियां सरकार की ओर से गठित की गई हैं। यह समितिया इस बीमारी के दौर में लाक डाउन लगाने से लेकर मरीजों के इलाज अस्पतालों की व्यवस्था ऑक्सीजन वेक्सीन एवं दवाइयां लोगों को उपलब्ध कराने के नाम पर बनाई गई है। कहा जा रहा है कि आमजन एवं गरीब जन को लाभ मिले इसलिए बनाई गई हैं। लेकिन वस्तुत: यह कमेटियां भारतीय जनता पार्टी की मैनेजमेंट कमेटियां हैंऔर भाजपा की राजनीति तथा सत्ता के प्रचार का काम कर रहीं हैं।
आज सभी और त्राहि-त्राहि है जहां व्यापारी एडवोकेट विद्यार्थी महिलाएं बुजुर्ग नौजवान बच्चे आम आदमी मजदूर एवं अन्य जरूरी कार्यों से आने जाने वाले लोगों पर कर्फ्यू के नाम पर कार्रवाई हो रही है लोगों को परिवहन सेवा भी उपलब्ध नहीं हो पा रही है
वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और नेता इन कमेटियों के नाम पर खुलेआम घूम रहे हैं । आम आदमी घरों में बन्द है। परेशानी का जीवन व्यतीत कर रहा है यहाँ तक कि रोजगार धन्धा भी नही कर पा रहा।माता पिता बेटियों के हाथ पीले नहीं कर पा रहे।मुहूर्त पर मुहूर्त बढ़ रहे है।और कुछ महामारी के डर से तथा शासन के डण्डे के डर से आदमी घर से बाहर नहीं निकल पा रहा है।
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हमारी सरकार से मांग है की क्राइसिस मैनेजमेंटके नाम पर सत्तापक्षीय कमेटियों के बजाय जन समितियां बनाई जाए जिसमें सभी राजनीतिक दलों समाज सेवीयों और विभिन्न वर्ग के लोगों को शामिल किया जाए ।ताकि वह निष्पक्षता से वार्ड में शहर में एवं जिले में आम आदमी की मदद करें और उसका जमीनी ढांचा तैयार करें। और किस प्रकार से आमजन को राहत मिले यह रूप रेखा प्रस्तुत करें। ना कि यह सत्ता रूपी तानाशाही का लोगों में भय व्याप्त करने वाली समितियां बनें।
इन समितियों के माध्यम से सरकार ने आमजन के संवेधानिक अधिकारों को स्थगित कर दिया है तथा अधिकारों का दुरूपयोग किया जा रहा है। एक प्रकार से अघोषित आपातकाल चल रहा है। इस नाटक को सरकार बन्द कराये।
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