SAGAR: अनाज खरीदी केन्द्रों का संचालन कर रहीं महिला समूह, 5702 किसानों का खरीदा गया गेहूं
सागर । जिला कलेक्टर श्री दीपक सिंह के मार्गदर्शन में सागर जिले में पहली वार अनाज खरीदी केन्दों का दायित्व महिला स्वयं सहायता समूहों को सौंपा गया। जिले में कुल 207 खरीदी केन्द्रों में से 56 केन्दोें का संचालन आजीविका महिला स्व. सहायता समूहों के द्वारा किया जा रहा है। सागर जिले में इन सभी 56 केन्दों में अब तक 371700 क्विंटल गेहूं की खरीदी इन महिलाओं ने की है। अब तक इनके द्वारा 5702 किसानों के गेहूं उत्पाद को क्रय किया जा चुका है।
डाॅ. इच्छित गढ़पाले मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने बताया कि जिले में गठित महिला स्वयं सहायता समूहों के आर्थिक स्वावलंबन के लिए उन्हें विभिन्न गतिविधियों के आयाम से जोड़ा जा रहा है। गौर तलब है कि कोविड के खतरों से निपटने के लिए ये समूह मास्क पीपीई किट सैनेटाइजर के उत्पादन से जुडे़ हैं। शालाओं में गणवेश तैयार करने के कार्य को भी वे युद्ध स्तर पर संपादित कर रहे हैं जिले में उनके द्वारा निराश्रित गौ-वंशों के लिए बनाई गई गौ-शालाओं के संचालन का भी दायित्व सौंपा गया है। महिलाओं ने उन्हें सौंपे गये कार्यों को कुशलता पूर्वक चलाकर ये साबित किया है कि उनने नेतृत्व क्षमता की कमी नहीं हैं। इसी कारण से उन्हें अनाज संग्रहण केन्द्रों का भार सौंपा गया है। जिले में इन महिलाओं ने रिकार्ड गेहूं क्रय कर सागर जिले को प्रदेश में अग्रिम पंति में अंकित किया है।
सागर । जिला कलेक्टर श्री दीपक सिंह के मार्गदर्शन में सागर जिले में पहली वार अनाज खरीदी केन्दों का दायित्व महिला स्वयं सहायता समूहों को सौंपा गया। जिले में कुल 207 खरीदी केन्द्रों में से 56 केन्दोें का संचालन आजीविका महिला स्व. सहायता समूहों के द्वारा किया जा रहा है। सागर जिले में इन सभी 56 केन्दों में अब तक 371700 क्विंटल गेहूं की खरीदी इन महिलाओं ने की है। अब तक इनके द्वारा 5702 किसानों के गेहूं उत्पाद को क्रय किया जा चुका है।
तीनबत्ती न्यूज़. कॉम
के फेसबुक पेज और ट्वीटर से जुड़ने लाईक / फॉलो करे
ट्वीटर फॉलो करें
वेबसाईट
डाॅ. इच्छित गढ़पाले मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने बताया कि जिले में गठित महिला स्वयं सहायता समूहों के आर्थिक स्वावलंबन के लिए उन्हें विभिन्न गतिविधियों के आयाम से जोड़ा जा रहा है। गौर तलब है कि कोविड के खतरों से निपटने के लिए ये समूह मास्क पीपीई किट सैनेटाइजर के उत्पादन से जुडे़ हैं। शालाओं में गणवेश तैयार करने के कार्य को भी वे युद्ध स्तर पर संपादित कर रहे हैं जिले में उनके द्वारा निराश्रित गौ-वंशों के लिए बनाई गई गौ-शालाओं के संचालन का भी दायित्व सौंपा गया है। महिलाओं ने उन्हें सौंपे गये कार्यों को कुशलता पूर्वक चलाकर ये साबित किया है कि उनने नेतृत्व क्षमता की कमी नहीं हैं। इसी कारण से उन्हें अनाज संग्रहण केन्द्रों का भार सौंपा गया है। जिले में इन महिलाओं ने रिकार्ड गेहूं क्रय कर सागर जिले को प्रदेश में अग्रिम पंति में अंकित किया है।
----------------------------
तीनबत्ती न्यूज़. कॉम ★ 94244 37885
-----------------------------
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें