खजुराहो को पुनः कला और संस्कृति के अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र के रूप में स्थापित करेंगे : मुख्यमंत्री श्री चौहान
खजुराहो के प्राचीन वैभव को वापस लाना ही मेरा प्रयास : केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल
खजुराहो के प्राचीन वैभव को वापस लाना ही मेरा प्रयास : केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल
★ महाराजा छत्रसाल की पवित्र धरा पर छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर का हुआ उद्घाटन
सागर । "छत्ता तेरे राज में,
धक-धक धरती होय।
जित-जित घोड़ा पग धरे,
तित-तित हीरा होय......".
इन पंक्तियों के साथ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने महाराजा छत्रसाल की गरिमा एवं बुंदेलखंड की पवित्र भूमि को नमन करते हुए कहा कि, खजुराहो को पुनः विश्व पटल पर स्थान दिलाने इसे कला एवं संस्कृति के अंतर्राष्ट्रीय केंद्र के रूप में स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संपूर्ण भारत वर्ष में अतिथि देवो भवः की परंपरा है। यहाँ मेहमान का सत्कार, आदर और सम्मान से किया जाता है। इस परम्परा को आगे बढ़ाते हुए खजुराहो एवं बुंदेलखंड और मध्य प्रदेश के सभी क्षेत्रों में पर्यटन के विकास की नई इबारत लिखी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह पावन भूमि विभिन्न नामों जैसे रत्नगर्भा वसुंधरा, अन्नपूर्णा वसुंधरा और अब टाइगर स्टेट, लैपर्ड स्टेट और गिद्धों के संरक्षण के लिए भी जानी जाती है। यहाँ पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खजुराहो को पर्यटन के आदर्श केंद्र के रूप में स्थापित किया जाएगा। इसके लिए पर्यटन के क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों के अनुभव का लाभ लिया जाएगा। इसके साथ ही खजुराहो नृत्य महोत्सव को भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर का नृत्य महोत्सव बनाने की दिशा में भी कार्य किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि केंद्र एवं राज्य शासन के प्रयासों से स्वदेश दर्शन योजना के तहत 51 करोड़ 43 लाख रुपये की लागत से निर्मित यह केंद्र अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। उन्होंने कहा कि महाराजा छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर के उद्घाटन में शामिल हुए संपूर्ण देश से आए करीब 141 टूअर ऑपरेटर्स, माईस (मीटिंग्स, इनसेंटिव, कॉन्फ्रेंस एक्जीबिशन) ऑपरेटर्स, इवेंट मैनेजमेंट एजेंसी ट्रेवल एजेंट्स एवं अन्य स्टेक होल्डर्स से विचार विमर्श कर गहरे मंथन के बाद भविष्य में खजुराहो और मध्य प्रदेश को किस तरीके से माईस (मीटिंग्स, इनसेंटिव, कॉन्फ्रेंस एक्जीबिशन) पर्यटन के लिए विकसित किया जाए तथा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यहाँ पर्यटन के साथ साथ बिजनेस एवं कॉर्पोरेट मीटिंग आदि आयोजित की जाए, इस पर कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि, खजुराहो को देश की 19 आईकॉनिक सिटीज ऑफ इंडिया में से एक सिटी के रूप में चुना गया है। यह इस बात का सबूत है कि बुंदेलखंड पुरासम्पदा के रूप में कितना समृद्ध है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 'होम स्टे', 'ग्राम स्टे' योजना के तहत भी पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि मानसिक, आध्यात्मिक शांति और नये अनुभवों के लिए महलों में रहने वाले लोग भी झोपड़ियों में रहना चाहते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खजुराहो न केवल कला, संस्कृति बल्कि योग, अध्यात्म और एक परिपूर्ण एवं सुखी मानव का जीवन कैसा हो, इसका प्रमाण देता है।
केन-बेतवा लिंक परियोजना से बदलेगी बुंदेलखंड की तस्वीर और तकदीर
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कुछ समय पहले प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में केन-बेतवा लिंक परियोजना प्रारंभ की गई। जिससे बुंदेलखंड की तस्वीर और तकदीर दोनों ही बदलेगी। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में केन-बेतवा परियोजना से जहां एक ओर पानी की समस्या से निजात मिलेगी वहीं दूसरी ओर संपूर्ण बुंदेलखंड हरा-भरा होगा।
प्राचीन संपदाओं पर किये गये अतिक्रमण को सख्ती से हटाएँ
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने खजुराहो में कलेक्टर को निर्देश दिए हैं कि खजुराहो की प्राचीन संपदाओं एवं तालाबों पर किए गए अतिक्रमण को सख्ती से हटाकर उनका संरक्षण, जीर्णोद्धार और सुंदरीकरण कराएँ।
बल्लभ भाई पटेल एवं महाराजा छत्रसाल की मूर्ति की जाएगी स्थापित
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने खजुराहो के महाराजा छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर में बताया कि यहाँ शीघ्र ही राष्ट्रीय एकता के प्रतीक सरदार श्री वल्लभभाई पटेल एवं महाराजा छत्रसाल की भव्य मूर्ति स्थापित की जाएगी।
खजुराहो के प्राचीन वैभव को वापस लाना ही मेरा प्रयास : केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री पटेल
खजुराहो के पुराने वैभव को वापस लाना ही मेरा प्रयास है और इस संबंध में आज प्रातः भगवान मतंगेश्वर के पूजन के वक््त मैंने उनसे भी यही प्रार्थना की है। खजुराहो के शिलालेखों को सहेजकर उन्हें विश्व पटल पर रखा जाएगा। उक्त विचार पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने शुक्रवार को खजुराहो में कन्वेंशन सेंटर के लोकार्पण समारोह में व्यक्त किए ।
पर्यटन मंत्री श्री पटेल ने कहा कि खजुराहो की पावन धरती को मैं प्रणाम करता हूँ ,और शपथ लेता हूं कि खजुराहो के प्राचीन वैभव को जब तक वापस लाकर विश्व पटल पर स्थापित नहीं कर लेता तब तक मेरा यह प्रयास निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि खजुराहो के शिलालेखों को सहेज कर उनको विश्व पटल पर स्थापित किया जाएगा। श्री पटेल ने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना काल में पर्यटन को हुई क्षति को उभारने के लिए अनेक योजनाएँ प्रारंभ की हैं जिससे पर्यटन के क्षेत्र का विकास होगा और पर्यटन से जुड़े लोगों की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी।
श्री पटेल ने कहा कि हमें अपनी आने वाली पीढ़ी को पुराने समय की संस्कृति एवं धरोहर को दिखाने के लिए पुराने कच्चे मकानों को भी सहेज कर रखना होगा जिससे वे पुराने, कच्चे मकानों की जिंदगी की खुशबू को महसूस कर सकेंगे।श्री पटेल ने कहा कि भारत की संस्कृति को देखने देश विदेश के लोग आते हैं और हमारे देश में ऐसी कई विरासतें हैं जो संपूर्ण विश्व में कहीं नहीं है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कार्यकुशलता को सिद्ध करते कर दिखाया। इटली और अमेरिका जहां स्वास्थ्य की दृष्टि में श्रेष्ठ कहे जाते हैं, कोरोना काल में किसी अन्य देश की मदद नहीं कर पाए। किंतु, हमारे भारत ने 167 देशों को कोरोना वैक्सीन प्रदान कर स्वास्थ्य के क्षेत्र में मदद प्रदान की ।
इस अवसर पर मध्यप्रदेश शासन की पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि, खजुराहो ऐतिहासिक धरोहर है और इससे पूरे देश में ही नहीं पूरे विश्व में मध्यप्रदेश का नाम सुशोभित होता है। उन्होंने कहा कि खजुराहो में जहां एक ओर पर्यटन से रोजगार के अवसर मिल रहे है, वहीं दूसरी ओर विकास के लिए महाराजा छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश शासन के पर्यटन विभाग के द्वारा भी रोजगार के अवसर सृजित कर मध्य प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं।
खजुराहो में योग का अंतर्राष्ट्रीय केंद्र बनाया जाएगा
खजुराहो सांसद श्री विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि, खजुराहो में अंतर्राष्ट्रीय योग केंद्र बनाया जाएगा जिसके माध्यम से पूरे विश्व से पर्यटक आकर मानसिक, आध्यात्मिक शांति प्राप्त कर सकेंगे।श्री विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि खजुराहो का नाम विश्व पटल पर अंकित करने के लिए मध्यप्रदेश शासन द्वारा विश्वस्तरीय सुविधाएं स्थापित की जा रहीं हैं।
इस अवसर पर खनिज मंत्री श्री बृजेंद्र प्रताप सिंह, टीकमगढ़ सांसद वीरेंद्र कुमार खटीक, कुंवर विक्रम सिंह, सचिव पर्यटन विभाग भारत सरकार श्री अरविंद सिंह, मध्य प्रदेश शासन के संस्कृति पर्यटन विभाग का प्रमुख सचिव श्री शिव शेखर शुक्ला, संस्कृति विशेषज्ञ डॉक्टर नवीना जापा, पूर्व अध्यक्ष आईईटीबी श्री प्रणव सरकार, श्री जी कमलावर्धन राव, श्री कमलेश्वर तिवारी सहित संस्कृति विशेषज्ञ, टूअर ऑपरेटर्स, ट्रैवल एजेंट, इवेंट मैनेजमेंट कम्पनी के प्रतिनिधि आदि मौजूद थे।
सागर । "छत्ता तेरे राज में,
धक-धक धरती होय।
जित-जित घोड़ा पग धरे,
तित-तित हीरा होय......".
इन पंक्तियों के साथ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने महाराजा छत्रसाल की गरिमा एवं बुंदेलखंड की पवित्र भूमि को नमन करते हुए कहा कि, खजुराहो को पुनः विश्व पटल पर स्थान दिलाने इसे कला एवं संस्कृति के अंतर्राष्ट्रीय केंद्र के रूप में स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संपूर्ण भारत वर्ष में अतिथि देवो भवः की परंपरा है। यहाँ मेहमान का सत्कार, आदर और सम्मान से किया जाता है। इस परम्परा को आगे बढ़ाते हुए खजुराहो एवं बुंदेलखंड और मध्य प्रदेश के सभी क्षेत्रों में पर्यटन के विकास की नई इबारत लिखी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह पावन भूमि विभिन्न नामों जैसे रत्नगर्भा वसुंधरा, अन्नपूर्णा वसुंधरा और अब टाइगर स्टेट, लैपर्ड स्टेट और गिद्धों के संरक्षण के लिए भी जानी जाती है। यहाँ पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खजुराहो को पर्यटन के आदर्श केंद्र के रूप में स्थापित किया जाएगा। इसके लिए पर्यटन के क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों के अनुभव का लाभ लिया जाएगा। इसके साथ ही खजुराहो नृत्य महोत्सव को भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर का नृत्य महोत्सव बनाने की दिशा में भी कार्य किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि केंद्र एवं राज्य शासन के प्रयासों से स्वदेश दर्शन योजना के तहत 51 करोड़ 43 लाख रुपये की लागत से निर्मित यह केंद्र अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। उन्होंने कहा कि महाराजा छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर के उद्घाटन में शामिल हुए संपूर्ण देश से आए करीब 141 टूअर ऑपरेटर्स, माईस (मीटिंग्स, इनसेंटिव, कॉन्फ्रेंस एक्जीबिशन) ऑपरेटर्स, इवेंट मैनेजमेंट एजेंसी ट्रेवल एजेंट्स एवं अन्य स्टेक होल्डर्स से विचार विमर्श कर गहरे मंथन के बाद भविष्य में खजुराहो और मध्य प्रदेश को किस तरीके से माईस (मीटिंग्स, इनसेंटिव, कॉन्फ्रेंस एक्जीबिशन) पर्यटन के लिए विकसित किया जाए तथा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यहाँ पर्यटन के साथ साथ बिजनेस एवं कॉर्पोरेट मीटिंग आदि आयोजित की जाए, इस पर कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि, खजुराहो को देश की 19 आईकॉनिक सिटीज ऑफ इंडिया में से एक सिटी के रूप में चुना गया है। यह इस बात का सबूत है कि बुंदेलखंड पुरासम्पदा के रूप में कितना समृद्ध है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 'होम स्टे', 'ग्राम स्टे' योजना के तहत भी पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि मानसिक, आध्यात्मिक शांति और नये अनुभवों के लिए महलों में रहने वाले लोग भी झोपड़ियों में रहना चाहते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि खजुराहो न केवल कला, संस्कृति बल्कि योग, अध्यात्म और एक परिपूर्ण एवं सुखी मानव का जीवन कैसा हो, इसका प्रमाण देता है।
केन-बेतवा लिंक परियोजना से बदलेगी बुंदेलखंड की तस्वीर और तकदीर
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कुछ समय पहले प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में केन-बेतवा लिंक परियोजना प्रारंभ की गई। जिससे बुंदेलखंड की तस्वीर और तकदीर दोनों ही बदलेगी। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में केन-बेतवा परियोजना से जहां एक ओर पानी की समस्या से निजात मिलेगी वहीं दूसरी ओर संपूर्ण बुंदेलखंड हरा-भरा होगा।
प्राचीन संपदाओं पर किये गये अतिक्रमण को सख्ती से हटाएँ
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने खजुराहो में कलेक्टर को निर्देश दिए हैं कि खजुराहो की प्राचीन संपदाओं एवं तालाबों पर किए गए अतिक्रमण को सख्ती से हटाकर उनका संरक्षण, जीर्णोद्धार और सुंदरीकरण कराएँ।
बल्लभ भाई पटेल एवं महाराजा छत्रसाल की मूर्ति की जाएगी स्थापित
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने खजुराहो के महाराजा छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर में बताया कि यहाँ शीघ्र ही राष्ट्रीय एकता के प्रतीक सरदार श्री वल्लभभाई पटेल एवं महाराजा छत्रसाल की भव्य मूर्ति स्थापित की जाएगी।
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खजुराहो के प्राचीन वैभव को वापस लाना ही मेरा प्रयास : केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री पटेल
खजुराहो के पुराने वैभव को वापस लाना ही मेरा प्रयास है और इस संबंध में आज प्रातः भगवान मतंगेश्वर के पूजन के वक््त मैंने उनसे भी यही प्रार्थना की है। खजुराहो के शिलालेखों को सहेजकर उन्हें विश्व पटल पर रखा जाएगा। उक्त विचार पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने शुक्रवार को खजुराहो में कन्वेंशन सेंटर के लोकार्पण समारोह में व्यक्त किए ।
पर्यटन मंत्री श्री पटेल ने कहा कि खजुराहो की पावन धरती को मैं प्रणाम करता हूँ ,और शपथ लेता हूं कि खजुराहो के प्राचीन वैभव को जब तक वापस लाकर विश्व पटल पर स्थापित नहीं कर लेता तब तक मेरा यह प्रयास निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि खजुराहो के शिलालेखों को सहेज कर उनको विश्व पटल पर स्थापित किया जाएगा। श्री पटेल ने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना काल में पर्यटन को हुई क्षति को उभारने के लिए अनेक योजनाएँ प्रारंभ की हैं जिससे पर्यटन के क्षेत्र का विकास होगा और पर्यटन से जुड़े लोगों की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी।
श्री पटेल ने कहा कि हमें अपनी आने वाली पीढ़ी को पुराने समय की संस्कृति एवं धरोहर को दिखाने के लिए पुराने कच्चे मकानों को भी सहेज कर रखना होगा जिससे वे पुराने, कच्चे मकानों की जिंदगी की खुशबू को महसूस कर सकेंगे।श्री पटेल ने कहा कि भारत की संस्कृति को देखने देश विदेश के लोग आते हैं और हमारे देश में ऐसी कई विरासतें हैं जो संपूर्ण विश्व में कहीं नहीं है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कार्यकुशलता को सिद्ध करते कर दिखाया। इटली और अमेरिका जहां स्वास्थ्य की दृष्टि में श्रेष्ठ कहे जाते हैं, कोरोना काल में किसी अन्य देश की मदद नहीं कर पाए। किंतु, हमारे भारत ने 167 देशों को कोरोना वैक्सीन प्रदान कर स्वास्थ्य के क्षेत्र में मदद प्रदान की ।
इस अवसर पर मध्यप्रदेश शासन की पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि, खजुराहो ऐतिहासिक धरोहर है और इससे पूरे देश में ही नहीं पूरे विश्व में मध्यप्रदेश का नाम सुशोभित होता है। उन्होंने कहा कि खजुराहो में जहां एक ओर पर्यटन से रोजगार के अवसर मिल रहे है, वहीं दूसरी ओर विकास के लिए महाराजा छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश शासन के पर्यटन विभाग के द्वारा भी रोजगार के अवसर सृजित कर मध्य प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं।
खजुराहो में योग का अंतर्राष्ट्रीय केंद्र बनाया जाएगा
खजुराहो सांसद श्री विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि, खजुराहो में अंतर्राष्ट्रीय योग केंद्र बनाया जाएगा जिसके माध्यम से पूरे विश्व से पर्यटक आकर मानसिक, आध्यात्मिक शांति प्राप्त कर सकेंगे।श्री विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि खजुराहो का नाम विश्व पटल पर अंकित करने के लिए मध्यप्रदेश शासन द्वारा विश्वस्तरीय सुविधाएं स्थापित की जा रहीं हैं।
इस अवसर पर खनिज मंत्री श्री बृजेंद्र प्रताप सिंह, टीकमगढ़ सांसद वीरेंद्र कुमार खटीक, कुंवर विक्रम सिंह, सचिव पर्यटन विभाग भारत सरकार श्री अरविंद सिंह, मध्य प्रदेश शासन के संस्कृति पर्यटन विभाग का प्रमुख सचिव श्री शिव शेखर शुक्ला, संस्कृति विशेषज्ञ डॉक्टर नवीना जापा, पूर्व अध्यक्ष आईईटीबी श्री प्रणव सरकार, श्री जी कमलावर्धन राव, श्री कमलेश्वर तिवारी सहित संस्कृति विशेषज्ञ, टूअर ऑपरेटर्स, ट्रैवल एजेंट, इवेंट मैनेजमेंट कम्पनी के प्रतिनिधि आदि मौजूद थे।
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