राज्यीय विश्वविद्यालय एवं राजघाट की ऊंचाई बढ़ाने पर मुख्यमंत्री की सैद्धांतिक सहमति : मंत्री भूपेंद्र सिंह
सागर। सागर में राज्यीय विश्वविद्यालय एवं सागर की लाइफ लाइन कहे जाने वाली राजघाट की ऊंचाई बढ़ाने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान की सैद्धांतिक सहमति प्राप्त हो गई है ।यह बात प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने रविवार को नरयावली नाका मुक्तिधाम मोतीनगर में अत्याधुनिक रूप से बनाए गए विद्युत शवदाह गृह के लोकार्पण समारोह में कही। सागर सम्भाग के संभवतया पहले विधुत शवदाह गृह का लोकार्पण मन्त्री भूपेंद्र सिंह समाजसेवी रघु ठाकुर ,सांसद राजबहादुर सिंह , विधायक शैलेन्द्र जैन ने किया।
सागर सांसद राज बहादुर सिंह ठाकुर ने कहा कि सागर की चैमुखी विकास के लिए मध्यप्रदेश शासन वचनबद्ध है और इसी कड़ी में विद्युत शवदाह गृह का लोकार्पण किया गया है ।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सागर की हमेशा से चिंता की है और करोड़ों की प्रोजेक्ट सागर के में लाकर प्रारंभ कराने के लिए संकल्पित हैं ।उन्होंने कहा कि सागर तालाब में बनने वाला एलिवेटेड कॉरिडोर से सागर में को यातायात से निजात मिलेगा।
शहर विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि सागर के लिए आज का दिन स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा जब सागर विकास के लिए आगे बढ़ रहा है उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान एवं नगरीय विकास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने सागर के विकास में रुचि दिखाते हुए सागर वासियों की समस्त मांगों को पूर्ण करने पर अपनी सहमति व्यक्त की। विधायक श्री जैन ने कहा कि आज सागर में स्मार्ट सिटी एवं नगर निगम के माध्यम से रूपये 500 करोड़ के विकास कार्य कराए जा रहे हैं और विकास कार्य पूर्ण होने पर सागर पूर्ण विकसित होगा ।उन्होंने विद्युत शवदाह गृह के बारे में बताया कि विद्युत शवदाह गृह के प्रारंभ होने से अनेक समस्याओं से निजात मिलेगी ।
समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर ने सराहना करते हुए कहा की यह शवदाह गृह सारे मध्यप्रदेश में शीर्षस्थल पर है। मैंने भोपाल, इंदौर जैसे शहरों के भी शवदाह गृह देखे है परन्तु सागर जैसा अत्याधुनिक शवदाह गृह कहीं और नहीं है। यहां बेहतर तकनीक का प्रयोग किया गया, चिमनी की ऊचाई भी 110 फुट से अधिक है। शवदाह से निकलने वाला धुंआ मशीन में स्वच्छ होने के बाद ही वातावरण में चिमनी द्वारा छोड़ा जायेगा।
मोतीनगर मुक्तिधाम में विधुत शवदाहगृह का निर्माण एक करोड़ 13 लाख रूपये की लागत से किया गया है। जिसमें एक दिन में 8-10 शवों का दाह संस्कार किया जा सकेगा । इस शवदाह गृह में एक शव का दाह संस्कार करने के लिए 90 मिनट का समय लगेगा। शवदाहगृह बिजली, गैस से संचालित होगा जिससे वातावरण प्रदषित नहीं होगा। सामान्यतः पारम्परिक शवदाह संस्कार में 3000-4000 व्यय आता हे विद्युत शवदाह गृह मे यह व्यय 1000 होगा।
नगर निगम आयुक्त ने बताया कि पारम्परिक शवदाह संस्कार में 12-15 घंटो का समय लगता है विधुत शवदाह में 90 मिनट का समय लगेगा । पारम्परिक शवदाह संस्कार में लकड़ी का उपयोग किया जाता है जिसके लिए प्रतिदिन बहुत से पेड़ों की कटाई होती है विधुत शवदाह गृह के प्रयोग से लकड़ी का प्रयोग बंद होगा और पेड़ों के साथ पर्यावरण को बचाया जा सकेगा । बारिश के मौसम में कई बार लकड़ी , कंडे इत्यादि गीले हो जाने की वजह से शवदाह संस्कार ठीक से नई हो पाता है विधुत शवदाह गृह में बारिश से शवदाह संस्कार में कोई परेशानी नहीं होगी । कोरोना जैसी महामारी के समय में यह शवदाहगृह अत्यंत उपयोगी है।
★ विद्युत शवदाह गृह का लोकार्पण, एक हजार रुपये में होगा अंतिम संस्कार
सागर। सागर में राज्यीय विश्वविद्यालय एवं सागर की लाइफ लाइन कहे जाने वाली राजघाट की ऊंचाई बढ़ाने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान की सैद्धांतिक सहमति प्राप्त हो गई है ।यह बात प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने रविवार को नरयावली नाका मुक्तिधाम मोतीनगर में अत्याधुनिक रूप से बनाए गए विद्युत शवदाह गृह के लोकार्पण समारोह में कही। सागर सम्भाग के संभवतया पहले विधुत शवदाह गृह का लोकार्पण मन्त्री भूपेंद्र सिंह समाजसेवी रघु ठाकुर ,सांसद राजबहादुर सिंह , विधायक शैलेन्द्र जैन ने किया।
इस मौके पर पूर्व विधायक सुनील जैन, डॉ जीवन लाल जैन, श्रीमती सुधा जैन विनोद तिवारी , प्रदीप पाठक, सुशील तिवारी , पप्पू गुप्ता , लक्ष्मण सिंह, अजय दुबे , प्रकाश चौबे , डॉ वीरेन्द्र पाठक , नवीन भट्ट , सिंटू कटारे ,राम कुमार पचौरी , जिला कलेक्टर दीपक सिंह , निगमायुक्त आर पी अहिरवार , स्मार्ट सिटी सीईओ राहुल सिंह सहित अनेक गणमान्य नागरिक,एवं जनप्रतिनिधि मौजूद थे ।
नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि सागर में स्मार्ट सिटी के माध्यम से एक करोड़ 13 लाख की लागत से मध्य प्रदेश का अत्याधुनिक विद्युत शवदाह गृह सागर के विकास के लिए नया अध्याय है।उन्होंने कहा कि सागर की वर्षों पुरानी मांग सागर में राज्यीय विश्वविद्यालय एवं सागर की लाइफलाइन कहे जाने वाले राजघाट बांध की ऊंचाई बढ़ाने की मुख्यमंत्री द्वारा सैद्धांतिक सहमति प्रदान की गई है ।जिसका कार्य शीघ्र ही प्रारंभ किया जाएगा उन्होंने कहा कि कार्य पूर्ण होने के पश्चात सागर में पानी की कमी का अंत होगा ।
मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि सागर में शीघ्र ही अत्याधुनिक बस स्टैंड भी बनेगा एवं शहर के चारों छोर पर एक ही बस टर्मिनल भी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 85 करोड़ की लागत से बनने वाले कोरीडोर से यातायात सुगम होगा और प्रदूषण से मुक्ति मिल सकेगी ।उन्होंने डेरी विस्थापन की बात करते हुए कहा कि सागर की 400 डेरियो का विस्थापन रतोना में किया जाएगा। इसकी काययोजना तैयार कर ली गई है । उन्होंने कहा कि सागर की बीचोंबीच स्थित जेल को अन्यत्र स्थानांतरित कर न केवल निगम नगर निगम को रूपये 500 करोड़ की आय होगी बल्कि सागर के बीचो-बीच अत्याधुनिक रूप से व्यवसाय गतिविधियों के लिए माल तैयार कराया जाएगा ।उन्होंने कहा कि शहर की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए छह स्थानों पर मल्टी लेवल पार्किंग का भी निर्माण स्मार्ट सिटी के माध्यम से कराया जा रहा है। मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि सागर की सिटी फॉरेस्ट के विस्तार के लिए स्मार्ट सिटी कार्य करेगी। मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि नगर निगम द्वारा अभी रूपये 15 करोड़ प्रति वर्ष बिजली बिल के लिए खर्च किए जाते हैं जिससे निजात पाने के लिए राजघाट पर 7 हेक्टेयर जमीन पर सोलर ऊर्जा प्लांट लगाकर निगम की बिजली सप्लाई की जाएगी ।मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि आज सागर में विद्युत शवदाह गृह का लोकार्पण करते हुए बड़ा हर्ष हो रहा है कि आप हमारा शहर स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित हो रहा है ।उन्होंने कहा कि नरयावली नाका मुक्तिधाम के लिए पप्पू गुप्ता एवं उनके सहयोगियों को मैं धन्यवाद देता हूं जिसके माध्यम से मुक्तिधाम की चारदीवारी तैयार की जा सकी उन्होंने कहा कि मैं सागर का समन्वित विकास के लिए दृढ़ संकल्पित हूं। मंत्री श्री ठाकुर ने वरिष्ठ समाजसेवी श्री रघु ठाकुर ,श्री प्रकाश चौबे , महेश तिवारी एवं सिंधी समाज का आभार मानते हुए कहा कि आज इन्हीं लोगों के कारण यह मुक्तिधाम का विकास संभव हो पा रहा है।
सागर सांसद राज बहादुर सिंह ठाकुर ने कहा कि सागर की चैमुखी विकास के लिए मध्यप्रदेश शासन वचनबद्ध है और इसी कड़ी में विद्युत शवदाह गृह का लोकार्पण किया गया है ।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सागर की हमेशा से चिंता की है और करोड़ों की प्रोजेक्ट सागर के में लाकर प्रारंभ कराने के लिए संकल्पित हैं ।उन्होंने कहा कि सागर तालाब में बनने वाला एलिवेटेड कॉरिडोर से सागर में को यातायात से निजात मिलेगा।
शहर विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि सागर के लिए आज का दिन स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा जब सागर विकास के लिए आगे बढ़ रहा है उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान एवं नगरीय विकास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने सागर के विकास में रुचि दिखाते हुए सागर वासियों की समस्त मांगों को पूर्ण करने पर अपनी सहमति व्यक्त की। विधायक श्री जैन ने कहा कि आज सागर में स्मार्ट सिटी एवं नगर निगम के माध्यम से रूपये 500 करोड़ के विकास कार्य कराए जा रहे हैं और विकास कार्य पूर्ण होने पर सागर पूर्ण विकसित होगा ।उन्होंने विद्युत शवदाह गृह के बारे में बताया कि विद्युत शवदाह गृह के प्रारंभ होने से अनेक समस्याओं से निजात मिलेगी ।
समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर ने सराहना करते हुए कहा की यह शवदाह गृह सारे मध्यप्रदेश में शीर्षस्थल पर है। मैंने भोपाल, इंदौर जैसे शहरों के भी शवदाह गृह देखे है परन्तु सागर जैसा अत्याधुनिक शवदाह गृह कहीं और नहीं है। यहां बेहतर तकनीक का प्रयोग किया गया, चिमनी की ऊचाई भी 110 फुट से अधिक है। शवदाह से निकलने वाला धुंआ मशीन में स्वच्छ होने के बाद ही वातावरण में चिमनी द्वारा छोड़ा जायेगा।
कार्यक्रम के बारे में नगर निगम आयुक्त आरपी अहिरवार द्वारा स्वागत भाषण एवं प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया ।कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अरविंद जैन एवं आभार स्मार्ट सिटी के सीईओ श्री राहुल सिंह राजपूत ने माना।
मुक्तिधाम पाठशाला सागर के साथ-साथ मध्यप्रदेश के लिये अभिनव योजना : मंत्री श्री ठाकुर
मुक्तिधाम पाठशाला सागर के साथ-साथ मध्य प्रदेश के लिए अभिनव योजना के रूप में कार्य कर रही है। उक्त विचार मध्यप्रदेश शासन के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने मुक्तिधाम पाठशाला के छात्राओं का सम्मान करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर कलेक्टर श्री दीपक सिंह नगर निगम कमिश्नर श्री आर पी अहिरवार स्मार्ट सिटी सीईओ श्री राहुल सिंह राजपूत मौजूद थे।
मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि मुक्तिधाम पाठशाला में श्री महेश तिवारी द्वारा किए गए कार्य प्रशंसनीय है और इस पाठशाला के माध्यम से समाज के अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति के बच्चों तक शिक्षा देने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस पाठशाला के माध्यम से जो बच्चे शिक्षा प्राप्त करने से वंचित हो रहे थे उनको शिक्षा प्राप्त हो रही है।
मंत्री श्री ठाकुर ने निगमायुक्त के प्रयाशों से गरीब बच्चों को शिक्षित बनाने के लिए चलाई जा रही मिशन मुक्तिधाम पाठशाला के बच्चों को पेन, कॉपी, टॉफी, बिस्किट गिफ्ट देकर प्रोत्साहित किया व शिक्षा से जोड़ने के इस अभिनव प्रयास हेतु सभी संचालकों प्रकृतिप्रेमी महेश तिवारी, आनन्द ददरया आदि की सराहना करते हुए बधाई दी।
मुक्तिधाम पाठशाला सागर के साथ-साथ मध्य प्रदेश के लिए अभिनव योजना के रूप में कार्य कर रही है। उक्त विचार मध्यप्रदेश शासन के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने मुक्तिधाम पाठशाला के छात्राओं का सम्मान करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर कलेक्टर श्री दीपक सिंह नगर निगम कमिश्नर श्री आर पी अहिरवार स्मार्ट सिटी सीईओ श्री राहुल सिंह राजपूत मौजूद थे।
मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि मुक्तिधाम पाठशाला में श्री महेश तिवारी द्वारा किए गए कार्य प्रशंसनीय है और इस पाठशाला के माध्यम से समाज के अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति के बच्चों तक शिक्षा देने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस पाठशाला के माध्यम से जो बच्चे शिक्षा प्राप्त करने से वंचित हो रहे थे उनको शिक्षा प्राप्त हो रही है।
मंत्री श्री ठाकुर ने निगमायुक्त के प्रयाशों से गरीब बच्चों को शिक्षित बनाने के लिए चलाई जा रही मिशन मुक्तिधाम पाठशाला के बच्चों को पेन, कॉपी, टॉफी, बिस्किट गिफ्ट देकर प्रोत्साहित किया व शिक्षा से जोड़ने के इस अभिनव प्रयास हेतु सभी संचालकों प्रकृतिप्रेमी महेश तिवारी, आनन्द ददरया आदि की सराहना करते हुए बधाई दी।
एक हजार रुपये आएगा खर्चा,अंतिम संस्कार में
मोतीनगर मुक्तिधाम में विधुत शवदाहगृह का निर्माण एक करोड़ 13 लाख रूपये की लागत से किया गया है। जिसमें एक दिन में 8-10 शवों का दाह संस्कार किया जा सकेगा । इस शवदाह गृह में एक शव का दाह संस्कार करने के लिए 90 मिनट का समय लगेगा। शवदाहगृह बिजली, गैस से संचालित होगा जिससे वातावरण प्रदषित नहीं होगा। सामान्यतः पारम्परिक शवदाह संस्कार में 3000-4000 व्यय आता हे विद्युत शवदाह गृह मे यह व्यय 1000 होगा।
नगर निगम आयुक्त ने बताया कि पारम्परिक शवदाह संस्कार में 12-15 घंटो का समय लगता है विधुत शवदाह में 90 मिनट का समय लगेगा । पारम्परिक शवदाह संस्कार में लकड़ी का उपयोग किया जाता है जिसके लिए प्रतिदिन बहुत से पेड़ों की कटाई होती है विधुत शवदाह गृह के प्रयोग से लकड़ी का प्रयोग बंद होगा और पेड़ों के साथ पर्यावरण को बचाया जा सकेगा । बारिश के मौसम में कई बार लकड़ी , कंडे इत्यादि गीले हो जाने की वजह से शवदाह संस्कार ठीक से नई हो पाता है विधुत शवदाह गृह में बारिश से शवदाह संस्कार में कोई परेशानी नहीं होगी । कोरोना जैसी महामारी के समय में यह शवदाहगृह अत्यंत उपयोगी है।
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