दमोह जिले के 14 बंधुआ मजदूरों को मुक्त कराया,महाराष्ट्र के कोलापुर से
दमोह। दमोह जिले के 14 मजदूरों को महाराष्ट्र के कोलापुर से प्रशासन और पुलिस ने मुक्त कराया। इनमे ज्यादातर बटियागढ़ थाने के है। थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि जिला दंडाधिकारी दमोह के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में लेबर इंस्पेक्टर धर्मेंद्र नरवरिया नेतृत्व में बटियागढ़ थाना के प्र.आर . दीपक करोसिया व आर छोटू चौहान जिला दण्डाधिकारी दमोह के द्वारा गठित टीम को ग्राम बंदर जिला कोलापुर महाराष्ट्र से 14 बंधुआ मजदूरो को मुक्त कराने के लिए रवाना किया गया था ।
टीम के द्वारा 6 फरवरी को ग्राम बंदूर तहसील कागल जिला कोल्हापुर महाराष्ट्र पहुचकर 14 श्रमिको जिनमे 8 पुरूष एवं 6 महिलाये शामिल है , को मुक्त कराया गया । मुक्त किये गये श्रमिको के साथ 5 बच्चे भी शामिल है मुक्त कराये गये श्रमिको मे दो पुरूष दो महिलाये दो बच्चे ग्राम आलमपुर थाना बटियागढ के निवासी थे , जिन्हे रेस्क्यू टीम के द्वारा आज उनके ग्रह ग्राम आलमपुर छोड दिया गया है । साथ ही बडा पुरा दमोह के पांच पुरूष चार महिलाये एवं तीन बच्चो को उनके निवास स्थानो पर रेस्क्यू टीम के द्वारा छोडा गया है । एक अन्य श्रमिक बक्स्वाहा जिला छतरपुर का निवासी था जिसे बटियागढ़ मे उसके रिस्तेदार के यहाँ छोड दिया गया है । उक्त घटना के संबंध में प्रार्थी भागीरथ पिता कल्याण अहिरवार उम्र 27 साल निवासी आलमपुर थाना बटियागढ़ की रिपोर्ट पर आरोपिगणो 1.राकेश साल्वे 2.योगेश जाधव 3.गणेश जाधव 4.बाबा सय्यद सभी निवासी बंदूर कागल जिला कोल्हापुर महाराष्ट्र के विरुध्द थाना कागल ( महाराष्ट्र ) में अप.क्र .037 / 21 धारा 370,374,324,504,506,34 ताहि , बंधबिगार पधदती ( उच्चाटन ) अधिनियम 1976 की धारा 16/17 के अन्तर्गत अपराध पंजीबध्द किया गया हैं ।
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