अटल भूजल योजना अंतर्गत सागर संभाग के 672 ग्राम पंचायतों की जल सुरक्षा योजना बनायेगा म.प्र. जन अभियान परिषद्
★ भूजल स्तर बढाने के लिए ग्रामीणों की मदद से तैयार होगी कार्ययोजना
सागर। जल संसाधन विभाग मध्यप्रदेश द्वारा बुंदेलखंड अंचल में भूजल संकट से प्रभावित सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़ एवं निवाड़ी जिले के 9 विकासखंडों यथा सागर, पथरिया, छतरपुर, नौगांव, राजनगर, बल्देवगढ़, पलेरा, अजयगढ़ एवं निवाड़ी में अटल भू-जल योजना संचालित है। इस योजना के अंतर्गत चयनित विकासखंडों के 672 ग्राम पंचायतों में जनभागीदारी से ग्राम स्तरीय जल सुरक्षा योजना(वाटर सेक्योंरिटी प्ला न) तैयार करने का कार्य म.प्र. जन अभियान परिषद् को विभाग द्वारा सौंपा गया है। इस कार्य हेतु 5 वर्षों के दौरान विभाग द्वारा परिषद् को 11.25 करोड रूपये की राशि आवंटित की जावेगी। योजनामें चिन्हित गतिविधियों का भारत सरकार एवं राज्य सरकार की प्रचलित योजनाओं जैसे मनरेगा, पीएमकेएसवाई, बुंदेलखंड पैकेज, आईडब्ल्यूएमपी इत्यादि के कन्वर्जेंस से क्रियान्वयन जावेगा। अटल भू-जल योजना में स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट द्वारा डिस्ट्रिक्ट इंप्लीमेंटेशन पार्टनर के रूप में कार्य हेतु म.प्र. जन अभियान परिषद का चयन किया गया है।
इस सम्बन्ध में शासन स्तर से समस्त स्वीकृतियां प्राप्त करने के उपरांत स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट, अटल भू-जल योजना एवं म.प्र. जन अभियान परिषद् के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए। स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट, अटल भू-जल योजना की ओर से प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. जितेंद्र जैन तथा म.प्र. जन अभियान परिषद् की ओर से कार्यपालक निदेशक डॉ. धीरेन्द्र कुमार पाण्डेय द्वारा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए। इस अवसर पर परिषद् के उपाध्यक्ष श्री विभाष उपाध्याय, महानिदेशक श्री बी.आर. नायडू, उपनिदेशक अमिताभ श्रीवास्तव एवं टास्क मेनेजर्स दरियाव सिंह सूर्यवंशी, डॉ. सुनीता गुप्ता, सैयद शाकिर अली जाफरी, डॉ. प्रियंका दुबे व डॉ. प्रवीण शर्मा उपस्थित रहे।
इस अवसर पर परिषद् के उपाध्यक्ष श्री विभाष उपाध्याय द्वारा अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा गया कि सतही एवं भूजल की कमी निकट भविष्य में मानवजाति के अस्तित्व पर बहुत बड़ा खतरा बन कर सामने आयेगी, अतः यह बहुत आवश्यक है कि समय रहते इस दिशा में कार्य किया जावे। शासन द्वारा इस दिशा में उठाये गए कदम सराहनीय है। महानिदेशक श्री बी.आर. नायडू ने कहा कि परिषद् द्वारा ग्राम स्तर पर स्वैच्छिक संगठनों एवं सामुदायिक नेत्रत्व्कर्ताओं का वृहद नेटवर्क निर्मित किया गया है जो सामुदायिक सहभागिता से समाज विकास के कार्य में संलग्न है तथा इस नेटवर्क के माध्यम से अटल भूजल परियोजना का कार्य प्रभावीरूप से किया जा सकेगा। कार्यपालक निदेशक डॉ. धीरेन्द्र कुमार पाण्डेय द्वारा बताया गया कि परिषद् द्वारा पूर्व में भी आओ बनाये अपना मध्य प्रदेश अभियान के अंतर्गत प्रदेश के समस्त विकासखंडों में सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से जल संरक्षण हेतु जल स्रोतों की साफसफाई एवं गहरीकरण का कार्य किया गया है जिसमे परिषद् द्वारा गठित प्रस्फुटन समितियों एवं मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के छात्रों के महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
★ भूजल स्तर बढाने के लिए ग्रामीणों की मदद से तैयार होगी कार्ययोजना
सागर। जल संसाधन विभाग मध्यप्रदेश द्वारा बुंदेलखंड अंचल में भूजल संकट से प्रभावित सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़ एवं निवाड़ी जिले के 9 विकासखंडों यथा सागर, पथरिया, छतरपुर, नौगांव, राजनगर, बल्देवगढ़, पलेरा, अजयगढ़ एवं निवाड़ी में अटल भू-जल योजना संचालित है। इस योजना के अंतर्गत चयनित विकासखंडों के 672 ग्राम पंचायतों में जनभागीदारी से ग्राम स्तरीय जल सुरक्षा योजना(वाटर सेक्योंरिटी प्ला न) तैयार करने का कार्य म.प्र. जन अभियान परिषद् को विभाग द्वारा सौंपा गया है। इस कार्य हेतु 5 वर्षों के दौरान विभाग द्वारा परिषद् को 11.25 करोड रूपये की राशि आवंटित की जावेगी। योजनामें चिन्हित गतिविधियों का भारत सरकार एवं राज्य सरकार की प्रचलित योजनाओं जैसे मनरेगा, पीएमकेएसवाई, बुंदेलखंड पैकेज, आईडब्ल्यूएमपी इत्यादि के कन्वर्जेंस से क्रियान्वयन जावेगा। अटल भू-जल योजना में स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट द्वारा डिस्ट्रिक्ट इंप्लीमेंटेशन पार्टनर के रूप में कार्य हेतु म.प्र. जन अभियान परिषद का चयन किया गया है।
इस सम्बन्ध में शासन स्तर से समस्त स्वीकृतियां प्राप्त करने के उपरांत स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट, अटल भू-जल योजना एवं म.प्र. जन अभियान परिषद् के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए। स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट, अटल भू-जल योजना की ओर से प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. जितेंद्र जैन तथा म.प्र. जन अभियान परिषद् की ओर से कार्यपालक निदेशक डॉ. धीरेन्द्र कुमार पाण्डेय द्वारा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए। इस अवसर पर परिषद् के उपाध्यक्ष श्री विभाष उपाध्याय, महानिदेशक श्री बी.आर. नायडू, उपनिदेशक अमिताभ श्रीवास्तव एवं टास्क मेनेजर्स दरियाव सिंह सूर्यवंशी, डॉ. सुनीता गुप्ता, सैयद शाकिर अली जाफरी, डॉ. प्रियंका दुबे व डॉ. प्रवीण शर्मा उपस्थित रहे।
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इस अवसर पर परिषद् के उपाध्यक्ष श्री विभाष उपाध्याय द्वारा अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा गया कि सतही एवं भूजल की कमी निकट भविष्य में मानवजाति के अस्तित्व पर बहुत बड़ा खतरा बन कर सामने आयेगी, अतः यह बहुत आवश्यक है कि समय रहते इस दिशा में कार्य किया जावे। शासन द्वारा इस दिशा में उठाये गए कदम सराहनीय है। महानिदेशक श्री बी.आर. नायडू ने कहा कि परिषद् द्वारा ग्राम स्तर पर स्वैच्छिक संगठनों एवं सामुदायिक नेत्रत्व्कर्ताओं का वृहद नेटवर्क निर्मित किया गया है जो सामुदायिक सहभागिता से समाज विकास के कार्य में संलग्न है तथा इस नेटवर्क के माध्यम से अटल भूजल परियोजना का कार्य प्रभावीरूप से किया जा सकेगा। कार्यपालक निदेशक डॉ. धीरेन्द्र कुमार पाण्डेय द्वारा बताया गया कि परिषद् द्वारा पूर्व में भी आओ बनाये अपना मध्य प्रदेश अभियान के अंतर्गत प्रदेश के समस्त विकासखंडों में सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से जल संरक्षण हेतु जल स्रोतों की साफसफाई एवं गहरीकरण का कार्य किया गया है जिसमे परिषद् द्वारा गठित प्रस्फुटन समितियों एवं मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के छात्रों के महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
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