Editor: Vinod Arya | 94244 37885

मोबाइल पर गेम खेलने से पिता ने किया मना,तो 12 साल के बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली

मोबाइल पर गेम खेलने से पिता ने किया मना,तो 12 साल के बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली


★ पिता बोले ऐसे गेम बन्द हो, पुलिस अधिकारी ने सतर्कता बरतने की अपील की 



सागर।( तीनबत्ती न्यूज़) । कोरोना काल मे बच्चों को मोबाइल फोन चलाने की खूब आदत पढ गई है। आनलाईन पढ़ाई के चलते मासूमो के हाथ मे एंड्रॉयड मोबाइल है। इस बात से इनकार नही किया जा सकता है कि  ज्यादातर बच्चे गेम जमकर खेलते है। इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ रहा है। एमपी के सागर में एक ऐसी दर्दनाक तस्वीर सामने आई है जिसमे पिता ने मोबाईल फोन पर गेम खेलने से मना किया तो नाराज लड़के ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दुखी पिता ने ऐसे गेम बन्द करने की बात कही है। वही पुलिस का कहना है कि बच्चों को मोबाइल देते समय सतर्कता बरते। 

मामला थाना  सागर जिले की पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम ढाना का है।  जहां पर 12 वर्ष के रोहन पटेल पिता सीताराम पटेल कक्षा चौथी के विद्यार्थी ने सुबह सुबह  तौलिया से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली । पिताजी फुलकी का ठेला लगाते हैं जिनका नाम सीताराम पटेल है । परिवार की स्थिति ठीक नहीं है । 
रोहन पटेल फ्री फायर गेम का शौकीन था । उसे दो दिन से  पिताजी खेलने से  मना करने कर रहे थे। रोशन को  सुबह से फ्री फायर गेम को खेलने  मोबाइल नहीं मिला तो सुबह से मन अशांत था। दुखी रोहन ने  सुबह 11:00 बजे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।  दो भाइयों में सबसे छोटा था रोशन पटेल कक्षा 4 का विद्यार्थी था।  पिता का फूलकी  के ठेला पर हाथ बटाता था।

तीनबत्ती न्यूज़. कॉम
के फेसबुक पेज  और ट्वीटर से जुड़ने  लाईक / फॉलो करे


ट्वीटर  फॉलो करें
@weYljxbV9kkvq5ZB


वेबसाईट


Asp विक्रम सिंह ने बताया कि प्ले स्टोर से फ्री फायर गेम लोड कर रोशन खेलता था।  बच्चा को फ्री फायर  गेम खेलने से परिजन मना कर रहे थे। जिसके चलते यह हादसा हुआ। वैसे मेरा अनुरोध है कि जब बच्चों को मोबाइल दे तो सतर्कता बरते । यह भी देखे की बेटे  
को एंड्रॉयड सेट की जरूरत है या नही। पढ़ाई के दौरान भी नजर रखना जरूरी है। बच्चों को प्यार से समझाए। 
बहरहाल इस हादसे ने अभिभावकों की चिंता बढा दी है। 


---------------------------- 





तीनबत्ती न्यूज़. कॉम ★ 94244 37885


-----------------------------


Share:

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

Archive