पीएम आवास योजना , बीएलसी और डीपीआर घोटाले की हो न्यायिक जांच, आम आदमी पार्टी ने किया नगर निगम का घेराव

पीएम आवास योजना , बीएलसी और डीपीआर घोटाले की हो न्यायिक जांच, आम आदमी पार्टी ने किया नगर निगम का घेराव 

सागर। आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री आवास योजना और उसके घटक बीएलसी एवं डीपीआर घोटाले सहित नगर निगम में व्याप्त अनियमितताओं और भृष्टाचार के विरोध में तथा घोटालों की न्यायिक जांच की मांग को लेकर सागर नगर निगम कार्यालय का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता  डी ई ओ कार्यालय के पास एकत्रित हुए और रैली के रूप में नगर निगम कार्यालय पहुंचे । इस दौरान आप कार्यकर्ताओं ने नगर निगम कमिश्नर के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की । आप कार्यकर्ता जब निगम कार्यालय में आयुक्त से मिलने जाने लगे तो पुलिस प्रशासन द्वारा आप कार्यकर्ताओं को नगर निगम के मुख्य द्वार पर ही रोक लिया गया।
 जिससे आप कार्यकर्ता भड़क गए और पुलिस  तथा आप प्रदेश प्रवक्ता के बीच तीखी बहस हुई साथ ही आप कार्यकर्ताओ और पुलिस अधिकारियों के बीच झड़प भी हुई । सभी आप कार्यकर्ता निगम कमिश्नर आर पी अहिरवार से मिलकर घोटालों पर उनका जबाब चाहते थे पर आयुक्त  सूचना होने के बाद भी निकल गए जबकि कार्यकर्ता उन्हें बुलाने पर अड़े रहे। काफी देर तक जब निगम कमिश्नर आप कार्यकर्ताओं के समक्ष नहीं आये तो आप कार्यकर्ता नगर निगम के मुख्य द्वार पर ही धरने पर बैठ गए । इसी दौरान सिटी मजिस्ट्रेट सहित तमाम पुलिस अधिकारी और उपायुक्त आप कार्यकर्ताओं को मनाते रहे लेकिन कार्यकर्ता ठोस जबाव चाहते थे। 
कुछ समय उपरांत मध्यस्थता करने तहसीलदार प्रजापति और वैभव पहुंचे और उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच में स्वयं करूँगा तथा यदि कोई दोषी होगा तो उस पर कार्यवाही करूँगा । साथ ही आयुक्त अहिरवार जी से फोन पर चर्चा हुई इसके उपरांत सिटी मजिस्ट्रेट ने मौके पर है ज्ञापन पत्र जांच हेतु तहसीलदार प्रजापति को अग्रेषित करने को कहा । 
लगभग 2 घंटे बाद आप कार्यकर्ताओं द्वारा 6 सूत्रीय ज्ञापन नगर दंडाधिकारी को कलेक्टर के नाम और एक ज्ञापन आयुक्त के नाम से उपायुक्त को सौंपा गया।मामलों की जांच धरना स्थल पर ही तहसीलदार को सौंप दी गई तब जाकर घेराव एवं धरना समाप्त हुआ। 


तीनबत्ती न्यूज़. कॉम
के फेसबुक पेज  और ट्वीटर से जुड़ने  लाईक / फॉलो करे


ट्वीटर  फॉलो करें
@weYljxbV9kkvq5ZB


वेबसाईट


ज्ञापन की प्रमुख मांगे निम्न हैं - R

1 - पिछले 10 वर्षों में आपके कार्यालय द्वारा विभिन्न कार्यों के लिए जो डीपीआर बनवाई गई थी उनमें अपनाई गई प्रक्रिया औचित्य व्यय के उचित भुगतान संबंधी प्रक्रिया की न्यायिक जांच करा कर दोषियों पर अपराधिक कार्यवाही की जाए । 

2 - प्रधानमंत्री आवास योजना एवं उसके घटक बीएलसी योजना के अंतर्गत मकान राशि आवंटन में हुए भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं की जांच करा कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए साथ ही पूर्व में की गई जांच में कुछ लोगों पर एफ आई आर का प्रस्ताव था ,  उक्त लोगों/संस्था के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई जाए । 

3 - शहर में आवास योजना के अंतर्गत मकानों में अधिकांश जगह मकान किराए पर दिए गए हैं जिस कारण वहां के वास्तविक निवासियों को परेशानी हो रही है तत्काल ऐसे मकानों के आवंटन रद्द कराकर योग्य एवं जरूरत वाले व्यक्तियों को मकान जाएं । 

4- आपकी संस्था भ्रष्टाचार पर प्रभावी लगाम हेतु प्रभावी कदम उठाए । 

5- सागर तालाब के चारों ओर अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए एवं तालाब सौंदर्यीकरण तथा गहरीकरण सफाई के व्यय की औचित्य की जांच की जाए । 

6- शहर की सड़कें , लाइट , नालियां ठीक की जाएं । 

प्रदेश प्रवक्ता डॉक्टर धरणेन्द्र जैन ने चेतावनी देते हुए कहा कि 8 दिन के अंदर उक्त मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं हुई तो आम आदमी पार्टी पुनः आंदोलन एवं घेराव हेतु बाध्य होगी जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और निगम प्रशासन की होगी साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में भृष्टाचार, अन्याय, अनियमितता बर्दास्त नहीं कि जावेगी।
       घेराव और धरना के दौरान मुख्य रूप से प्रदेश प्रवक्ता डॉ धरणेन्द्र जैन ,  शहरी जिला अध्यक्ष अभिषेक अहिरवार , ग्रामीण जिला अध्यक्ष के के प्रजापति , जिला संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह राजपूत , जिला उपाध्यक्ष भगवानदास रैकवार , जिला उपाध्यक्ष माधव प्रसाद अहिरवार , जिला उपाध्यक्ष डीके सिंह , जिला संगठन सह सचिव सुरेश गुप्ता , जिला कार्यकारिणी सदस्य प्रमेन्द्र साहू , जिला कार्यकारिणी सदस्य मोहन गौर , जिला कार्यालय सह प्रभारी  आदेश जैन , विनोद कुर्मी , अमित जैन मोदी , मनोज पटेल , लक्ष्मीकांत राज , तौफीक मिर्जा , अजमेरी अली , मोहम्मद इमरान , जुबेर , सुरेंद्र चौधरी , संतोष अहिरवार , अरुण सिंह राजपूत सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे। 

---------------------------- 





तीनबत्ती न्यूज़. कॉम ★ 94244 37885


-----------------------------
Share:

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

Archive