सरकारी राशन दुकानों पर नमक ,रेतीला निकला
★राशन दुकानों में मिलने वाले नमक में मिलावट, नमक को पानी मे घोला तो दिखे कंकड़ पत्थर
★पूर्व सीएम कमलनाथ के ट्वीट से गर्माया मामला
★कलेक्टर ने सागर जिले में लगाया वन्या के नमक पर प्रतिबंध
सागर। अभी तक तो राशन में मिलावट होते देखा था लेकिन नमक में भी मिलावट के किस्से सामने आ रहे है। खासतौर से सरकारी राशन दुकानों पर मिलने वाले नमक में।सागर जिले के बीना और रहली में कई जगह मिलावटी नमक की शिकायतें मिली। लोगो ने घरों में पानी मे घोला तो कंकड़ पत्थर नजर आए। इसके लिए प्रशासन की टीम भी इन इलाकों में पहुची। तो प्रशासन ने भी नमक को घोला तो बारीक कंकड़ पत्थर नजर आए। इससे नाराज लोग तहसीलदार को ज्ञापन देने पहुचे। महिलाएं भी शामिल थी।
इस मामले में पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट ने मुद्दा गरमा दिया। कमलनाथ ने सागर के साथ ही जबलपुर और अन्य जिलों से ऐसी मिलावट को उठाया। उधर प्रशासन ने आज T वन्या नमक पर जांच पूरी होने तक सप्लाई पर रोक लगा दी है। कलेक्टर ने इसका ट्वीट भी किया।
सागर जिले के बीना में राशन दुकानो पर नमक मे भी मिलावट कर गरीबो को सप्लाई किया जा रहा है।जहां परेशान लोगो ने शिकायत कर जांच की मांग की हॆ।वही पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने ट्वीट कर मामले को गर्मा दिया है। यहां लोगो ने प्रदर्शन कर ज्ञापन भी दिया। इसके बाद हरकत मे आये प्रशासनिक अधिकारियों ने राशन दुकानो पर जांच कर कार्रवाई शुरू कर दी हॆ।
नेता इंदर सिंह के अनुसार उनको क्षेत्र के लोगो से शिकायत मिली थी। इसके चलते आज ज्ञापन दिया और दोषियों पर कार्यवाही की मांग की।
संजय जैन तहसीलदार बीना ने बताया कि कुछ जगह शिकायते मिली थी सागर से पूरी टीम ने आकर जांच की है।
कलेक्टर के निर्देश पर जाँच के लिए भोपाल भेजे गए नमक के सैंपल ,लगाई रोक
कलेक्टर श्री दीपक सिंह के निर्देशानुसार बीना अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार,खाद्य सुरक्षा अधिकारी तथा कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी द्वारा नमक में रेत की मिलावट के संबंध में जाँच की गई। जाँच दल द्वारा प्रस्तुत किये गये प्रतिवेदन के अनुसार शासकीय उचित मूल्य दुकान (सेवा सहकारी समिति सेमरखेड़ी) का खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री पंकज श्रीवास्तव द्वारा निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के बाद कलेक्टर श्री दीपक सिंह द्वारा दिए गए निर्देशानुसार रिफाइंड आयोडीन नमक ब्रांड वन्या का नमूना खाद्य विश्लेषक राज्य खाद्य प्रयोगशाला भोपाल भेजा गया है।
उल्लेखनीय है कि प्रथम दृष्ट्या सैंपल में लाए गए नमक के पैकेट मिलावटी होने की शिकायत होने के कारण तथा तहसीलदार, खाद्य सुरक्षा अधिकारी तथा कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी के मतानुसार भोपाल से जाँच रिपोर्ट प्राप्ति तक अभी तक आपूर्ति किए गए नमक ब्रांड वन्या को आम जन के वितरण के लिए बंद किया गया है। अतः उक्त नमक के पैकेटों को शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में तब तक नहीं बंटवाया जाएगा जब तक जाँच रिपोर्ट नहीं आ जाती।
बता दें कि, बीना एवं रहली केन्द्र से प्रदायित हुए नमक में काले बारीक कण प्राप्त होने की शिकायत प्राप्त हुई है। संभवतः ये कण आयरन-45 के हो सकते हैं, जो एनीमिया जैसी गंभीर बीमारी के उपचार में उपयोग किया जाता है। परंतु, भोपाल भेजे गए सैंपल की जाँच रिपोर्ट आने तक समस्त शासकीय उचित मूल्यों की दुकानों से नमक की सप्लाई पर प्रतिबंध रहेगा।
अतः प्राप्त नमक के गुणवत्ता परीक्षण होने तक केन्द्रों से आगामी आदेश तक नमक का प्रदाय स्थगित रखने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर दीपक सिंह का ट्वीट
कमलनाथ का ट्वीट
ग़रीबों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बंद हो, दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो।
जबलपुर व सागर में इस तरह के मामले सामने आये है , बेहद गंभीर व बेहद शर्मनाक ?
शिवराज सरकार में हर जगह भ्रष्टाचार , फ़र्ज़ीवाडे , घोटाले , मिलावट का काम जारी।
प्रदेश भर में ग़रीबों को वितरित की जाने वाली राशन सामग्री की जाँच हो, घटिया चावल के वितरण के बाद अब नमक भी मिलावटी।
शिवराज सरकार में प्रदेश के कई जिलो में ग़रीबों को जानवरो के खाने लायक़ चावल के वितरण के बाद अब ग़रीबों को सार्वजनिक राशन वितरण प्रणाली के तहत दिये जाने वाला नमक भी मिलावटी ? नमक में रेत ?
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