किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए किसान कल्याण योजना मील का पत्थर साबित होगी : मंत्री भूपेंद्र सिंह


किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए किसान कल्याण योजना मील का पत्थर साबित होगी : मंत्री  भूपेंद्र सिंह

सागर ।  सागर जिले को शत-प्रतिशत सिंचित किया जाएगा। किसान कल्याण सम्मान निधि योजना किसानों के कल्याण में मील का पत्थर साबित होगी। उक्त विचार नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने आज मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के डा. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए।
मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना का मुख्य आयोजन मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सीहोर जिले के नसरूल्लागंज में वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुआ,  जिसमें 5 लाख किसानों को 100 करोड़ रुपए का हितलाभ का वितरण ऑनलाइन वन क्लिक के माध्यम से किया गया।
सागर के कार्यक्रम में सांसद  राज बहादुर सिंह, विधायकद्वय  शेलेन्द्र जैन,  प्रदीप लारिया, सुधीर यादव,  राजकुमार जैन, कलेक्टर  दीपक सिंह आदि उपस्थित थे।इस योजना से सागर जिले के 2.76 लाख किसानों को लाभ मिलेगा। 

मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि जिले का कोई भी रकबा सिंचाई से वंचित नहीं रहेगा और शत-प्रतिशत सिंचित किया जाएगा । उन्होंने कहा कि किसानों को शून्य प्रतिषत ब्याज पर खाद, बीज उपलब्ध कराने के लिए ऋण दिया जाएगा। प्रदेश सरकार संबल योजना के तहत राशि देने के लिए वचनबद्ध है।
उन्होंने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है। किसान जब तक आत्मनिर्भर नहीं होगा, तब तक देश समृद्ध कैसे होगा? इसके लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन प्रारंभ कर रहे हैं। उन्हांने कहा कि सीएम किसान के बेटे हैं और मैं भी किसानी करता हूँ। मैंने प्रारम्भ से ही किसानी की है, इसलिए मैं जानता हूं कि किसानों की तकलीफ एवं चुनौतियां किस प्रकार की होती है। श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि किसानों को बिजली की समस्या से निजात दिलाने के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान 24 घंटे बिजली देने की योजना तैयार कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने किसानों को फसल बेचने के लिए आत्मनिर्भर कर दिया है ।अब किसान मंडी में या अन्यत्र कहीं भी उचित मूल्य पर अपनी फसल विक्रय कर सकेगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को आर्थिक रूप से  समृद्ध बनाने के लिए वचनबद्ध है।श्री सिंह ने कहा कि बीना नदी परियोजना से 90 हजार हेक्टेयर में सिंचाई होगी, इससे किसानों को व्यापक लाभ होगा। इसी प्रकार धसान नदी पर बन रहे बांध से 70 हजार हेक्टेयर में सिंचाई होगी। उन्होंने कहा कि कड़ान परियोजना सहित जिले को अन्य परियोजनाओं के माध्यम से शत-प्रतिशत सिंचित किया जाएगा।
सांसद श्री राज बहादुर सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ श्री शिवराज सिंह चौहान किसानों के हित के लिए जो कार्य कर रहे हैं, वे अभूतपूर्व है । । विधायक श्री शैलेंद्र  जैन ने कहा कि प्रदेश का विकास तभी होता है जब किसान भाई समृद्ध हों, इसके लिए  मुख्यमंत्री श्री चौहान 24 घंटे कार्य कर रहे हैं । विधायक श्री प्रदीप लारिया ने कहा कि प्रदेश का किसान अब फसल बेचने के लिए ठगा सा महसूस नहीं करेगा क्योंकि मुख्यमंत्री श्री चौहान के किसानों के कल्याण एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं । 
इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त  आरपी अहिरवार, अपर कलेक्टर  अखिलेश जैन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इच्छित गढ़पाले, अनुविभागीय अधिकारी, सागर श्री पवन वारिया, एसएलआर  राकेश अहिरवार, श्री बीएस मोहनिया, युवा नेता राहुल साहू और हितग्राही किसान मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन प्राध्यापक श्री अरविंद जैन ने किया मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान से चर्चा करके प्रफुल्लित हुए महेश सोनी

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से वर्चुअल कान्फ्रेंस के माध्यम से चर्चा करके राजाखेड़ी  कृषक श्री महेश सोनी प्रफुल्लित हो गये। उन्होंने श्री चौहान से कहां कि, आपकी इस योजना से न केवल कृषक आत्मनिर्भर बन सकेंगे वरन अपनी उपज, अपने भाव पर स्वतंत्र रूप से बेच भी सकेंगे।
बता दें कि मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सागर जिले के ग्राम पथरिया रजाखेड़ी निवासी किसान श्री महेश सोनी से संवाद कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान के द्वारा योजना के बारे में पूछे जाने पर श्री  महेश सोनी ने कहा कि पीएम किसान कल्याण योजना से 6 हजार तथा मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के अंतर्गत 4 हजार, इस प्रकार साल भर में कुल 10, हजार रुपये की राशि मिलने से किसानों के जीवन में बड़ा बदलाव आयेगा। श्री महेश सोनी ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार की किसान हितैषी योजनाओं के चलते किसानों का आत्मविश्वास भी बढ़ा है।
नवीन कृषि अध्यादेशों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि, मंडियों के बाहर फसल बेचने की सुविधा से किसानों को कोई नुकसान नहीं है, बल्कि उन्हें बिक्री के वैकल्पिक साधन उपलब्ध हुए हैं। किसान अपनी सूझ-बूझ से अधिक मुनाफा भी कमा सकते हैं। 


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