स्वाथ्यकर्मी भीष्म दुबे की पत्नी ने सम्मानपत्र वापिस किये, शासन से लगाई मदद की गुहार
सागर। पिछले दिनों जिला अस्पताल में पदस्थ डाटा एंट्री आपरेटर भीष्म दुबे की ड्यूटी के दौरान ही अचानक मौत हो गई थी।किन्तु शासन ने उनको ना तो कोरोना योद्धा माना ना ही कोई शासकीय मदद परिवार को मिली जबकि वो कोरोना मरीजो का ही डाटा अपडेट सुबह से देर रात तक अपनी ड्यूटी में करते थे।प्रशासन के इस तरह के उदासीन रवैये से व्यथित होकर स्व.भीष्म की पत्नी अर्चना दुबे ने कल मंगलवार को युवा ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष पं.भरत तिवारी,शिवसेना नेता पप्पू तिवारी ,परशुराम सेना के अध्यक्ष योगेश दीक्षित के साथ कलेक्ट्रेड पहुंचकर पति के सेवा काल मे प्रशासन से प्राप्त हुए सम्मानपत्र,प्रसंसा पत्र बापिस करते हुए मांग की है कि मेरे पति को कोरोना योद्धा मानते हुये तत्काल सरकार द्वारा निर्धारित आर्थिक मदद की जाए।यहाँ गौरवतल है कि भीष्म दुबे को उनकी शासकीय सेवा में रहते हुये 26मई 2020को तत्कालीन कलेक्टर श्रीमति प्रीति मैथिल नायक ने प्रसंसा पत्र और वर्तमान कलेक्टर दीपक सिंह ने 15अगस्त स्वतंत्रता दिवस समारोह में सम्मानपत्र दिए थे । जो उनकी पत्नी ने कल प्रशासन को बापिस कर दिए है।27अगस्त को उनकी ड्यूटी के दौरान ही अचानक मौत हो गई थी।
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