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भारतीय संस्कृति का आधार गौमाता, इसके संरक्षण एवं संवर्धन विश्व का कल्याण : आचार्य श्री धर्मेंद्र जी महाराज

भारतीय संस्कृति का आधार गौमाता, इसके संरक्षण एवं संवर्धन विश्व का कल्याण : आचार्य श्री धर्मेंद्र जी महाराज


★ गौ सेवा संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में प्रकाशित स्मारिका 'हमारी गौशाला का लोकार्पण/विमोचन आचार्य श्रीधर्मेन्द्र जी के द्वारा किया गया 

सागर। गौ सेवा संघ के शताब्दी वर्ष 2020 के अंतर्गत तीन दिवसीय समारोह के दौरान सिलेरा स्थित गौशाला परिसर में पंचखण्ड पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी श्रीधर्मेन्द्र जी महाराज ने गौ माता की महिमा पर प्रवचन देते हुए कहा कि गौमाता के बिना आदर्श भारत की कल्पना नहीं की जा 
सकती । भारतीय संस्कृति के मूल में गौ माता ही हैं, यही कारण है कि भगवान श्रीकृष्ण ने गोपाल के रूप में गौमाता का संरक्षण एवं संवर्धन 
किया । इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिये गोपाष्टमी उत्सव का प्रचलन है। आचार्य श्री ने आंबेडकर जी को एक वंदनीय पुरूष बतलाया । उन्होंने आंबेडकर के कथन को स्पश्ट करते हुए कहा कि बुद्ध धर्म हिन्दू धर्म का पर्यायवाची हैे इसलिये मैं भारतीय संस्कृति के विरूद्ध कोई अन्य धर्म नहीं अपना रहा हॅू । मैं तो अपने घर के ही एक कमरे से दूसरे कमरे में जा रहा हॅू और उन्होंने धर्म परिवर्तन के लिये हैदराबाद के निजाम का 1 करोड़ के प्रलोभन के निमंत्रण को ठुकरा दिया । इस प्रकार भारत के साम्प्रदायिक विद्वेष फैलाने वाले लोगों को यह ज्ञात हो गया था कि आंबेडकर जी धर्मान्तरण नहीं किया था । इसी संदर्भ में एक साधारण राजकुमार गौतम को बुद्ध बनने की जो घटना है उस पर भी उन्होंने विस्तारपूर्वक व्याख्या की । उन्होंने सम्प्रदाय शब्द की विवेचना करते हुए बताया कि जो समाज ऊंच-नीच भावना को त्यागकर समानता का व्यवहार करते हुए अपने ज्ञान को बांटता है, वह सम्प्रदाय की श्रेणी में आता है इसलिये हमारा हिन्दु धर्म अनेक सम्प्रदायों के माध्यम से भारतीय संस्कृति का संरक्षण कर रहा है। 
उन्होंने भैंस के दूध पीने के लिये स्पष्ट तौर पर मना किया उन्होंने कहा अगर बुद्धिमान बनना है और गाय के बछडे की तरह स्फूर्तिवान बनना है तो गाय के दूध को ही अपनायें । उनके प्रवचनों में यह बात गैरतलब है कि गुरू गोविन्दसिंह महाराज ने सिख को पंथ और हिन्दू को धर्म कहा है तथा गोबर में लक्ष्मी एवं गौमूत्र में गंगा जी निवास करती हैं । उन्होंने जानकारी दी कि मुहम्मद साहब ने कहा है कि गौमांस बीमारी है एवं दूध शिफा है यानि   अमृत है । कोरोना महामारी भी मांसाहारियों ने फैलाई जिस त्रासदी को सारा विश्व भोग रहा है । उन्होंने बताया कि गौमूत्र, तुलसी और गिलोय में सभी महामारियों का इलाज छिपा है ।
उन्होंने पाश्चात्य सभ्यता का अनुसरण करने वालों पर व्यंग करते हुये कहा कि चुनाव जीतने वाले नेताओं को अपनी दो अंगुलियों को फैलाने या अंगूठा दिखाकर खुशी जाहिर करने की बजाय उन्हें अपनी कृतज्ञता दोनों हाथ जोड़कर प्रणाम करके व्यक्त करना चाहिये । हमारा धर्म पुरातन नहीं सनातन है । उन्होंने महर्षि दयानंद सरस्वती द्वारा रचित सत्यार्थ प्रकाश का संदर्भ देते हुए स्पष्ट किया कि जो अपनी देह को कब्र में सड़ने, गलने और कीड़ों से नहीं बचा सके उनकी मजार पर चादर चढ़ाने से और मन्नतें करने से कुछ नहीं होगा अगर मजार में दफन व्यक्ति मन्नतें पूरी करता होता तो फकीर सड़कों पर घूम-घूमकर हिन्दू समाज के लोगों से भीख क्यों मांगता ? वह अपने बाबा साहबों के सामने अपनी गरीबी दूर करने के लिये हाथ क्यों फैलाता ?

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अंत में उन्होंने सार-तत्व के रूप में कहा कि भारतीय सत्य सनातन संस्कृति का आधार गौमाता ही है और गौ माता के संरक्षण एवं संबर्धन  से ही सारे विश्व का कल्याण होगा । उन्होंने इस संदर्भ में 'गौशाला' में रचित पंक्तियों को काव्यात्मक शैली में गाकर सुनाया -

रामकृष्ण के इतिहासों का सार तत्व है गौशाला
स्मृतियों, वेदों, उपनिषदों में एक तत्व है-गौशाला
धर्म स्वयं गोै बनकर मानो बसता है गौशाला में,
देश, धर्म एवं संस्कृति की परिभाषा है गौशाला 

शताब्दि वर्ष पर प्रकाशित कृति 'हमारी गौशाला' में गौ सेवा संघ सागर के 100 वर्षो के संघर्षमय इतिहास को विभिन्न छायाचित्रों के माध्यम से उल्लेखित किया गया है इसका लोकार्पण आचार्य श्री एवं विधायक प्रदीप लारिया ने किया ।कार्यक्रम के आखिरी दौर में भगवान वज्रांग देव की  वंदना का सस्वर पाठ आचार्य जी के श्रीमुख से हुआ ।
इस कार्यक्रम में अध्यक्ष लोकनाथ मिश्र, उपाध्यक्ष कमल पाहवा,  सचिव रूपकिशोर अग्रवाल, कोषाध्यक्ष अरविंद घोषी, संरक्षक सुरेश कुमार सोनी एडवोकेट, पूर्व सचिव हरिनारायण यादव, बद्री विशाल रावत, कुलदीप सोनी, महेन्द्र गुप्ता, प्रेमसींग घोषी, राजेन्द्र घोषी पप्पू, ग्राम सिलेरा के सरपंच अशोक यादव एवं पूर्व सरपंच प्रहलाद आठ्या, राजू घोषी गढ़ौली, कमलसींग, बाबूलाल यादव, चंद्रभान यादव जरारा, राजेन्द्रसींग ठाकुर ग्राम पंचायत सचिव राजकुमार यादव, लालसींग यादव, सुखलाल यादव, अनंतराम ठाकुर, तुलसीराम लड़िया, नत्थू बड़कुल, हल्कई ठाकुर, रामप्रकाश यादव एवं समस्त ग्रामवासी उपस्थित थे। मंच संचालन रूपकिशोर अग्रवाल ने एवं आभार प्रदर्शन श्री लोकनाथ मिश्र ने किया ।


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