सागर : दो किसानों ने की आत्महत्या, परिजनों के मुताबिक कर्जा था, पुलिस जांच में जुटी
सागर। एमपी में फसलों की बर्बादी ने किसानों को आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया है। सागर जिले में दो अलग अलग मामलों में किसानों द्वारा आत्महत्या किये जाने की घटनाये सामने आई है। पिछले एक हफ्ते में किसान की आत्महत्या के तीन मामले सामने आए है।
गढाकोटा में एक हफ्ते में दूसरी घटना
सागर जिले के गढ़ाकोटा थाना क्षेत्र में एक बार फिर कर्ज के चलते किसान आत्महत्या मामला सामने आया है। थाना क्षेत्र के कुमेरिया-भटौली के 35 वर्षीय जगदीश कुर्मी की लाश सड़ी-गली हालत में पेड़ से लटकी मिली है। मिली जानकारी के मुताबिक़ 5 अक्टूबर से जगदीश कुर्मी लापता था। परिजनों ने इसके बाद गढ़ाकोटा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शुक्रवार को जब लकड़ियां काटने वाले कदला गांव के भदभदा नाले के पास पहुंचे तो उन्हें पेड़ से लटका एक शव दिखा जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
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मृतक के बड़े भाई का कहना है कि पिछले दो सालो से फसल नहीं निकलने से कर्ज हो गया था। बेटियों की शादी करनी थी। इससे वह परेशान था इसलिए आत्महत्या कर ली है।
इस संबंध में SDOP अनुराग पांडे का कहना है पंचनामा कार्यवाही कर शव का पोस्टमॉर्टम करवाया है। मामले की जांच की जा रही है।
मृतक किसान जगदीश कुर्मी 2 एकड़ जमीन का मालिक था जिस पर उसने सोयाबीन की फसल बोई थी। लेकिन खेत में फसल बर्बाद होने की वजह से उसने खड़ी फसल में बखरनी करवा दी थी।
गढ़ाकोटा थाना क्षेत्र से एक हफ्ते में यह दुसरा किसान आत्महत्या का मामला सामने आया है। यह थाना क्षेत्र मध्यप्रदेश के PWD मंत्री के क्षेत्र गोपाल भार्गव की गृह विधानसभा रहली क्षेत्र का है।
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डेढ़ एकड़ में बोई सोयाबीन की फसल खराब, कर्ज से परेशान किसान ने फांसी लगाकर दी जान
सोयाबीन की फसल अफलन के कारण बर्बाद हो गई है ।किसानों के खेतों में इस साल उनका बीज भी नहीं निकल पाया है ऐसे में किसान कर्जे के बोझ से उबर नहीं पा रहे हैं।
कर्ज के बोझ से लदे एक किसान ने पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
यह मामला गौरझामर थाना क्षेत्र में सामने आया है जहां गौरझामर निवासी किसान लोकमन पिता कड़ोरी विश्वकर्मा 50 साल में नीम घाटी में पेड़ से फांसी के फंदे पर लटक कर आत्महत्या कर ली है। किसान की आत्महत्या के पीछे परिजन फसल सोयाबीन की फसल खराब होना और कर्ज होना बता रहे हैं।
मृतक किसान के पुत्र निलेश ने बताया कि इस साल मेरे पिताजी की डेढ़ एकड़ जमीन में सोयाबीन की फसल हुई थी और पूरी तरह से व्ह अफलन के कारण बर्बाद हो गई एक भी दाना नहीं निकला और उनके ऊपर 5 से 6लाख रुपए का कर्ज था जिसको है परेशान चल रहे थे।
मृतक किसान के भाई नर्मदा प्रसाद ने बताया कि उनके भाई के ऊपर शादी एवं किसानी का 5 से 6 लाख रुपए का कर्ज था और वह इस साल इस फसल में कर्ज चुकाने की उम्मीद कर रहे थे लेकिन डेढ़ एकड़ जमीन में वही सोयाबीन की फसल पूरी तरह खराब हो गई जिससे वह परेशान थे।
इनका कहना है
किसान की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है मामले में जांच की जाएगी जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उस हिसाब से कार्यवाही की जाएगी।
पूजा शर्मा एसडीओपी देवरी
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