सागर निवासी एवं बीएमसी की पूर्व छात्रा डॉक्टर अंजली विरानी पटेल ने नेत्र रोग सर्जन की पढ़ाई में किया टॉप
सागर। डॉ अंजली शुरुआत से ही बहुमुखी प्रतिभा की धनी है अपनी माताजी के सपने को साकार करने के लिए कक्षा बारहवीं के साथ पीएमटी की कठिन परीक्षा उत्तीर्ण कर बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए प्रवेश लिया.
बीएमसी में एक होनहार छात्र के रूप में पढ़ाई में हमेशा अव्वल रही एवं अपनी सूझबूझ एवं नेतृत्व क्षमता के कारण छात्राओं की प्रमुख चुनी गई एवं अपने सौंदर्य के कारण मिस बीएमसी बनी.
एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान कई विषयों में प्रथम स्थान प्राप्त किया एवं अपने प्रथम प्रयास में ही एमबीबीएस की डिग्री कई गोल्ड मेडल के साथ प्राप्त की , इनके उत्कृष्ट प्रदर्शन एवं संस्था में इनके द्वारा दिए गए योगदान के लिए बीएमसी ने सर्वश्रेष्ठ स्टूडेंट अवार्ड से सम्मानित किया
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सभी वरिष्ठ चिकित्सकों के मार्गदर्शन से नेत्र रोग सर्जन की पढ़ाई करने का सपना देखा एवं इसमें प्रवेश हेतु राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित अत्यंत प्रतिष्ठित प्रवेश परीक्षा में चयनित होकर नेत्र रोग की पढ़ाई के लिए जाने-माने संस्थान शासकीय मेडिकल कॉलेज रीवा में प्रवेश लिया.
डॉ अंजलि ने मेडिकल कॉलेज रीवा में भी मेधावी छात्र की छवि को बरकरार रखा दृढ़ संकल्प एवं कठिन परिश्रम से एम एस की पढ़ाई के दौरान प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कॉन्फ्रेंस में कई प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान प्राप्त किया एवं सभी शैक्षणिक गतिविधियों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया इसके लिए इन्हें संस्था द्वारा नेत्र रोग विभाग का सर्वश्रेष्ठ स्टूडेंट अवार्ड एवं अन्य सभी पीजी विषयों का भी सर्वश्रेष्ठ स्टूडेंट अवार्ड से सम्मानित किया.
आप उच्च मानवीय मूल्यों को ध्यान में रखते हुए अस्पताल में निरंतर सेवा भाव से दीन दुखियारे मरीजों का इलाज एवं देखभाल करती रही उन सभी के आशीर्वाद स्वरुप अपने प्रथम प्रयास में ही एमएस जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा में पूरी कॉलेज की टॉपर एवं गोल्ड मेडल की हकदार भी. डॉ अंजलि की इन सभी उपलब्धियों पर शासकीय मेडिकल कॉलेज रीवा का नेत्र रोग विभाग गर्व महसूस करता है। डॉ अंजलि ने अपनी सफलता का श्रेय परिजनों के प्रोत्साहन ,सहयोग को एवं विभाग अध्यक्ष डॉ शशि जैन एवं सभी गुरुजनों के मार्गदर्शन को दिया है।
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