सागर में कोरोना विस्फोट, 34 नए पॉजिटिव मरीज मिले, दो की मौत, 17 मरीज हुए डिस्चार्ज ,
कमिश्नर ने जागरूकता अभियान में जनभागीदारी की अपील की
सागर। ( तीनबत्ती न्यूज़ )। सागर जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से अगस्त माह में बढ़ा है। आज मंगलवार को कोरोना विस्फोट हुआ। 34 नए मरीज सामने आए। वही दो मरीजो की मृत्यु हो गई। इनमे एक सागर के बुजुर्ग और दूसरी छत्तरपुर जिले के एक व्यक्ति की मौत हो गई। आज निकले मरीजो में छह सेना के जवान है। वही बड़े बाजार के एक परिवार के पांच सदस्य शामिल है। वही 17 मरीज स्वस्थ्य होकर घर वापिस हुए। उधर कमिश्नर जे के जैन ने जनभागीदारी से जागरूक करने पर जोर दिया ताकि संक्रमण रुक सके।
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सागर जिले में आज सेना हॉस्पिटल से पांच, बड़ाबाजार से पांच , रामपुरा से तीन, सन्तकवरराम वार्ड से तीन, गणेश टाकीज के पीछे गढाकोटा, बीड़ी हॉस्पिटल से तीन, ज्ञानोदय सेंटर से तीन मनोरमा कालोनी, काका गंज, केशवगंज, सदर, मकरोनिया, ढाना, , विजयताकीज, गांधी चौक,सदर और श्री रामनगर से एक एक मरीज निकला है। इनमे नगर निगम सागर के कर्मचारी, सड़क कारपोरेशन के sdo और सागर के कपड़ा व्यापारी के परिजन आदि शामिल है।
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जिले में कुल मरीजो की संख्या बढ़कर 1053 हो गई है। वही स्वस्थ्य होकर घर वापिस जाने वालों की संख्या 764 है। जिले में अभी तक 53 लोगो की मोत कोरोना संक्रमण से हो चुकी है। बीएमसी के डॉ सुमित रावत ने सागर में बढ़ते संक्रमण पर कहा है कि सभी लोग सतर्कता बरते । नियमो का पालन करे। तभी नियंत्रण हो सकेगा।
सक्र मण रोकने हेतु जन भागीदारी जरूरी, लोग आगे आये जागरूक करने : कमिशनर श्री जैन ने की अपील'
बुंदेलखंड चिकित्सा महाविद्यालय में कोविड-19 महामारी के कारण हो रही मौतों की संख्या को कम करने तथा संक्रमण की रोकथाम के लिए संभाग कमिश्नर श्री जेके जैन की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई।
कमिशनर श्री जैन ने बताया कि, कोविड-19 संक्रमण के संबंध में पॉजिटिव प्रकरणों का ''अर्ली आइडेंटिफिकेशन'' अर्थात प्रारंभिक अवस्था में ही संक्रमण का पता कर इलाज प्रारंभ करना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु आईआईटीटी अर्थात आइडेंटिफिकेशन, आइसोलेशन, टेस्टिंग तथा ट्रीटमेंट की प्रक्रिया अपनायी जा रही है। ऐसे प्रकरण जो संक्रमण की प्रारंभिक अवस्था में ही सामने आ जाते हैं उनका इलाज सही वक्त पर शुरू हो जाता है। जिससे व्यक्ति जल्द स्वस्थ होकर घर लौट पाता है। परंतु ऐसे प्रकरण जिनमें व्यक्ति गंभीर रूप से संक्रमित होने के बाद अस्पताल पहुँचता है, उसके बचने की संभावना कम होती है।
उन्होंने बताया कि शहर में दर्ज हो रही मृत्यु का सबसे बड़ा कारण ''लेट प्रेजेंटेशन'' है। लेट प्रेजेंटेशन से तात्पर्य व्यक्ति के गंभीर रूप से संक्रमित होने के बाद अस्पताल पहुँचना है। ऐसी स्थिति में संक्रमण बहुत अधिक बढ़ जाता है। उन्होंने जन सामान्य से अपील की कि, कोविड-19 के लक्षण दिखने पर तत्काल रूप से चिकित्सकीय परामर्श लिया जाये।
कमिष्नर श्री जैन ने बताया कि, कोविड संक्रमण से बचाव हेतु फेस कवरिंग अर्थात नाक एवं मुंह को ढकना अति-आवष्यक है। इसके लिए ना केवल मास्क बल्कि कोई अन्य कपड़ा जैसे गमछा, दुपट्टा आदि के द्वारा भी चेहरे का ढका जा सकता है। वायरस से बचाव हेतु आवष्यक है कि, कपडे़ को थ्री-फोल्ड करके पहना जाए।
आज संपन्न हुई बैठक में मुख्य रूप से समाजसेवी संस्थाओं को आमंत्रित किया गया था। संभागायुक्त ने सभी को संबोधित करते हुए इस आपदा के समय देशहित में सभी से सहयोग मांगा। उन्होंने बताया कि कोविड-19 संक्रमण को फैलने से रोकने हेतु जन भागीदारी भी अत्याधिक आवश्यक है। सभी के समन्वित प्रयासों से संक्रमण को फैलने से रोका जा सकेगा साथ ही इससे होने वाली मृत्यु को भी कम किया जा सकेगा। उन्होंने शहर के बुद्धिजीवी, गणमान्य नागरिकों से अपील की कि, आज शहर को उनकी जरूरत है। वे अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को कोरोना के संबंध में सजग एवं जागरूक बनाएँ। जिससे ना केवल सही वक्त पर मरीज अस्पताल पहुँच सके बल्कि सावधानियां रखकर इस संक्रमण से बच भी सके।
मुहल्ला समििति को शामिल करें
कमिशनर श्री जैन ने बताया कि, कोविड-19 संक्रमण के संबंध में पॉजिटिव प्रकरणों का ''अर्ली आइडेंटिफिकेशन'' अर्थात प्रारंभिक अवस्था में ही संक्रमण का पता कर इलाज प्रारंभ करना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु आईआईटीटी अर्थात आइडेंटिफिकेशन, आइसोलेशन, टेस्टिंग तथा ट्रीटमेंट की प्रक्रिया अपनायी जा रही है। ऐसे प्रकरण जो संक्रमण की प्रारंभिक अवस्था में ही सामने आ जाते हैं उनका इलाज सही वक्त पर शुरू हो जाता है। जिससे व्यक्ति जल्द स्वस्थ होकर घर लौट पाता है। परंतु ऐसे प्रकरण जिनमें व्यक्ति गंभीर रूप से संक्रमित होने के बाद अस्पताल पहुँचता है, उसके बचने की संभावना कम होती है।
उन्होंने बताया कि शहर में दर्ज हो रही मृत्यु का सबसे बड़ा कारण ''लेट प्रेजेंटेशन'' है। लेट प्रेजेंटेशन से तात्पर्य व्यक्ति के गंभीर रूप से संक्रमित होने के बाद अस्पताल पहुँचना है। ऐसी स्थिति में संक्रमण बहुत अधिक बढ़ जाता है। उन्होंने जन सामान्य से अपील की कि, कोविड-19 के लक्षण दिखने पर तत्काल रूप से चिकित्सकीय परामर्श लिया जाये।
कमिष्नर श्री जैन ने बताया कि, कोविड संक्रमण से बचाव हेतु फेस कवरिंग अर्थात नाक एवं मुंह को ढकना अति-आवष्यक है। इसके लिए ना केवल मास्क बल्कि कोई अन्य कपड़ा जैसे गमछा, दुपट्टा आदि के द्वारा भी चेहरे का ढका जा सकता है। वायरस से बचाव हेतु आवष्यक है कि, कपडे़ को थ्री-फोल्ड करके पहना जाए।
आज संपन्न हुई बैठक में मुख्य रूप से समाजसेवी संस्थाओं को आमंत्रित किया गया था। संभागायुक्त ने सभी को संबोधित करते हुए इस आपदा के समय देशहित में सभी से सहयोग मांगा। उन्होंने बताया कि कोविड-19 संक्रमण को फैलने से रोकने हेतु जन भागीदारी भी अत्याधिक आवश्यक है। सभी के समन्वित प्रयासों से संक्रमण को फैलने से रोका जा सकेगा साथ ही इससे होने वाली मृत्यु को भी कम किया जा सकेगा। उन्होंने शहर के बुद्धिजीवी, गणमान्य नागरिकों से अपील की कि, आज शहर को उनकी जरूरत है। वे अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को कोरोना के संबंध में सजग एवं जागरूक बनाएँ। जिससे ना केवल सही वक्त पर मरीज अस्पताल पहुँच सके बल्कि सावधानियां रखकर इस संक्रमण से बच भी सके।
मुहल्ला समििति को शामिल करें
कमिष्नर श्री जैन ने जन भागीदारी तथा जन जागरूकता हेतु शहर की मुहल्ला समितियों को शामिल करने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि, हर जंग की तरह कोविड-19 की जंग भी मिल कर ही जीती जा सकती है। अतः शहर के नागरिक अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को निभाते हुए अपने क्षेत्र के लोगों को जागरूक करें।
कमिशनर श्री जैन की अपील पर बैठक में उपस्थित सभी समाजसेवी सदस्यों ने कोरोना महामारी से निपटने हेतु जागरूकता फैलाने एवं उसके प्रबंधन हेतु सहयोग देने की स्वीकृति प्रदान की। साथ ही आईसीयू में भर्ती गंभीर कोरोना मरीजों के लिए रैम्डिसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने हेतु 2 मरीजों के लिए रोटरी क्लब द्वारा, एक मरीज के लिए विचार संस्था द्वारा, एक मरीज के लिए चौतन्य अस्पताल द्वारा तथा एक मरीज के लिए अप्सरा ज्वेलर्स द्वारा सहमति दी गई।
कमिशनर श्री जैन की अपील पर बैठक में उपस्थित सभी समाजसेवी सदस्यों ने कोरोना महामारी से निपटने हेतु जागरूकता फैलाने एवं उसके प्रबंधन हेतु सहयोग देने की स्वीकृति प्रदान की। साथ ही आईसीयू में भर्ती गंभीर कोरोना मरीजों के लिए रैम्डिसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने हेतु 2 मरीजों के लिए रोटरी क्लब द्वारा, एक मरीज के लिए विचार संस्था द्वारा, एक मरीज के लिए चौतन्य अस्पताल द्वारा तथा एक मरीज के लिए अप्सरा ज्वेलर्स द्वारा सहमति दी गई।
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बैठक में अधिष्ठाता डॉ जी एस पटेल ने बीएमसी में उपलब्ध सुविधाओं एवं आगे की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। टीवी एवं चेस्ट विभाग अध्यक्ष डॉ तल्हा द्वारा कोरोना को लक्षणों द्वारा पहचानने एवं उससे से बचाव हेतु जानकारी दी। मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ रमेश पांडे ने वर्तमान में बीएमसी में भर्ती मरीजों से संबंधित जानकारी दी।
बैठक में नगर निगम कमिश्नर श्री आर पी अहिरवार, डॉक्टर आई एस ठाकुर ,डॉ वीरेंद्र यादव, सिख संगत से सुखजीत सिंह, विचार संस्था से कपिल मलैया, रोटरी क्लब से मुकेश साहु, रोटेरियन नमन समैया, धर्मवीर साहू, अभिषेक जैन, डॉ. श्रेया ठाकुर, डॉ. उमेश पटेल ,राहुल सोदिया, ,अखलेश समैया, प्रियेश जैन एवं अन्य समाज सेवी उपस्थित थे।
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