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इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य विषय पर दिया गया ऑनलाइन प्रशिक्षण


इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य विषय पर दिया गया ऑनलाइन प्रशिक्षण

शाजापुर।  इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य इस विषय पर  ऑनलाइन प्रशिक्षण मध्य प्रदेश के लोक अभियोजन विभाग की प्रमुख जनसंपर्क अधिकारी श्रीमती मौसमी तिवारी द्वारा गुजरात अभियोजन अधिकारियों को 19 जून को  ऑनलाईन प्रशिक्षण  को गुजरात राज्य के लोक अभियोजन अधिकारीगण को फेसबुक पर Webinar के माध्यम से दिया गया।
 श्रीमती मोसमी तिवारी, प्रमुख जनसंपर्क अधिकारी, मध्य प्रदेश लोक अभियोजन द्वारा ADMISSIBILITY OF ELECTRONIC EVIDENCE IN THE COURT OF LAW विषय पर दिये गए व्याख्यान से फेसबुक पर "GUJARAT APP"  ग्रुप में गुजरात राज्य के लगभग 500 से अधिक लोक अभियोजन अधिकारीयों के द्वारा  Webinar के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त किया गया।

आज के आधुनिक युग में अधिकांश प्रकरणों में पीड़ित को न्याय एवं अपराधी को सजा दिलाने में इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य का बड़ा महत्व होता है। माननीय न्यायालय द्वारा किसी प्रकरण में इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य को किन आधारों पर स्वीकार्य किया जाता है एवं किन बातों का ध्यान रखा जाता है। प्रकरण के सफल अभियोजन हेतु इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य को माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखा जाए। इसी उद्देश्य से दिनांक 19/06/2020 को गुजरात अभियोजन विभाग के फेसबुक पेज "GUJARAT APP" पर ऑनलाईन प्रशिक्षण गुजरात अभियोजन विभाग द्वारा आयोजित किया गया। 

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उक्त प्रशिक्षण में श्रीमती मोसमी तिवारी, प्रमुख जनसंपर्क अधिकारी, संचालनालय लोक अभियोजन म0प्र0 द्वारा गुजरात राज्य के अभियोजन अधिकारियों को ''इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य की ग्राह्यता'' विषय पर एक घण्टे का व्याख्यान दिया गया। उक्त प्रशिक्षण में श्रीमती तिवारी द्वारा बताया गया कि इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य क्या होती है, इलेक्ट्रॉनिक अभिलेख क्या होते हैं। किस प्रकार इलेक्ट्रॉनिक अभिलेख माननीय न्यायालय द्वारा साक्ष्य के रूप में स्वीकार किये जाते हैं एवं उन्हें किस प्रकार साबित किया जाता है। इस संबंध में श्रीमती तिवारी द्वारा माननीय सुप्रीम कोर्ट एवं माननीय हाई कोर्ट द्वारा पारित नवीन न्याय दृष्टांत अभियोजन अधिकारियों को बताए तथा अन्य उदाहरण से इलेक्ट्रॉनिक अभिलेख की ग्राह्यता समझाई। 

श्रीमती तिवारी 2003 बैच की अभियोजन अधिकारी हैं एवं वर्तमान में मध्य प्रदेश लोक अभियोजन विभाग में प्रमुख जनसंपर्क अधिकारी का दायित्व संभाल रहीं है। आपके द्वारा 12 विधिक पुस्तकों का लेखन किया गया है एवं 3 विभागीय पुस्तकों में लेखन और संपादन भी किया गया है जिसके लिए ''प्राईड ऑफ प्रासीक्यूशन अवार्ड'' से 3 बार सम्मानित किया गया है। श्रीमती तिवारी को उत्कृष्ट कार्य के लिए पूर्व में वर्ल्डज बुक ऑफ लंदन, संतुष्टि फाउण्डेशन राजस्थान, नेशनल एक्सीलेन्स अवार्ड 2019 आदि कई अवॉर्डों से भी सम्मनित किया जा चुका है। 

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गुजराज अभियोजन विभाग के अधिकारियों ने श्रीमती तिवारी द्वारा दिये गये महत्वपूर्ण व्याख्यान के लिए उनका धन्यवाद प्रकट करते हुए भविष्य में भी अन्य विधिक विषयों पर Webinar के द्वारा प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु निवेदन किया। उक्त ऑनलाईन प्रशिक्षण में गुजरात अभियोजन विभाग के लगभग 500 से अधिक अभियोजन अधिकारी सम्मिलित हुए एवं प्रशिक्षण पश्चात्  व्याख्यान की सार्थकता के लिए प्रशिक्षण में सम्मिलित अधिकारीगण द्वारा सकारात्मक लेख फेसबुक पेज पर पोस्ट किये जा रहे हैं।
जिला मिडिया प्रभारी सचिन रायकवार एडीपीओ शाजापुर नेयह जानकारी देते हुए  बताया कि इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य से जुड़े मामले में अपराधी को सजा दिलाने में महत्वपूर्ण होता है।अभी के लिए अहम है।  
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