कमिश्नर - कलेक्टर ने किया बीएमसी, जिला चिकित्सालय ,फीवर क्लीनिक का निरीक्षण , कराई अपनी भी स्क्रीनिग
सागर। कमिश्नर सागर संभाग श्री जे के जैन ने सागर कलेक्टर दीपक सिंह के साथ बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज जिला चिकित्सालय एवं फीवर क्लीनिक का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्रभारी डीन डॉ आर एस बर्मा, सीएमएचओ डॉ. इंद्राज सिंह, सिविल सर्जन बीके तोमर, बीएमसी अधीक्षक डॉ सुनील पिप्पल एसडीएम श्री संतोष चंदेल, नगर निगम उपायुक्त डॉ प्रणय कमल खरे, पंजीयक रत्नेश भदोरिया, डॉ मनीष जैन, एसडीओ श्री जितेंद्र तिवारी सहित अधिकारीध्कर्मचारी मौजूद थे।
निरीक्षण के दौरान कमिश्नर सागर संभाग श्री जे के जैन जिला चिकित्सालय फीवर क्लीनिक पहुंचे जहां उन्होंने सूक्ष्मता से निरीक्षण करते हुए निर्देश दिए की सर्दी, खांसी, बुखार से पीड़ित व्यक्ति की डिटेल विस्तार से ली जाए एवं उसका मोबाइल नंबर भी अवश्य लिखा जाए । जांच उपरांत व्यक्ति ज्यादा गंभीर लगता है तो उसको तुरंत वही क्वॉरेंटाइन कर टीवी अस्पताल भेजा जाए । फीवर क्लीनिक में बताया गया कि प्रतिदिन लगभग 200 व्यक्ति उपचार के लिए आते हैं जिनमें से 50 से 100 व्यक्ति स्थानीय होते हैं एवं अन्य व्यक्ति अन्य जिलों या राज्य से जो अपने गृह जिले आते हैं वह होते हैं उन्होंने अन्य राज्यों से आने वाले व्यक्तियों की संपूर्ण जानकारी रजिस्टर में अंकित करने एवं उनकी सघन मानिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने दवा वितरण केंद्र पर जाकर दवा वितरण पंजीयन की भी जानकारी ली। उन्होंने रजिस्टर्ड को रेंडम ली भी चेक किया जिस से ज्ञात हो सका कि कौन सा व्यक्ति कब आया है और उसकी जानकारी स्मार्ट सिटी कमांड कंट्रोल सेंटर में स्थित कंट्रोल रूम में दर्ज है या नहीं ।
कमिश्नर श्री जेके जैन एवं कलेक्टर श्री दीपक सिंह जिला चिकित्सालय पहुंचे जहां उन्होंने ओपीडी मेडिसन लैब एवं आयुष्मान विभाग का भी निरीक्षण किया । उन्होंने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि प्रतिदिन ओपीडी में आने वाले व्यक्तियों की जानकारी अपडेट कर प्रस्तुत करें। उन्होंने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि एक नई फीवर क्लीनिक चालू कराई कराई जावे। कमिश्नर श्री जैन एवं कलेक्टर श्री सिंह बीएमसी पहुंचे जहां उन्होंने भर्ती मरीजों के बारे में जानकारी प्राप्त की एवं कोविड-19 वार्ड एवं आईसीयू वार्ड में पहुंचकर वहां उपस्थित डॉक्टर एवम पैरामेडिकल स्टाफ से भी जानकारी प्राप्त की एवं उन्होंने भोजन व्यवस्था की सूक्ष्मता से जानकारी लेकर भोजन की थाली भी चैक की प्रभारी डीन डॉ वर्मा ने बताया कि भोजन के साथ ड्राई फ्रूट भी दिये जाते हैं उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि व्यक्ति की स्वास्थ्य के मद्देनजर कोई भी लापरवाही नहीं होना चाहिए अन्यथा कार्रवाई की जाएगी उन्होंने बीएमसी के प्रयोगशाला में पहुंचकर भी जांच के बारे में एवम उसकी प्रक्रिया एवं अन्य प्रकार की जानकारी प्राप्त की।
कमिश्नर श्री जे के जैन ने समस्त डॉक्टरों को निर्देशित किया कि काम पूरे चैकन्ना होकर कार्य करें और आप लोगों को यह आभास होना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति जो पीड़ित है उसका संपूर्ण इलाज आपको पूरी ईमानदारी से करना होगा उन्होंने निर्देश दिए कि कोरोना पीड़ित व्यक्ति की प्रथम हिस्ट्री यदि पता चल जाती है तो उसका इलाज करना एवं उसकी संबंधित परिवार का इलाज करना आसान होता है । उन्होंने समस्त अधिकारी को निर्देशित किया कि कोरोना को वह सामान्य बीमारी ना समझे एवं पूरी लगन एवं ईमानदारी के साथ काम करें ।
कमिश्नर श्री जेके जैन एवं कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने फीवर क्लीनिक में स्वयं भी स्कैनिंग एवं पल्स चेक भी कराई । कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने नगर निगम उपायुक्त एवं पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि फीवर क्लीनिक की पीछे मरीजों को बैठने के लिए पंडाल लगाकर छायादार व्यवस्था कर पेयजल आदि की भी व्यवस्था की जाए।
सागर। कमिश्नर सागर संभाग श्री जे के जैन ने सागर कलेक्टर दीपक सिंह के साथ बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज जिला चिकित्सालय एवं फीवर क्लीनिक का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्रभारी डीन डॉ आर एस बर्मा, सीएमएचओ डॉ. इंद्राज सिंह, सिविल सर्जन बीके तोमर, बीएमसी अधीक्षक डॉ सुनील पिप्पल एसडीएम श्री संतोष चंदेल, नगर निगम उपायुक्त डॉ प्रणय कमल खरे, पंजीयक रत्नेश भदोरिया, डॉ मनीष जैन, एसडीओ श्री जितेंद्र तिवारी सहित अधिकारीध्कर्मचारी मौजूद थे।
निरीक्षण के दौरान कमिश्नर सागर संभाग श्री जे के जैन जिला चिकित्सालय फीवर क्लीनिक पहुंचे जहां उन्होंने सूक्ष्मता से निरीक्षण करते हुए निर्देश दिए की सर्दी, खांसी, बुखार से पीड़ित व्यक्ति की डिटेल विस्तार से ली जाए एवं उसका मोबाइल नंबर भी अवश्य लिखा जाए । जांच उपरांत व्यक्ति ज्यादा गंभीर लगता है तो उसको तुरंत वही क्वॉरेंटाइन कर टीवी अस्पताल भेजा जाए । फीवर क्लीनिक में बताया गया कि प्रतिदिन लगभग 200 व्यक्ति उपचार के लिए आते हैं जिनमें से 50 से 100 व्यक्ति स्थानीय होते हैं एवं अन्य व्यक्ति अन्य जिलों या राज्य से जो अपने गृह जिले आते हैं वह होते हैं उन्होंने अन्य राज्यों से आने वाले व्यक्तियों की संपूर्ण जानकारी रजिस्टर में अंकित करने एवं उनकी सघन मानिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने दवा वितरण केंद्र पर जाकर दवा वितरण पंजीयन की भी जानकारी ली। उन्होंने रजिस्टर्ड को रेंडम ली भी चेक किया जिस से ज्ञात हो सका कि कौन सा व्यक्ति कब आया है और उसकी जानकारी स्मार्ट सिटी कमांड कंट्रोल सेंटर में स्थित कंट्रोल रूम में दर्ज है या नहीं ।
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@ब्रजेश राजपूत , एबीपी न्यूज़
कमिश्नर श्री जेके जैन एवं कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने फीवर क्लीनिक में स्वयं भी स्कैनिंग एवं पल्स चेक भी कराई । कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने नगर निगम उपायुक्त एवं पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि फीवर क्लीनिक की पीछे मरीजों को बैठने के लिए पंडाल लगाकर छायादार व्यवस्था कर पेयजल आदि की भी व्यवस्था की जाए।
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