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दो जून को दो जून की रोटी के लिए कलाकारों का प्रदर्शन "सूने साज ,सुने सरकार"

दो जून को दो जून की रोटी के लिए कलाकारों का  प्रदर्शन "सूने साज ,सुने सरकार" 

सागर। कोरोना महामारी के चलते पूरा देश संघर्ष कर रहा है । इस वैश्विक आपदा में लोक कलाकार, रंगकर्मी, गायक, नर्तक, वादक, फोटोग्राफ़र, चित्रकारों, बैक स्टेज पर कार्य कर रहे तकनीशियन एवं अन्य किसी भी प्रकार की कला से जुड़े कलाकार भी आज दो जून की रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं । भारत वर्ष के समस्त कलाकारों ने सोशल मीडिया के जरिए आपस में चर्चा करके राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन  किया । इसी क्रम में दिनांक 02 जून 2020,  अपने अपने घरों से एवं कुछ कलाकारों ने आपस में मिल के अपने साज़ को रख के ओर अपनी अपनी बात शोशल मीडिया द्वारा सरकार तक पहुंचाई।
सागर के  टीम लीडर कलाकारों ने आनलाइन माध्यम से राज्य व केंद्र सरकार को अपनी समस्याओं से अवगत कराया व मांग की कि कलाकारों के लिए सरकार इस महामारी के दौरान कुछ न कुछ सहायता प्रदान करें । देशभर में कलाकारों की संख्या इतनी बड़ी नहीं है, कि सरकार उन तक सहायता ना पहुंचा पायें । इस प्रदर्शन के ज़रिए सभी क्षेत्रीय संस्कृतिक केंन्दो से भी निवेदन किया  कि वे कलाकारों की सहायता हेतु आगे आएं ।

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"यह राष्ट्रीय आपदा का वक्त है । हर कलाकार आपकी तरफ उम्मीद की नज़र से देख रहा है । कृपया हमारी ओर भी ध्यान दें । मजदूरों के लिए, किसानों के लिए, सभी वर्ग के लोगों के लिए कुछ ना कुछ सरकार कर रही है। लेकिन कलाकार, जो कि फ्रीलांसर के तौर पर कार्य करता है उसके लिए क्या? आजीविका का संकट हमें भी है, सम्मान से जीने का हक हमको भी है । सकरात्मकता फ़ैलाने, लोगों का हौंसला बढ़ाने हम अपनी कला के साथ तैयार भी हैं। हमें मौके और मदद दोनों की ज़रुरत है।।
इस आनलाइन प्रदर्शन में अखिलेश केसरवानी, राजकुमार रैकवार,  अतुल श्रीवास्तव,  राम किशन, कपिल स्वामी, अरविंद यादव, अतीश नेमा, मयंक तिवारी, राजीव जाट, नदीम राइन, प्रकाश कुशवाहा, विनीता दोहरे, करिश्मा गुप्ता, शामिल हुए एवं शहर के समस्त कलाकारों ने आनलाइन इस मुहिम का समर्थन किया।

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