अपने घर आने की खुशी है प्रवासी मजदूरो को,दूसरे राज्यों में थे परेशान

अपने घर आने की खुशी है  प्रवासी मजदूरो को,दूसरे राज्यों में थे परेशान

सागर ।  अपने घर आने से प्रवासी मजदूर खुष हैं। प्रवासी मजदूरां का कहना है कि दूसरे प्रदेश में फंसकर परेषान थे। अब यहा आकर अच्छा लग रहा है। कोरोना वायरस के रोकथाम के लिये लॉकडाउन किया हुआ है। ऐसे में सारी गतिविधियां थम गई हैं। मध्यप्रदेष के बहुत सारे कामगार जो अन्य प्रदेषों में कार्य के सिलसिले में बाहर गए हुये थे। वापिस अपने घर लौटना चाहते थे। सार्वजनिक यातायात के साधन न होने से अपने आप को परेषान महसूस कर रहे थे। इस परेषानी को मध्यप्रदेष की सरकार ने समझा और सरकार के खर्चें पर मजदूरों को अन्य प्रदेषों से अपने प्रदेष में विषेष ट्रेन के माध्यम से लाया जा रहा है।

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 सागर रेल्वे स्टेषन पर हरियाणा के रेवाड़ी से प्रवासी मजदूरों को लेकर एक विषेष ट्रेन सुबह-सुबह पहुंची। इस ट्रेन में सागर सहित प्रदेष के 18 जिलों के प्रवासी मजदूर उतरे। इन्ही मजदूरों में से पन्ना जिले के अमानगंज निवासी युवा भी आए हैं वे यहां आकर खुष हैं। बस से पन्ना के लिये रवाना हो गए। इसी प्रकार छतरपुर जिले के गुलगंज के पास ग्राम के रहने वाले श्री टन्टू अहिरवार  हरियाणा में मिस्त्री का काम करते है। लॉकडाउन के बाद ही अपने घर आना चाहते थे। ट्रेन से उतरकर छतरपर की बस में सवार हो गए। बसों की व्यवस्था भी शासन द्वारा की गई। वे अपने घर जाते समय खुष थे। 

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श्री टन्टू प्रवासी मजदूरों को लाने के लिये मुख्यमंत्री श्री षिवराजसिंह चौहान ने निर्णय सराहना करते है। यात्रा के दौरान उन्हें कोई दिक्कत नही हुई। शासन द्वारा भोजन, पानी आदि की अच्छी व्यवस्था की गई थी। यही बात उनके साथ यात्रा कर रही कोषिया बाई भी कहती हैं।

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