सागर के कोरोना पॉजिटिव की कंन्टेक्ट हिस्ट्री के
सभी लोगो को चिन्हांकित कर किया क्वारनटाइन ,संक्रमण फैलने की सम्भावना कम
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ननगर। कोविड-19 संक्रमण के संदिग्ध पी-1 की सेम्पल रिपोर्ट दिनांक 10 अप्रैल को पता चलते ही जिला प्रषासन ने चारो तरफ से सभी इंतजाम किये जिससे अधिकतर लोगो को चिन्हांकित कर जल्दी से जल्दी आइसोलेट तथा क्वारनटाइन कर लिया गया। मरीज पी-1 को 7 अप्रैल को भर्ती किया गया तथा लक्षणो के आधार पर त्वरित सेम्पल की कार्यवाही की गई और 10 अप्रैल को सेम्पल की जैसे ही रिपोर्ट पॉजिटिव आई। एकाएक जिला प्रषासन ने समस्त इंतजाम कर एरिया को कंन्टेनमेंट डिक्लीयर किया। बेरीकेटस लगाये गये। पुलिस फोर्स लगाया गया तथा मेडिकल की स्वास्थ्य एवं महिला वाल विकास की 12 टीमे उसी दिन सर्वे के लिये कंन्टेनमेंट एरिया मे भेज दी गई। जिला प्रषासन की तैयारी पूर्व से इस प्रकार थी कि रिपोर्ट आने के एक दिन पूर्व ही कंन्टेनमेंट एरिया के लिये बेरीकेट्स गाडी में भरवाकर रखे गये थे जिससे मात्र 2 घंटे में संम्पूर्ण एरिया बेरिकेटस का कार्य पूर्ण कर लिया गया।
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प्रथम दिन स्थानीय लोगो को सर्वे कराना व घर घर पर टीम द्वारा हर व्यक्ति की जानकारी लेना समझ नही आ रहा था यह बात प्रषासनिक अधिकारी के संज्ञान मे आते ही स्थानीय लोगो को सर्पोटिव एवं सुरक्षात्मक व्यवहार देने के लिये दूसरे दिन 12 अप्रैल को 35 टीमे लगाई गई जिसमें एपी सेन्टर एरिया और वफर जोन दोनो का सर्वे चालू किया गया। जिसमें प्रथम राउड में 3450 घरो का सर्वे किया गया जिसमें कुल 16787 लोगो का सर्वे एवं परीक्षण किया गया। 11 मरीज सर्दी खासी के मिले और उनको मौके पर ही दवा वितरण कराई गई तथा चिन्हांकन कर 5 दिन तक फलोअप लिया गया। इसके बाद दूसरे राउड का सर्वे 16, 17 व 18 अप्रैल को पुनः कराया गया। जिसमें पहले 26 टीमे का गठित की गई तथा एक वार्ड सर्वे में और सम्मिलित कर कुल 4829 घरो का सर्वे कराया गया जिसमें कुल 25819 लोगो का सर्वे कराया गया। इन लोगो में सर्दी खासी के कुल मरीजो की संख्या 31 थी जिन्हे स्वास्थ्य विभाग ने अलग से चिन्हांकन कर इलाज एवं आवष्यक क्वारनटाइन करवाया गया।
जिला प्रषासन की निगरानी में पुनः तीसरी बार का सर्वे दिनांक 20, 21 व 22 अप्रैल को निर्धारित कर कराया गया जिसमें अन्य वार्डो को भी सम्मिलित किया गया। उक्त सर्वे में परमानेंट मार्कर का उपयोग कर एक एक घर को नंम्बरिग कर ऑगनवाडी के हिसाब से कार्य कराया गया जिसमें कंन्टेनमेंट एवं बफर जोन में पहले दिन 33 टीम दूसरे दिन 32 टीम तथा तीसरे दिन 5 टीम लगाकर 6661 घरो का सर्वे कराया गया जिसमें 35424 व्यक्तियो का सर्वे किया गया जिसमें मात्र 19 व्यक्ति खासी, जुकाम, बुखार के मिले थे। इसके अतिरिक्त इस राउड में 60 साल से उपर के उन सभी व्यक्तिओ को भी चिन्हांकित कर सूची बनाई गई जिन्हे ब्लड प्रेषर, डायविटीज, कैसर, आदि बीमारियो का इलाज चल रहा है। इस सूची की निगरानी डॉ अमिताभ जैन मेडिकल स्पेषिलिस्ट के द्वारा करवाकर यथासंभव उक्त मरीजो को सुविधा पहुचाई जा रही है।
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इसके अतिरिक्त प्रथम पी-1 एवं द्वितीय पी-2 की कन्टेक्ट हिस्ट्री को ट्रेस करने के लिये पुलिस प्रषासन के अलावा जिला प्रषासन की निगरानी में स्वास्थ्य विभाग की 10 सदस्यीय टीम दिनांक 12 अप्रैल से लगाई जिसमें दो चिकित्सक एवं अन्य सक्रिय पैरामेडिकल स्टाफ को लगाया गया। चिकित्सक के रूप में डॉ ए.एम.कुरेषी एवं डॉ विनिता कुषवाहा को लगाया गया जिन्होने एक एक व्यक्ति को कंन्टेक्ट कर चिन्हांकित किया यहॉ तक कि मस्जिद के इमाम साहब की मदद ली गई जिन्होने आगे आकर मस्जिद में ऐलान किया एवं लोगो को समझाया इसके बाद लगभग सभी लोग स्वतः स्क्रीनिग के लिये आ गये जिन्हे आवष्यकतानुसार होम क्वारनटाइन, संस्थागत क्वारनटाइन, आइसोलेषन एवं सेम्पलिंग के लिये भेज दिया गया।
इसके बाद मरीज पी-1 एवं मरीज पी-2 के कंन्टेक्ट हिस्ट्री के अनुसार हाईरिस्क लोगो के कुल 65 लोगो के सेम्पलिंग कराई गई जिसमें से मात्र 3 लोग पॉजिटिव निकले शेष निगेटिव निकले। लो रिस्क कंन्टेक्ट हिस्ट्री वाले सभी व्यक्तियो को एस.बी.एन. में संस्थागत क्वारनटाइन कराया गया है। जिला प्रषासन द्वारा त्वरित कार्यवाही करने एवं कंन्टेक्ट हिस्ट्री के चिन्हांकित लोगो को शीघ्र क्वारनटाइन करने से शहर सुरक्षित महसूस हो रहा है यही कारण है कि समीर के बाद जो भी पॉजिटिव आये वो पहले से ही संस्थागत आइसोलेटेड एवं क्वारनटाइन होने से अन्य लोगो में संक्रमण फैलने की संभावना नगण्य रह गई है।
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