धार्मिक पहल: नगर निगम और गायत्री परिवार ने इकठ्ठे कराए घरों घर ज्वारे, किया विसर्जन
# रामनवमी पर ज्वारों के विसर्जन के लिए निगम और स्वयंसेवी संगठन लेने पहुचे घरों घर
सागर । हिन्दू सँस्कृति में नवरात्रि में ज्वारों को घरों और मंदिरों में बोया जाता है। देवी पूजा में इनका बड़ा महत्व है। रामनवमी के दिन इनका पूजा अर्चना के बाद विसर्जन होता है । कोरोना वायरस के चलते लॉक डाऊन में विसर्जन की समस्या भक्तों के सामने आई।
उसका रास्ता भी नगर निगम प्रशासन और धार्मिक संगठनों ने तलाशा। नगरनिगम सागर ने शहर में वाहनों से घरों और मंदिर से ज्वारों जो इकठ्ठा किया। इसके बाद ट्रेक्टर ट्रालियों से चकराघाट तलाब पर लाये। इसमे गायत्री परिवार का भी सहयोग रहा।चकराघाट पर विधि विधान से इनका विसर्जन किया। इस दौरान सोशल डिस्टेंस का भी ध्यान रखा गया।
देखे वीडियो: घरों घर इकठ्ठा किये ज्वारे,फिर हुआ पूजा अर्चना के साथ विसर्जन
निगमायुक्त आर पी अहिरवार के मुताबिक
COVID 19 के संक्रमण को देखते हुए, नगर निगम सागर द्वारा ने पहल की थी कि
नवमी पर ज्वारो के विसर्जन के लिये नगर निगम,12 बजे से प्रत्येक वार्ड में वाहन भेजेगा,जिसे आप अपने जवारे समर्पित कर सकते है।सभी जवारो को एकत्रित कर ससम्मान घाटों पर विसर्जन किया जायेगा। यह कार्य आज सम्पन्न हुआ। सुबह नगर निगम प्रशासन ने तालाब का व्यवस्थाओं का निरीक्षण भी किया और वाहनों को भेजा।
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श्री गायत्री परिवार सागर के प्रमुख डॉ अनिल तिवारी ने बताया कि चैत्र नवरात्रि में ज्वारे का महत्व है । भक्तों ने इनको बोया है । लॉक डाऊन में इनके विसर्जन के लिए नगर निगम ने घरों से इनको इकठ्ठा किया। चकराघाट पर गायत्री परिवार ने पूजा अर्चना करके इनका विसर्जन किया।
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