कोटा में फसे सागर के 79 छात्र-छात्राएं घर लौटे, लॉक डाऊन में बढ़ने लगा था डिप्रेशन,14 दिन रहेंगे होम कवारेन्टीन
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सागर । कोरोना वायरस की वजह से किये गए लॉकडाउन के कारण पिछले 30 दिनों से राजस्थान के कोटा शहर की हास्टलों के कमरों में कैद सागर जिले के 79 छात्र-छात्राएं गुरूवार को दोपहर सकुषल प्रदेश शासन की पहल व जिला प्रशाशन की मार्गदर्षन में सागर लौटे।
कोटा राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जिले के 79 छात्र-छात्राएं कोटा में लॉकडाउन के दौरान अपने घरों में नहीं लौट पाए थे। उनके शासन की ओर से विषेष बसों की व्यवस्था करके अपने-अपने जिलों में वापस बुलाया गया।
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इस मौके पर छत्रछात्राओ ने बताया कि लॉक डाऊन में परेशानी तो थी। धीरे धीरे पढ़ाई में मन नही लग रहाथा। डिप्रेशन भी बढ़ रहा था। अब कोटा खाली हो गया है। कोटा से सागर तक आने में कोई परेशानी नही हुई है । खाने पीने के इंतजाम थे।
कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक के निर्देष पर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी एवं षिक्षा विभाग के अधिकारियों व पुलिस विभाग के संयुक्त प्रयास से गुरूवार को अपने-अपने घरों मे सकुषल पहुंच गए।
अपर कलेक्टर अखिलेश जैन ने बताया कि 79 छात्र छात्राएं वापिस सकुशल आये है। 19 बीना खरई के है। ईंन सभी का परीक्षण कर घर भेजा जा रहा है। ये सभी 14 दिन होम कवारेन्टीन रहेंगे।
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सागर पहुंचने पर जिला प्रषासन की मौजूदगी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी बच्चों की स्वास्थ्य परीक्षण कराकर उनके परिजनों को सौपकर होम क्वारेंटाईन किया गया। सागर जिले के बच्चे 4 बसों में आए थे। 18 बच्चे को बीना में उनके पालकां को सौंपा गया। शेष 61 बच्चे सागर के डीपीएस स्कूल पहुंचे। जहां स्क्रीनिंग के पष्चात् उन्हें पालकों को सौपा गया।
इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्खिलेष जैन क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री प्रदीप शर्मा, तहसीलदार श्री नरेन्द्र बाबू यादव और पुलिस विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। बच्चों को लेकर प्राचार्य श्री मनोज तिवारी, अभय श्रीवास्तव, श्री आरके जैन, श्री आरके गुप्ता यहां
पहुचे।
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