भारतीय शिक्षण मंडल सागर 50 झुग्गी बस्ती परिवारों को लेगा गोद लाकडाउन तक करेगा राशन की आपूर्ति
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सागर। शिक्षा की रीति- नीति व पाठ्यक्रम में भारतीयता लाने के क्षेत्र में कार्यरत राष्ट्रीय संगठन भारतीय शिक्षण मंडल व सेवा भारती सागर के द्वारा राजघाट रोड की पहाड़ी पर बनी झुग्गी बस्तियों में घर- घर जाकर राशन सामग्री वितरित की गई तथा कोरोना महामारी से बचाव के लिए मजदूर परिवारों को घर पर रहने और सोशल डिस्टेंसिंग का महत्व समझाया गया । भारतीय शिक्षण मंडल के प्रांत अध्यक्ष व डॉ हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आरपी तिवारी ने बताया कि कोरोना महामारी का संकट जितना हम लोग समझ पा रहे हैं, उससे बहुत बड़ा है। कोरोना महामारी से केवल सरकारों के भरोसे रह कर विजय प्राप्त नहीं की जा सकती है। इससे निपटने के लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी तय करनी होगी। इसी कारण हमारे देश के प्रधानमंत्री ने इस महामारी से युद्ध की शुरुआत जनता कर्फ्यू के माध्यम से की थी ।
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उन्होंने कहा की कोरोना वायरस की संक्रमण क्षमता को देखते हुए यह अत्यंत स्पष्ट है कि यह लड़ाई लंबे समय तक चलने वाली है। लाकडाउन के कारण हमारे मजदूर परिवारों का जीवन संकट में आ गया है, इस कारण हमारे समाज को दोहरी लड़ाई लड़नी पड़ रही है ।कुलपति प्रोफेसर तिवारी ने बताया कि भारतीय शिक्षण मंडल प्रारंभ में 50 अति गरीब परिवारों को चिन्हित करके संपूर्ण लाक- डाउन पीरियड के लिए एक-एक समर्थ पालक परिवार तय करने जा रहा है। जब तक लाकडाउन पीरियड रहेगा तब तक वह पालक परिवार उस चिन्हित अति गरीब परिवार के लिए राशन आदि की आपूर्ति करेगा।
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उन्होंने सभी समाज सेवी संगठनों व समाज के समर्थ व्यक्तियों से आह्वान किया कि वे सभी एक-एक अति गरीब परिवार को लाकडाउन पीरियड तक गोद लेने की कृपा करें, ताकि हमारे मजदूर भाइयों के परिवार भी कोरोना संकट के इस दौर में स्वस्थ व सुरक्षित रह सकें। कुलपति प्रोफेसर तिवारी ने सेवा कार्य में सहयोग के लिए भारतीय शिक्षण मंडल के संस्थागत सदस्य ए रीसेंट महाविद्यालय बीना, सुंदर लाल श्रीवास्तव महाविद्यालय मकरोनिया, स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय हटा, बी टी आई इ कॉलेज मकरोनिया के प्रति आभार व्यक्त किया।
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