सागर के दो लोकगायक/ सरकारी शिक्षको के बुन्देली बोली में गाये गीत हो रहे है लोकप्रिय ,कोरोना से लड़ने का है इनमे संदेश

सागर के दो लोकगायक/ सरकारी शिक्षको के बुन्देली बोली में गाये गीत हो रहे है लोकप्रिय ,कोरोना से लड़ने का है इनमे संदेश

सागर। कोरोना  वायरस से बचने  का  संदेश देने वाले दो वीडियो तेजी से लोकप्रिय हो रहे है । इन दोनो को दो शिक्षको ने अलग अलग गाया है। जिनको लगातार सराहना और लोकप्रियता मिल रही है।
●लोक गायक,  आकाशवाणी एवं दूरदर्शन भोपाल , दिल्ली प्रसार भारती दिल्ली द्वारा ""A""ग्रेड प्राप्त  सरकारी शिक्षक जयंत विश्वकर्मा ने  बुंदेली लोकसंगीत में  कोरोना से जूझने और बचाव के लिए गाया गाना। 
सागर की मिडिल स्कूल के शिक्षक  लोकगायक  जयंत विश्वकर्मा  भारत भवन भोपाल एवं रवींद्र भवन भोपाल में संस्कृति विभाग भोपाल द्वारा अनेक प्रस्तुतियां दीं । विश्व हिंदी दिवस पर "संस्क्रति संवाहक " सम्मान मिला है। 

लोक गायक जयंत विश्वकर्मा को सुनने नीचे क्लिक करे


●एक लोकगायक सागर जिले के शाहगढ़ के प्राथमिक स्कूल के  शिक्षक मोती सेन है । मोती भी कई सरकारी गैर सरकारी कार्यक्रमो और आकाशवाणी पर अपनी प्रस्तुति दी चुके है ।
शिक्षक मोती सेन का भी प्रेरक  वीडियो चर्चा में है।
 कोरोना वायरस से बचाव  का संदेश देने लोग आगे आये है।  ऐसे में एमपी के  सागर जिले की शाहगढ़ तहसील के सरकारी प्रायमरी स्कूल के शिक्षक मोती सेन का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है । बुंदेलखंडी बोली में गाये इस गीत को लोगो ने सराहा है । 
दरअसल मोती सेन सरकारी शिक्षक के साथ ही गाने में भी रुचि है। छोटे बड़े कार्यक्रमो में गाते भी रहते है । लेकिन कोरोना की भयाभव तस्वीर ने विचलित कर दिया।
बुन्देलखण्ड अंचल के पिछड़े इलाकों में एक सागर जिले के शाहगढ़ तहसील के सरकारी शिक्षक मोती लाल सेन का बुन्देली में बनाया गीत अब चर्चा  में  है।शिक्षक मोती सेन ने अपने परिवार के साथ इसे गाया।

लोक गायक मोती सेन को सुनने  क्लिक करे

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